नई दिल्ली/गाजियाबाद: भाजपा पार्षद सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. गुरुवार को गाजियाबाद जिला मुख्यालय के बाहर हापुड़ रोड पर पार्षद धरने पर बैठ गए. हालांकि, पार्षदों का कहना था कि हम पुलिस कमिश्नर से मिलने जा रहे थे, लेकिन रास्ते में हमें रोक लिया गया. इस वजह से हम धरने पर बैठ गए हैं. हापुड़ रोड पर पार्षदों के धरने पर बैठने के बाद सड़क पर लंबा जाम लग गया.
प्रदर्शनकारी पार्षद शीतल देओल ने कहा कि हमारी मांग है पार्षद के ऊपर जो धाराएं लगाई गई हैं उन्हें जल्द हटाया जाए. यदि हमारी मांगें जल्द नहीं मानी जाती हैं तो नगर निगम के पार्षद सड़क पर टेंट लगाकर धरने पर बैठेंगे. अन्य पार्षद हिमांशु चौधरी ने कहा कि हमारे एक साथी पार्षद पर बढ़ा चढ़ा कर अधिक से अधिक धाराएं लगाकर उनको जेल भेजा गया है. मामले में तथ्यों की जांच नहीं की गई है. छेड़छाड़ और लूट की धाराएं लगाई गई हैं. इसका पार्षद से कोई लेना देना नहीं है. सभी पार्षद एकत्रित होकर कमिश्नर के समक्ष अपनी बात रखने के लिए जा रहे थे, लेकिन हमें पुलिस फोर्स लगाकर रोक दिया गया है.
प्रदर्शन में मौजूद पार्षद उदित गर्ग ने कहा कि हम पुलिस कमिश्नर से मिलना चाहते हैं, लेकिन हमें पुलिस कमिश्नर से मिलने नहीं दिया जा रहा है. जो बेहद शर्मनाक है. हमें रोका जा रहा है. धक्के मारे जा रहे हैं और प्रताड़ित किया जा रहा है. मांगे नहीं मानी गई तो पार्षदों के साथ वार्ड की जनता भी अब धरने पर बैठेगी.
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वहीं, महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि उनके खिलाफ बड़े आरोप उसपर लगा दिए गए हैं. वह ऐसा पार्षद नहीं है. वह बहुत गरीब पार्षद है. वहां रात के 2:00 बजे कौन शरीफ लोग खोखा खोलकर बैठे होते हैं. पता नहीं किस बात पर तू तू मैं में हुई है, थोड़ा बहुत झगड़ा हुआ है. इसको बहुत बड़ा तूल दे दिया और लूटमार का आरोप लगा दिया. मैं भी पार्षद को जानती हूं. उसने कोई ऐसा गलत काम नहीं किया है. इतनी बड़ी-बड़ी धाराएं लगाने की जरूरत तो नही है.
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