बेमेतरा : बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने 9 जुलाई को धान उठाव कार्य में लापरवाही बरतने को लेकर बड़ा कार्रवाई की थी. कलेक्टर ने जिले के तीन समिति प्रबंधक और तीन कंप्यूटर ऑपरेटर को निलंबित किया था. इस कार्रवाई के विरोध में बेमेतरा जिला सेवा सहकारी समिति के कर्मचारियों ने मोर्चा खोल दिया है. समिति कर्मचारियों ने गुरुवार को बेमेतरा कलेक्ट्रेट पहुंचकर निलंबन आदेश को शून्य करने ज्ञापन सौंपा है.
कलेक्ट्रेट पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप : कलेक्टर के निलंबन आदेश को लेकर जिले के समिति प्रबंधकों में आक्रोश है. बेमेतरा जिला के सेवा सहकारी समिति कंतेली में बेमेतरा जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ के कर्मचारियों की बैठक हुई है. जिसमें कलेक्टर के निलंबन आदेश को लेकर चर्चा किया गया. उनका कहना है कि कलेक्टर के द्वारा नियमावली की अनदेखी कर एकतरफा कार्रवाई की जा रही है. वहीं समिति कर्मचारियों ने आगे की रणनीति तैयार किया है और सबसे पहले ज्ञापन सौंपने का फैसला किया है.
"नियम के अनुसार धान का उठाव 28 फरवरी तक पूर्ण हो जाना था. परंतु धान का उठाव जुलाई में भी जारी है, जिससे धान में सुखत आना स्वाभाविक है. जिसे शासन प्रशासन स्वीकार नहीं कर रही है और समिति के कर्मचारियों पर मनमाना करवाई किया जा रहा है. जो पूर्णतः गलत है." - जगमोहित साहू, अध्यक्ष, सहकारी समिति कर्मचारी संघ
आदेश रद्द नहीं होने पर हड़ताल की दी चेतावनी : बेमेतरा कलेक्ट्रेट में सेवा सहकारी समिति के कर्मचारियों ने बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा की अनुपस्थिति में बेमेतरा के अपर कलेक्टर गुड्डू जगत को ज्ञापन सौंपा और निलंबन को शून्य करने की मांग की है. वहीं समिति प्रबंधकों ने कहा है कि तीन दिवस के भीतर यदि निलंबन को शून्य नहीं किया गया तो कलम बंद कर धरना प्रदर्शन और हड़ताल कर विरोध किया जाएगा.
प्रबंधक और ऑपरेटर को किया था निलंबित : बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने 9 जुलाई को 6 लोगों के निलंबन का आदेश जारी किया था. इसके तहत सेवा सहकारी समिति महिलाओं के समिति प्रबंधक दिगंबर राजपूत, डाटा एंट्री ऑपरेटर नितिन साहू साजा के समिति प्रबंधक दीपक सोनी, डाटा एंट्री ऑपरेटर शरद वैष्णव, कुसमी के समिति प्रबंधक सत्यनारायण साहू, डाटा एंट्री ऑपरेटर नरेश साहू को धान खरीदी अनुबंध नीति में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था.