गिरिडीहः भारतीय जनता पार्टी ने गिरिडीह विधानसभा सीट पर निर्भय कुमार शाहबादी को एक बार फिर से उम्मीदवार बनाया है. निर्भय इस सीट से भाजपा की टिकट पर तीसरी दफा मैदान में हैं. इससे पहले 2014 में वे भाजपा के उम्मीदवार बने तो झामुमो के सुदिव्य कुमार सोनू को पराजित किया. 2019 में भाजपा ने इन्हें पुनः उम्मीदवार बनाया लेकिन उस दफा निर्भय जेएमएम नेता सुदिव्य से हार गए. अब 2024 में पार्टी ने इनपर फिर से विश्वास जताया है. टिकट मिलने के उपरांत ईटीवी भारत संवाददाता ने निर्भय कुमार शाहबादी से बात की. बातचीत के दरमियान उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनपर भरोसा जताया है और वे भरोसे पर खरे उतरेंगे. कहा कि वे लगातार जनता के बीच रहे. जनता के हर सुख दुख में शामिल रहे.
हेमंत सरकार ने जनता के साथ किया अन्याय
निर्भय शाहबादी ने हेमंत सोरेन की सरकार के कार्यों पर सवाल उठाया. कहा कि वर्तमान की सरकार ने जनता के साथ अन्याय करने का काम किया. चारों तरफ लूट खसोट का वातावरण बनाकर रखा गया. इस सरकार से हर कोई त्रस्त है. कहा कि मेरी लड़ाई सरकार के खिलाफ है बाकी जनता तय करेगी.
शिलान्यास पर उठाया सवाल
ईटीवी भारत ने जब निर्भय से पूछा कि विधायक सुदिव्य कुमार ने कई योजनाओं को लाया है. यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, सर जेसी बोस विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज लाने की बात कही गई है. इंजीनियरिंग कॉलेज, सर जेसी बोस विश्वविद्यालय की बाउंड्रीवाल का शिलान्यास भी हो गया है. बायपास सड़क बन रही है. इसके अलावा कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लाने का दावा किया गया है.
इस सवाल पर निर्भय शाहबादी ने कहा कि 'मैं अगर कह दूं कि चांद को तोड़ धरती पर ले आऊंगा' तो उसके लिए कुछ तो करना होगा. जिन योजनाओं को लाने का दावा किया जा रहा है उसके लिए कई नियम हैं. काम स्वीकृत होने के बाद टेंडर होगा लेकिन यहां बगैर टेंडर के योजना का शिलान्यास कर दिया जा रहा है और शिलान्यास तब हो रहा है जब चुनाव का बिगुल फूंक दिया गया है. चुनाव की घोषणा होने वाली थी तब हेमंत सोरेन सरकार की कैबिनेट की बैठक होती है. ये सब डपोरशंखी घोषणा है और जनता सब समझती है.
2009 में पहली दफा बने थे विधायक
निर्भय कुमार शाहबादी की बात करें तो वर्ष 2009 के चुनाव में पहली बार निर्भय विधायक बने थे. 2009 में जेवीएम की टिकट पर चुनाव लड़े और निर्दलीय प्रत्याशी मुन्नालाल को हराया था. इसके बाद वे भाजपा में शामिल हो गए. 2014 में भाजपा ने निर्भय को उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में निर्भय ने झामुमो के उम्मीदवार सुदिव्य कुमार सोनू को हराया था. 2019 में भाजपा ने फिर से निर्भय को प्रत्याशी घोषित किया. इस बार झामुमो उम्मीदवार सुदिव्य ने निर्भय को पराजित किया था.
ये भी पढ़ेंः
गिरिडीह में फिर रहेगा तीर-कमान का जोर या खिलेगा कमल, जानें कैसा रहा वर्तमान विधायक का सफरनामा