अल्मोड़ा: विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में आए कुछ लोगों ने मंदिर का कपाट बंद होने के बाद जमकर हंगामा किया. वहीं एक महिला ने मंदिर के बंद गेट में चढ़कर और दुकान में घुसकर हंगामा किया. मौके पर पुलिस भी पहुंची ने पांच लोगों के खिलाफ पुलिस एक्ट में कार्रवाई की है. वहीं व्यापार मंडल ने भी मंदिर परिसर में विवाद करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है.
अल्मोड़ा जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर स्थित जागेश्वर धाम में प्रतिदिन हजारों लोग भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक करने व पूजा कर आशीर्वाद प्राप्त करने पहुंचते हैं. मंदिर में शाम साढ़े सात बजे के बाद मंदिर समिति की ओर से आरती संपन्न कराने के बाद परंपरा के अनुसार मुख्य द्वार को बंद कर दिया जाता है. आरती के बाद मुख्य द्वार खोला नहीं जाता है और कोई भी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन नहीं कर सकता है. जागेश्वर धाम में मंदिर के द्वार बंद हो जाने के बाद पीलीभीत निवासी एक परिवार मंदिर में पहुंचा और मंदिर को खोलने के लिए कहने लगा. मंदिर में तैनात सुरक्षा कर्मियों और पुजारियों ने उन्हें बताया कि मंदिर के द्वार शाम को 7 बजे बंद हो जाते हैं और उसके बाद सुबह ही खुलते हैं.
लेकिन इस परिवार ने गेट खोलने की जिद पकड़ हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान हंगामा बढ़ता देख इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. इस बीच दोनों पक्षों में नोकझोंक हुई. व्यापार मंडल अध्यक्ष मुकेश चंद्र भट्ट ने बताया कि मंदिर के कपाट शाम को आरती के बाद 7 बजे बंद होते हैं और सुबह विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद द्वार दर्शन को खोले जाते हैं. वहीं व्यापार मंडल अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह के लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जो लोग मंदिर सहित दुकानों में तोड़फोड़ करते हैं. उन्होंने प्रशासन से कड़ी सुरक्षा की मांग भी की है. थानाध्यक्ष दन्या जसविंदर सिंह ने बताया कि मामले में पीलीभीत से आये परिवार के खिलाफ पुलिस एक्ट में कार्रवाई की है.