जयपुर: राजस्थान हाईकोर्ट में एक संविदाकर्मी ने कोर्ट परिसर में आत्महत्या कर ली. सूचना मिलते ही अशोकनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मौका मुआयना किया. वीडियोग्राफी करवाकर एफएसएल टीम को भी मौके पर बुलवाया गया. पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए. मृतक संविदाकर्मी मनीष सैनी बांदीकुई का रहने वाला था. मृतक के परिजनों ने सरकार ने मुआवजे सहित परिजन के लिए सरकारी नौकरी की मांग रखी है.
एडिशनल डीसीपी साउथ पारसमल जैन के मुताबिक शुक्रवार को राजस्थान हाईकोर्ट के थर्ड फ्लोर पर एक कमरे में संविदाकर्मी मनीष सैनी का शव मिला. सूचना पर अशोक नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने एफएसएल टीम को मौके पर बुलाकर साक्ष्य जुटाए. साथ ही वीडियोग्राफी भी करवाई गई. पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचना दी. शव को सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. इस मामले को लेकर हाईकोर्ट के संविदाकर्मियों और वकीलों ने विरोध प्रदर्शन कर मृतक के परिजनों ने मुआवजा देने और सरकारी नौकरी की मांग की.
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पुलिस के मुताबिक बांदीकुई निवासी मनीष सैनी ने हाईकोर्ट परिसर के थर्ड फ्लोर पर एक कमरे में आत्महत्या कर ली. मृतक के परिजनों ने बताया कि मनीष सैनी के पास एक सुसाइड नोट मिला है. परिजनों ने मांग की है कि मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए. बच्चों के पालन-पोषण के लिए एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता और उनकी शिक्षा मुफ्त करवाई जाए. मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की गई है. मृतक वर्ष 2005 से राजस्थान हाईकोर्ट में संविदा पर कार्य कर रहा था.