कोरबा : कटघोरा थाना के आरक्षक ने अवैध कार्यों में संलिप्त लोगों के खिलाफ अभियान के दौरान नया कारनामा किया. आरक्षक ने अभियान के तहत लोगों से वसूली शुरु की. आरक्षक ने टायर दुकान के व्यापारी को कार्रवाई से बचाने की बात कहकर 50 हजार की डिमांड की.पैसे नहीं देने पर व्यापारी को जेल भेजने की धमकी दी गई. आरक्षक से परेशान होकर टायर व्यापारी ने इसकी शिकायत एसपी से कर दी. एसपी ने मामले में गंभीरता दिखाते हुए दोषी आरक्षक को जांच के बाद सस्पेंड कर दिया.
कार्रवाई से बचाने और जेल भेजने का दिखाया डर : एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कटघोरा थाने के आरक्षक क्रमांक 880 नंदलाल सारथी को निलंबित किया है.
आरोपी आरक्षक व्यापारी से मामला रफा-दफा करने के एवज में 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था. कटघोरा थाने में इस मामले को लेकर पीडि़त पक्ष ने शिकायत दर्ज कराई थी. जिस पर एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी तत्काल जांच कराई.
जांच के बाद आरक्षक सस्पेंड : जांच में शिकायत सही पाए जाने पर एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने एक निलंबन आदेश जारी किया था. इसमें साफ तौर पर लिखा था कि पुलिस की कार्रवाई से बचाने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी. आरक्षक नंदलाल सारथी ने व्यापारी को धमकी दी थी कि पैसे नहीं देने पर जेल हो सकती है. जिससे पीड़ित पक्ष डर गया था, इसके बाद एसपी सिद्धार्थ तिवारी से शिकायत की गई.
एसपी की कार्रवाई से महकमे में हड़कंप : आम जनता से रिश्वत मांगने के इस मामले को एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बेहद गंभीरता से लिया है.ऐसे कई अवसर आते हैं, जब पुलिसकर्मी पर रिश्वतखोरी करने के आरोप तो लगते हैं. लेकिन वो किसी तरह बच निकलते हैं. लेकिन इस कार्रवाई को लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है.आदेश में उल्लेखहै कि इस तरह के कार्यों से पुलिस की छवि खराब होती है. जो पुलिस की गरिमा के विपरीत है. इसलिए आरक्षक को सस्पेंड किया गया है.