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एसीबी के नोट लेकर नंगे पांव भागा झंवर थाने का कांस्टेबल

जोधपुर में कांस्टेबल ने परिवादी से 15 हजार की घूस ली, लेकिन एसीबी कार्रवाई की भनक लगते ही वह नंगे पांव ही भाग गया.

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 3 hours ago

कांस्टेबल ने 15 हजार रिश्वत ली
कांस्टेबल ने 15 हजार रिश्वत ली (फाइल फोटो)

जोधपुर. एसीबी द्वारा पुलिस कमिश्नरेट के झंवर थाने के कांस्टेबल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने का प्लान फेल हो गया. रिश्वत के रुपए लेने के बाद एसीबी कांस्टेबल को पकड़ती उससे पहले वह रुपए लेकर ही भाग गया. एसीबी के एएसपी चक्रवर्ती सिंह ने थाने के दो कांस्टेबलों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.

उन्होंने बताया कि झंवर पुलिस थाने में जोराराम नामक व्यक्ति ने यासीन के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दी थी. थाने के दो कांस्टेबल श्याम विश्नोई व रामचंद्र ने यासीन पर कार्रवाई की बजाय उसे बचाने के लिए 30 हजार रुपए मांगे. यासीन ने एसीबी में शिकायत कर दी, जिसके सत्यापन के बाद एसीबी ने ट्रैप की रणनीति बनाई. रिश्वत का लेन-देन झंवर थाने के सामने चाय की थड़ी पर करना तय हुआ. गुरुवार दोपहर यासीन ने कांस्टेबल को रुपए तो दे दिए, लेकिन घबराने के कारण एसीबी को इशारा नहीं किया. एसीबी की टीम इशारे का इंतजार करती ही रह गई और यासीन भाग गया. फिर कांस्टेबल भी घूस के रुपए लेकर भाग गया. एसीबी ने पीछा किया, मगर वह हाथ नहीं आया. वहीं दूसरा कांस्टेबल भी भनक लगते ही थाने से गायब हो गया. हालांकि परिवादी यासीन एसीबी के पास लौट आया लेकिन एसीबी का ट्रैप का प्लान फेल हो गया.

पढ़ें: सरकारी नौकरी के लिए एक-एक लाख रुपए लेकर बांटे फर्जी खेल प्रमाण पत्र, ताइक्वांडो संघ का सचिव गिरफ्तार

घूस श्याम ने मांगी, लेने के लिए राम को भेजा : गुरूवार को यासीन घूस के रुपए लेकर थाने गया था. जहां कांस्टेबल श्याम ने उसे सामने गली में चाय की थड़ी पर जाने के लिए कहा. उसके पीछे कांस्टेबल श्याम ने कांस्टेबल रामचंद्र को भेजा. सौदा 30 हजार रुपए में तय हुआ था, लेकिन यासीन ने कांस्टेबल रामचंद्र को 15 हजार रुपए दिए और घबराकर एसीबी को इशारा किए बिना ही भाग गया. उसको संदेह था कि पानी में हाथ भीगते ही रंग निकल जाएगा. ये घटनाक्रम देख एसीबी दंग रह गई. इस दौरान एसीबी की भनक लगते ही कांस्टेबल रामचंद्र भी चप्पल छोड़कर नंगे पांव भाग गया. एसीबी के एडिशनल एसपी चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने बताया कि दोनों कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

छोटों पर कार्रवाई, बड़े बच रहे : लूणी थाने में 22 सितंबर को मारपीट के मामले में जांच के नाम पर 5 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में कांस्टेबल मुन्नाराय को एसीबी ने ट्रैप कर लिया था. जबकि हेड कांस्टेबल शंभू सिंह फरार हो गया था. जिसे भी एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया था. एक्शन लेते हुए दोनों को निलंबित कर दिया. जबकि हाईकोर्ट द्वारा तत्कालीन बासनी और वर्तमान में विवेक विहार सीआई जितेंद्र सिंह व हेड कांस्टेबल स्वरूपा राम को 5 दिनों में निलंबन आदेश जारी करने के लिए पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए थे, लेकिन पुलिस मुख्यालय की ओर से अभी तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है.

जोधपुर. एसीबी द्वारा पुलिस कमिश्नरेट के झंवर थाने के कांस्टेबल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने का प्लान फेल हो गया. रिश्वत के रुपए लेने के बाद एसीबी कांस्टेबल को पकड़ती उससे पहले वह रुपए लेकर ही भाग गया. एसीबी के एएसपी चक्रवर्ती सिंह ने थाने के दो कांस्टेबलों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.

उन्होंने बताया कि झंवर पुलिस थाने में जोराराम नामक व्यक्ति ने यासीन के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दी थी. थाने के दो कांस्टेबल श्याम विश्नोई व रामचंद्र ने यासीन पर कार्रवाई की बजाय उसे बचाने के लिए 30 हजार रुपए मांगे. यासीन ने एसीबी में शिकायत कर दी, जिसके सत्यापन के बाद एसीबी ने ट्रैप की रणनीति बनाई. रिश्वत का लेन-देन झंवर थाने के सामने चाय की थड़ी पर करना तय हुआ. गुरुवार दोपहर यासीन ने कांस्टेबल को रुपए तो दे दिए, लेकिन घबराने के कारण एसीबी को इशारा नहीं किया. एसीबी की टीम इशारे का इंतजार करती ही रह गई और यासीन भाग गया. फिर कांस्टेबल भी घूस के रुपए लेकर भाग गया. एसीबी ने पीछा किया, मगर वह हाथ नहीं आया. वहीं दूसरा कांस्टेबल भी भनक लगते ही थाने से गायब हो गया. हालांकि परिवादी यासीन एसीबी के पास लौट आया लेकिन एसीबी का ट्रैप का प्लान फेल हो गया.

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घूस श्याम ने मांगी, लेने के लिए राम को भेजा : गुरूवार को यासीन घूस के रुपए लेकर थाने गया था. जहां कांस्टेबल श्याम ने उसे सामने गली में चाय की थड़ी पर जाने के लिए कहा. उसके पीछे कांस्टेबल श्याम ने कांस्टेबल रामचंद्र को भेजा. सौदा 30 हजार रुपए में तय हुआ था, लेकिन यासीन ने कांस्टेबल रामचंद्र को 15 हजार रुपए दिए और घबराकर एसीबी को इशारा किए बिना ही भाग गया. उसको संदेह था कि पानी में हाथ भीगते ही रंग निकल जाएगा. ये घटनाक्रम देख एसीबी दंग रह गई. इस दौरान एसीबी की भनक लगते ही कांस्टेबल रामचंद्र भी चप्पल छोड़कर नंगे पांव भाग गया. एसीबी के एडिशनल एसपी चक्रवर्ती सिंह राठौड़ ने बताया कि दोनों कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

छोटों पर कार्रवाई, बड़े बच रहे : लूणी थाने में 22 सितंबर को मारपीट के मामले में जांच के नाम पर 5 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में कांस्टेबल मुन्नाराय को एसीबी ने ट्रैप कर लिया था. जबकि हेड कांस्टेबल शंभू सिंह फरार हो गया था. जिसे भी एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया था. एक्शन लेते हुए दोनों को निलंबित कर दिया. जबकि हाईकोर्ट द्वारा तत्कालीन बासनी और वर्तमान में विवेक विहार सीआई जितेंद्र सिंह व हेड कांस्टेबल स्वरूपा राम को 5 दिनों में निलंबन आदेश जारी करने के लिए पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए थे, लेकिन पुलिस मुख्यालय की ओर से अभी तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है.

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