भिलाई : पाटन के फुंडा क्षेत्र में 10 सितंबर को मवेशियों से भरे ट्रक को जब्त किया गया था.पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि आरक्षक और मवेशी तस्करों के बीच सांठ गांठ है.जिसमें आरक्षक ने मवेशी तस्करों को पुलिस के आने से पहले ही सूचना दे दी थी. आरक्षक डिलेश्वर पठारे पर आरोप लगे थे कि उसकी सूचना के बाद मौके से मवेशी तस्करी का मुख्य आरोपी संजय गिरी गोस्वामी फरार हो गया था. जिसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है,वहीं पुलिस ने मवेशी तस्करों से सांठगांठ रखने वाले आरक्षक पर कार्रवाई की है.
क्या है मामला ?: 10 सितम्बर को पाटन थाना क्षेत्र ग्राम फुंडा में गश्त के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि पेट्रोल पंप से 200 मीटर आगे फॉर्म हाउस में भैंसों को जमाकर रखा गया है.जिन्हें कत्लखाने ले जाया जाना है. पुलिस की टीम ने छापेमारी की तो मौके पर ट्रक मिला. जिसमें 5 भैंसा, 38 भैंस को ठूंसकर भरा गया था. मौके पर पुलिस ने यूपी निवासी इस्गार अहमद को अरेस्ट किया गया. उसने बताया कि फार्म हाउस संजय गिरी गोस्वामी का है.वो मवेशियों को कटनी कत्लखाने लेकर जा रहा है.
''ग्राम फुंडा में मवेशी तस्करी की सूचना मिली थी. पुलिस की टीम ने रेड मारा तो मौके पर ट्रक में भरे हुए मवेशी मिले.मौके से एक आरोपी की गिरफ्तारी हुई है.वहीं मुख्य आरोपी फरार है. इस मामले में एक आरक्षक की संलिप्तता भी सामने आई है." सुखनंदन राठौर,एएसपी
आपको बता दें कि फार्म हाउस में जब्त किए गए मवेशियों की तस्करी का मुख्य आरोपी संजयगिरी गोस्वामी है.जो फार्म हाउस से मवेशियों को कत्लखाने भेज रहा था. इस केस की जांच में बात सामने आई है कि आरोपी संजयगिरी गोस्वामी के साथ पाटन थाना में तैनात आरक्षक डिलेश्वर पठारे की सांठगांठ थी. सीडीआर एनालिसिस के दौरान आरक्षक की करतूत सामने आई. उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आरक्षक डिलेश्वर पठारे के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया.वहीं मुख्य आरोपी की तलाश की जा रही है.