जयपुर. जिले के जोबनेर थाना इलाके में दलित युवक की संदिग्ध अवस्था में मौत के मामले में 40 घंटे बाद प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया. पुलिस ने मृतक अजय कुमार का शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
दरअसल रविवार को युवक अजय कुमार देर रात को घायल अवस्था में मिला था. उसे निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई थी. ऐसे में परिजनों ने नामजद लोगों के खिलाफ हत्या करने का आरोप लगाते हुए जोबनेर पुलिस थाने में मामला दर्ज करवाया था. शव को हिंगोनिया पुलिस चौकी के बाहर रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों को लेकर धरना शुरू किया था.
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प्रशासन के द्वारा बार-बार समझाइश के बाद भी ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे. ऐसे में 40 घंटे बाद प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बनी और ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर अंतिम संस्कार के लिए शव को लिया. जोबनेर उपखंड अधिकारी अभिमन्यु सिंह ने बताया कि धरना दे रहे लोगों की लगभग सभी मांगे मान ली गई थीं. परिवार को मुआवजा देने, सरकारी नौकरी और डेरी बूथ देने की मांग थी. जिन पर सहमति जताते हुए प्रस्ताव बनाकर अधिकारियों को भेज दिया गया है.
इन मांगों पर बनी सहमति: दलित युवक अजय कुमार की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में जिला प्रशासन और परिजनों के बीच सहमति बनी. परिजनों ने आर्थिक सहायता राशि, डेयरी बूथ और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की थी. प्रशासन ने उनकी मांगों पर सहमति देते हुए शव का अंतिम संस्कार कर धरना समाप्त करने की अपील की. परिजनों ने 7 दिन का अल्टीमेटम देते हुए पूरे मामले का खुलासा कर आरोपियों की गिरफ्तारी करने की मांग की है.