शिमला: हिमाचल में लोकसभा चुनावों के साथ साथ छह सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनावों पर भी थी. इन उपचुनावों के नतीजों पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार का भविष्य टिका था. कांग्रेस ने छह में तीन सीटों पर जीत हासिल कर अपनी स्थिति फिर से मजबूत कर ली है. ऊना जिले की गगरेट सीट पर कांग्रेस ने एक बार फिर जीत हासिल की है.
गगरेट से कांग्रेस प्रत्याशी राकेश कालिया ने बीजेपी उम्मीदवार चैतन्य शर्मा को 7,790 मतों से हरा दिया. राकेश कालिया को कुल 34,785 वोट मिले. वहीं, चैतन्य शर्मा को 26,815 मत मिले. राकेश कालिया ने चौथी बार जीत का चौक्का लगाया है. बीजेपी उम्मीदवार चंद महीने पहले कांग्रेस से बगावत कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. कांग्रेस ने यहां से राकेश कालिया और बीजेपी ने चैतन्य शर्मा को मैदान में उतारा था, लेकिन जीत कांग्रेस के हाथ लगी है. इसके अलावा आजाद प्रत्याशी अमित वशिष्ट को 559, अशोक सोंखला को 319, मनोहर लाल शर्मा को 282 और नोटा के 599 मत मिले हैं, जबकि नोटा पर 599 वोट पड़े हैं.
गगरेट विधानसभा उपचुनाव | |||||
प्रत्याशी | राकेश कालिया(कांग्रेस) | रिजल्ट | चैतन्य शर्मा (बीजेपी) | रिजल्ट | मार्जिन |
वोट | 34,785 | जीत | 26,815 | हार | 7,790 |
2022 | गगरेट विधानसभा चुनाव | ||||
प्रत्याशी | चैतन्य शर्मा (कांग्रेस) | रिजल्ट | राजेश ठाकुर (बीजेपी) | रिजल्ट | मार्जिन |
वोट | 40, 767 | जीत | 25, 082 | हार | 15,685 |
कौन हैं राकेश कालिया
कांग्रेस प्रत्याशी राकेश कालिया 2 बार चिंतपूर्णी और एक बार गगरेट से विधायक रह चुके हैं, लेकिन 2022 के विधानसभा चुनावों में चैतन्य शर्मा को टिकट देने के बाद राकेश कालिया बीजेपी में शामिल हो गए थे. चैतन्य शर्मा के बीजेपी में शामिल होते ही राकेश कालिया ने फिर घर वापसी करते हुए कांग्रेस का दामन थाम लिया था.
सीएम-डिप्टी सीएम की थी अग्निपरीक्षा
ये चुनाव प्रदेश के सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल था. गगरेट सीट डिप्टी सीएम के गृह जिले में आती है. इस समय प्रदेश के दो महत्वपूर्ण पदों सीएम और डिप्टी सीएम पद पर निचले हिमाचल से हैं. सीएम का गृह जिला हमीरपुर और डिप्टी सीएम का गृह जिला ऊना पड़ोसी जिले हैं. ऐसे में इस समय सत्ता का केंद्र निचला हिमाचल ही है. इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि जब प्रदेश के दो बड़े महत्वपूर्ण पद निचले हिमाचल को मिले हैं. कांग्रेस ने गगरेट सीट को जीतकर अपनी स्थिति विधानसभा में मजबूत कर ली है.