देहरादून: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तराखंड में वनाग्नि के घटना में मरने वाले चार वनकर्मियों की मौत पर दु:ख जताया है. साथ ही उन्होंने उत्तराखंड सरकार से आग्रह किया है कि वो पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद करें. साथ ही उन्हें मुआवजा दिया.
प्रियंका गांधी ने अपने एक्स (X) अकाउंट पर इस घटना का जिक्र किया है. साथ ही उन्होंने लिखा है कि पिछले कई महीने से उत्तराखंड के जंगल लगातार जल रहे हैं. सैकड़ों हेक्टेयर जंगल तबाह हो चुके हैं. हिमाचल प्रदेश में भी जंगलों में जगह-जगह आग लगने की सूचनाएं हैं. एक स्टडी के मुताबिक, हिमालय क्षेत्र के जंगलों में आग लगने की घटनाओं में कई गुना बढ़ोतरी हुई है. जलवायु परिवर्तन (Climate change) का सबसे अधिक असर हमारे हिमालय और पर्वतीय पर्यावरण पर हुआ है.
बता दें कि उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में कल 13 जून गुरुवार को बिनसर वन्यजीव अभ्यारण्य के जंगलों में आग लग गई थी. इसी वनाग्नि को बुझाने के दौरान 8 वनकर्मी जंगल की आग की चपेट में आ गए थे, जिसमें से चार लोगों की तो मौके पर ही जलकर मौत हो गई थी. वहीं चार अन्य गंभीर रूप से झुलस गए थे. इस अग्निकांड में घायल हुए चारों वनकर्मियों को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां दो की गंभीर हालत को देखते हुए आज 14 जून को एयर एंबुलेंस से एम्स दिल्ली रेफर किया गया.
वहीं, इस अग्निकांड में मारे गए चारों वनकर्मियों के परिजनों को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ दस-दस लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की गई है. इसके अलावा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जंगल में लगी आग पर काबू पाने के लिए एयरफोर्स की मदद ली है. एयरफोर्स की मदद अल्मोड़ा में जंगल की आग पर काबू पाया जा रहा है. वहीं, सरकार ने लापरवाही बरतने के आरोप में दो आईएफएस अधिकारियों को सस्पेंड भी किया है.
पढ़ें---
- अल्मोड़ा बिनसर फॉरेस्ट फायर हादसा, आग बुझाने के लिए लगेगी एयरफोर्स, सीएम धामी ने दिये निर्देश
- अल्मोड़ा हादसे के बाद पनपा आक्रोश, फॉरेस्ट फायर मामले में मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग, वन कर्मियों ने दिया अल्टीमेटम
- उत्तराखंड वनाग्नि मौत मामला: 4 मृतकों के परिजनों को मिलेगी 10-10 लाख की आर्थिक मदद, एयर एंबुलेंस से एम्स दिल्ली शिफ्ट होंगे झुलसे वनकर्मी
- उत्तराखंड में वनाग्नि का तांडव, अल्मोड़ा में चार वनकर्मियों की झुलसकर मौत, चार गंभीर रूप से झुलसे