झालावाड़. राजस्थान विधानसभा में बजट पेश किए जाने के बाद से ही हंगामा जारी है. विधानसभा सत्र के दौरान कई कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर चेहरा देखकर भेदभाव करने का आरोप लगाया है. जिले से कांग्रेस के इकलौते विधायक सुरेश गुर्जर ने भी विधानसभा में मुख्यमंत्री पर तीखे हमले किए. उन्होंने चुटकी भरे अंदाज में कहा कि जैसे दिल्ली की पर्ची से मुख्यमंत्री बनाए गए, बजट भी दिल्ली दरबार के इशारों पर लिखा गया.
चेहरा देखकर भेदभाव किया गया : उन्होंने कहा कि भाजपा जनता को झूठे सपनों को दिखाकर सत्ता में आई है. ऐसे में 8 करोड़ जनता को उम्मीद थी कि बजट में भाजपा सरकार कुछ ठोस घोषणाएं करेगी, लेकिन वित्त मंत्री दीया कुमारी की ओर से पेश किए गए बजट में किसानों, मजदूरों, महिलाओं, बेरोजगारों और युवाओं को कुछ नहीं मिला है. इस बजट में चेहरा देखकर भेदभाव किया गया है और कांग्रेस विधायकों की उपेक्षा की गई है. राजस्थान की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी.
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प्रदेश में जमीनी हालात खराब : सुरेश गुर्जर ने कहा कि वित्त मंत्री की ओर से पेश किए गए 125 पेज के बजट में उनकी विधानसभा में एक भी घोषणा नहीं की गई. ये क्षेत्र वासियों के साथ अन्याय है. विधायक ने कहा कि बजट में ऊर्जा प्रबंधन को लेकर बड़ी-बड़ी बातें की गई हैं, जबकि प्रदेश में जमीनी हालात खराब हैं. उन्होंने कहा कि संपूर्ण प्रदेश में ग्रामीण इलाकों में बिजली के हालात खराब हैं. शाम होते ही बिजली गुल हो जाती है. ऐसे में ग्रामीण इलाकों में 6 से 7 घंटे ही बिजली मिल रही है. वहीं, जले ट्रांसफार्मर को 15 दिनों तक नहीं बदला जा रहा. उनके क्षेत्र में सड़कों के हालात खराब हैं. इनमें बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं. ऐसे सड़कों की मेंटनेंस के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं रखा गया, अगर सरकार क्षेत्र में सड़क बनाने में असमर्थ है तो गड्ढों में थेकले लगवा दें ताकि आमजन को राहत मिल सके.