शिमला: हिमाचल में छह नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के बाद शिमला में आज कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होगी. जिसमें प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर चर्चा जाएगी. हाल ही में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा की छह सीटों के लिए उपचुनाव हुए थे. जिसमें कांग्रेस ने छह में से चार सीटें जीतकर सरकार को और मजबूत स्थित में ला दिया है. ऐसे में उपचुनाव में मिली जीत से उत्साहित कांग्रेस की नजर अब आगामी तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर है.
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का प्रयास तीनों सीटों पर जीत दर्ज कर विधानसभा सदन में अपनी पार्टी के विधायकों का संख्या बल बढ़ाने का है, ताकि भविष्य में ऑपरेशन लॉट्स की आशंका को हमेशा के लिए खत्म किया जा सके. विधायक दल की इस बैठक में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी शामिल होंगी. इस दौरान विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रस्तावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार कर हाईकमान को भेजा जा सकता है, ताकि उम्मीदवारों के नामों की जल्द घोषणा होने के साथ कांग्रेस अपना प्रचार अभियान शुरू कर सके.
विधायकों की संख्या 41 करने पर मंथन
हिमाचल में विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद विधानसभा सदन ने अब कांग्रेस विधायकों की संख्या 34 से बढ़कर 38 हो गई है. जो 68 विधायकों वाली विधानसभा में बहुमत से 3 अधिक है. हालांकि 3 निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा मंजूर होने के बाद विधानसभा में विधायकों की संख्या अब 65 रह गई है. इस हिसाब से वर्तमान में बहुमत के लिए 33 विधायकों की ही आवश्यकता है. वहीं, हिमाचल में 27 फरवरी को राज्यसभा के लिए हुए चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद उपजे सियासी संकट को देखते हुए सुक्खू सरकार विधानसभा की तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगी. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का प्रयास तीन सीटों पर उपचुनाव जीतकर विधायकों का संख्या बल 38 से बढ़ाकर 41 करने का प्रयास रहेगा, ताकि भविष्य में सरकार पर आने वाले संकट की आशंकाओं को जड़ से ही खत्म किया जा सके.
2022 के चुनाव में मिली थी 40 सीटें
हिमाचल प्रदेश में साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 40 सीटों पर चुनाव जीतकर भाजपा की जयराम सरकार को सत्ता से बेदखल किया था. वहीं, भाजपा 25 सीटों पर चुनाव जीतने में सफल रही थी. उस दौरान तीन उम्मीदवार निर्दलीय चुनाव जीतकर विधायक बने थे. ऐसे 40 विधायकों के संख्या बल वाली सुक्खू सरकार अच्छे खासे बहुमत के साथ चल रही थी, लेकिन प्रदेश में 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी. जिससे विधानसभा में अच्छा खासा बहुमत होने के बावजूद कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी 25 विधायकों वाले भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन से चुनाव हार गए थे, लेकिन अब अगर कांग्रेस विधानसभा की तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव में जीत दर्ज करती है तो विधानसभा सदन में कांग्रेस विधायकों की संख्या 41 हो जाएगी. जो साल 2022 के विधानसभा चुनाव में मिली सीटों से 1 अधिक होगी.
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