कोटा. सोशल मीडिया पर कोटा-बूंदी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी ओम बिरला की छवि खराब करने के मामले में पुलिस ने दो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. इसका कांग्रेस विरोध कर रही है. इस बीच सोमवार को पार्टी के नेता एसपी कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी आपत्ति जताई. साथ ही कांग्रेस नेताओं ने निर्वाचन आयोग को भारतीय जनता पार्टी का एजेंट करार दिया. वहीं, पुलिस पर सोशल मीडिया के नाम पर पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ ज्यादती करने का आरोप लगाया.
कांग्रेस के कोटा शहर अध्यक्ष रविंद्र त्यागी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के दबाव में सोशल मीडिया की आड़ में हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं और उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को पहले 107 व 151 की शांति भंग की धाराओं में गिरफ्तार किया गया. फिर उन्हें दो दिनों तक थाने में बैठाकर रखा गया और बाद में जमानत ली. उसके बाद दोबारा उन्हें गिरफ्तार किया गया. उन पर सोशल मीडिया के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई की गई. ऐसे में साफ हो गया है कि साजिशन कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को परेशान किया जा रहा है.
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महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष राखी गौतम ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को डराया व धमकाया जा रहा है, उसके विरुद्ध हमने मोर्चा खोल दिया है. साथ ही हम पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा ही आगे भी चलता रहा तो हमारे कार्यकर्ता सड़क पर उतरेंगे. इस दौरान राखी गौतम ने निर्वाचन आयोग की शिकायत का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
यही वजह है कि हमें लग रहा है कि उनके मन में बिरला परिवार का डर बैठ गया है और निर्वाचन आयोग भाजपा के एजेंट के तौर पर काम कर रहा है. राखी गौतम ने कहा कि हम जहां भी जनसंपर्क के लिए जा रहे हैं, वहां ड्रोन उड़ा कर जासूसी की जा रही है. उसके अलावा वीडियो और फोटो खींचने के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को हमारे पीछे लगाया गया है. यह सब हमें डराने के लिए किया जा रहा है.