भरतपुर: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन संभाग प्रभारी और राजाखेड़ा के विधायक रोहित बोहरा और टोडाभीम विधायक घनश्याम मेहर ने शनिवार को भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने सरकार की योजनाओं, किसानों से जुड़े मुद्दों और बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर कई आरोप लगाए.
विधायक रोहित बोहरा ने कहा कि भाजपा सरकार 1 साल का जश्न मना रही है, लेकिन हकीकत यह है कि किसानों को डीएपी और यूरिया समय पर उपलब्ध नहीं हो रहा. मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर में भी किसानों को पूरे 6 घंटे बिजली नहीं मिल रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि धौलपुर जिले की समस्याओं को सरकार ने पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया है.
वादों पर खरी नहीं उतरी सरकार: उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किसानों को गेहूं पर 300 रुपए बोनस और किसान निधि के तहत 12,000 रुपए देने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ. किसानों के कर्जमाफी के वादे को भी दरकिनार कर दिया गया है. विधायक बोहरा ने गहलोत सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को गरीबों के लिए बेहतरीन बताया और कहा कि भाजपा सरकार ने इसे सीमित कर 5 लाख रुपए तक की योजना बना दी है, जिससे मरीजों को उपचार में कठिनाई हो रही है.
ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट छिना: उन्होंने कहा कि भरतपुर और अलवर के 50 हजार लोगों को रोजगार देने वाला ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट, जो जापानी कंपनी के तहत लगाया जा रहा था, अब राजस्थान से हटकर अन्य राज्य में चला गया. बोहरा ने मुख्यमंत्री के जापान दौरे पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि इस दौरे से राजस्थान में 1500 करोड़ का निवेश आना था, जो आंध्रप्रदेश चला गया.
राइजिंग राजस्थान महोत्सव पर सवाल: बोहरा ने राइजिंग राजस्थान महोत्सव को जनता को भ्रमित करने का प्रयास बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि यूएई से आने वाले 5 लाख करोड़ रुपए के सोलर इन्वेस्टमेंट का ठेका केवल गुजरात के उद्योगपति को दिया जाएगा, जबकि राइजिंग राजस्थान के नाम पर जनता को चश्मा पहनाया जा रहा है. बोहरा ने जयपुर में हुए बड़े हादसे को लेकर अस्पतालों की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि किसी भी अस्पताल में बर्न यूनिट की पर्याप्त क्षमता नहीं थी. अजमेर रोड पर क्लोवर लीफ निर्माण के लिए एनएचएआई को बगरू इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने कई बार पत्र लिखा, लेकिन केंद्रीय मंत्री के रिश्तेदार के कारण यह काम अटका हुआ है. बोहरा ने कहा कि नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर में हो रहे हैं.