पलामू: सांसद विष्णुदयाल राम ने संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान हुए घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के दौरान हर दौर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एवं आरक्षण दोनों का विरोध किया है.
सांसद विष्णुदयाल राम ने संसद में हुए घटनाक्रम को लेकर सोमवार को पलामू में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने संसद में संविधान पर चर्चा के दौरान हुए घटनाक्रम को लेकर एक-एक बिंदु पर जानकारी को साझा किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष चाहता था कि संविधान पर चर्चा हो. चर्चा के दौरान कांग्रेस के कार्यकाल में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के अपमान और आरक्षण विरोधी नीति की बातें सामने आईं तो विपक्ष बौखला गया.
पलामू सांसद ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के निधन के बाद कांग्रेस ने उन्हें सम्मान नहीं दिया बल्कि उनके द्वारा विरोध ही किया जाता रहा. नेहरू जी का शासन काल रहा हो या इंदिरा गांधी या फिर राजीव गांधी का, सभी के शासनकाल में बाबा साहब का अपमान किया गया एवं आरक्षण का विरोध किया गया.
कांग्रेस पार्टी ने यह भी सुनिश्चित किया था कि अंबेडकर चुनाव जीतकर नहीं आएं. सांसद विष्णुदयाल राम ने कहा कि उपयोगिता नहीं समझ कर अंबेडकर जी ने इस्तीफा दिया था. उस दौरान जब नेहरू जी को बताया गया था कि अंबेडकर जी इस्तीफा देने वाले हैं लेकिन नेहरू जी ने कहा कि अंबेडकर जी के इस्तीफा देने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
यह सभी बातें संविधान पर हुई चर्चा के दौरान सामने आई हैं. संसद में राहुल गांधी द्वारा घटनाक्रम भी दुर्भाग्यपूर्ण है. नागालैंड की महिला सांसद एवं एक सांसद जख्मी हुए थे. चर्चा के दौरान जो बातें सामने आई थीं उससे कांग्रेस की नीति उजागर हुई है.
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