भोपाल: महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. पार्टी ने सिंघार को नागपुर और अमरावती जिले का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. वर्तमान में उमंग सिंघार धार जिले की गंधवानी विधानसभा सीट से विधायक हैं. कांग्रेस पार्टी द्वारा यह जिम्मेदारी सौंपे जाने पर सिंघार ने कहा कि 'मैं यह सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करूंगा कि कांग्रेस अमरावती और नागपुर क्षेत्रों की अधिकांश विधानसभा सीटों पर जीत हासिल करे और महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस एक नई ताकत के रूप में उभरे.'
कांग्रेस के 2 पूर्व सीएम के साथ सिंघार को मिली जिम्मेदारी
बता दें कि महाराष्ट्र के विदर्भ की 20 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी कांग्रेस पार्टी ने तीन नेताओं को सौंपी हैं. इनमें दो जिले शामिल हैं. यहां चुनाव के दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार को नागपुर और अमरावती जिले में पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है. महाराष्ट्र के विदर्भ संभाग के अमरावती और नागपुर दोनों जिले मध्य प्रदेश के बैतूल और छिंदवाड़ा जिलों की सीमा से लगे हुए हैं.
मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष, कांग्रेस पार्टी के ऊर्जावान नेता श्री @UmangSinghar जी को महाराष्ट्र चुनाव हेतु मिली जिम्मेदारी के लिए अनंत बधाई शुभकामनाएँ। pic.twitter.com/azViNboMdj
— MP Congress (@INCMP) October 15, 2024
2 जिलों में 3 लोकसभा क्षेत्र 68 लाख से अधिक वोटर
बता दें कि नागपुर जिले में दो लोकसभा क्षेत्र नागपुर और रामटेक हैं. इनमें 12 विधानसभा क्षेत्र हैं. जिसमें मतदाताओं की संख्या करीब 43,24,186 है. इनमें 3 विधानसभा क्षेत्र में पुरुषों से अधिक महिला मतदाता हैं. दक्षिण-पश्चिम नागपुर, दक्षिण नागपुर व पश्चिम नागपुर विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से अधिक है. वहीं अमरावती जिले में सभी 8 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में कुल 25 लाख 34 हजार 976 मतदाता हैं.
20 नवंबर को चुनाव, 23 को परिणाम
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने चुनाव आयोग द्वारा महाराष्ट्र और झारखंड के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने से कुछ घंटे पहले ही चुनाव पर्यवेक्षकों की सूची जारी की है. मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने मंगलवार को घोषणा की कि 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे. इसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
कमलनाथ को भी मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
इधर मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कमलनाथ से मिलकर लंबी चर्चा की है. करीब 2 घंटे की मुलाकात में दोनों नेताओं ने साथ में लंच भी किया. ऐसे में माना जा रहा है कि महाराष्ट्र चुनाव में कमलनाथ को भी बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. इसका कारण कमलनाथ का छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र महाराष्ट्र की सीमा से लगा हुआ होना भी है. दरअसल छिंदवाड़ा से लगे हुए क्षेत्रों में कमलनाथ का अच्छा प्रभाव है. इसके साथ ही महाराष्ट्र के औद्योगिक घरानों से भी कमलनाथ के अच्छे संबंध में हैं. इसलिए कांग्रेस महाराष्ट्र चुनाव में कमलनाथ का उपयोग भी कर सकती है.