सोलन: शिमला लोकसभा सीट से छह बार सांसद रहे केडी सुल्तानपुरी के बेटे और वर्तमान में कसौली के विधायक विनोद सुल्तानपुरी को कांग्रेस ने शिमला लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, शिमला से टिकट मिलने पर विनोद सुल्तानपुरी ने पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने टिकट के लिए पार्टी हाईकमान का आभार व्यक्त किया है.
विनोद सुल्तानपुरी ने कहा, "यह उनके लिए भावनात्मक झण है. जहां से उनके पिता छह बार सांसद रहे, वहां से उन्हें कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है. यह चुनाव छींटाकशी की राजनीति के आधार पर नहीं, बल्कि जनता से जुड़े मुद्दों पर लड़ा जाएगा. ताकि जो जनता के वादे आज तक पूरे नहीं हो पाए है वो पूरे किए जा सके. शिमला लोकसभा सीट में पर्यटन, रोजगार और खेती के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले है. भाजपा के दावे और मोदी लहर इस बार चुनावो में काम नहीं आने वाली है. क्योंकि कांग्रेस जनता के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी".
बता दें कि कसौली से कांग्रेस विधायक विनोद सुल्तानपुरी को राजनीति उनको उनके पिता से विरासत में मिली है. उनके पिता केडी सुल्तानपुरी शिमला संसदीय सीट से छह बार के सांसद रह चुके हैं. साल 1987 में विनोद सुल्तानपुरी का जन्म हुआ था. उन्होंने द लॉरेंस स्कूल सनावर से पढ़ाई की है. इसके बाद सुल्तानपुरी ने वकालत की पढ़ाई की. वर्तमान में वे वकील भी हैं. कॉलेज के समय वे एनएसयूआई के साथ जुड़े और छात्र राजनीति की शुरुआत की.
विनोद सुल्तानपुरी कसौली विधानसभा क्षेत्र के सुल्तानपुर में रहते हैं. उन्होंने पहली बार 2012 मे कांगेस पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था. इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी ताकत पूरी झोंकी थी, लेकिन वे दोनों बार चुनाव हार गए. उसके बाद उन्होंने साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर कसौली से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. उन्होंने इस चुनाव में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल को हराया था.
ये भी पढ़ें: कांग्रेस ने मंडी से विक्रमादित्य सिंह के नाम पर लगाई मुहर, टिकट मिलते ही "किंग" की जानिए पहली प्रतिक्रिया