जबलपुर। कांग्रेस प्रत्याशियों के पास अब चुनाव लड़ने के लिए भी पैसे नहीं हैं. कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव प्रचार के दौरान डोर टू डोर जाकर वोट के साथ नोट भी मांग रहे हैं. इसकी वजह है कि कांग्रेस पार्टी के खाते सीज कर दिए गए हैं. इसके चलते अब कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के पास विज्ञापन से लेकर चुनाव प्रचार की सामग्री तक के लिए पैसे नहीं हैं. यह कहना है जबलपुर लोकसभा कांग्रेस के प्रत्याशी दिनेश यादव का. दिनेश यादव का कहना है कि बीजेपी के अन्याय का जवाब जनता देगी.
कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश यादव का अनोखा चुनाव प्रचार
लोकसभा चुनाव का प्रचार तेज होने लगा है. अभी तक प्रत्याशियों द्वारा जनता को वोट के लिए पैसे देने की मामले सामने आते रहे हैं लेकिन जबलपुर में इसके उल्टा हो रहा है. यानी मतदाता से वोट भी लो और नोट भी दो. जबलपुर में कांग्रेस प्रत्याशी दिनेश यादव अपने अनोखे अंदाज में प्रचार करते दिखाई दे रहे हैं. दरअसल, दिनेश यादव जनता के बीच वोट मांगने पहुंच रहे हैं और वोट के साथ-साथ नोट भी मांग रहे हैं. दिनेश यादव मध्यम वर्ग के व्यापारी हैं लेकिन राजनीति में 40 सालों से सक्रिय होने के कारण उनकी छवि एक राजनेता की है. आर्थिक रूप से दिनेश यादव बहुत ज्यादा संपन्न नहीं हैं.
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कांग्रेस के पास प्रचार-प्रसार के लिए पैसे नहीं बचे
जनता के बीच पहुंच रहे दिनेश यादव का कहना है "यह बात पूरा देश जानता है कि कांग्रेस के सभी बैंक खाता सीज कर दिए गए हैं. कांग्रेस पार्टी एवं उसके प्रत्याशियों के पास चुनाव लड़ने के लिए भी पैसा नहीं है. ऐसे में जनता के बीच वोट मांगने के लिए तो वह खुद जा सकते हैं लेकिन अन्य आवश्यक कार्यों के लिए उन्हें पैसों की जरूरत पड़ेगी. इस स्थिति में जनता से ही सहयोग की उम्मीद है. दिनेश यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के सभी खाते सीज हैं. ऐसे में वह जनता से ₹10 का सहयोग मांग रहे हैं. प्रत्येक मतदाता से ₹10 से लेकर ₹100 तक का सहयोग उनके लिए पर्याप्त है." दिनेश यादव ने यह भी दावा किया कि उन्हें जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है और 4 जून को आने वाले लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद उनका विजय जुलूस निकलेगा.