देहरादून/कोटद्वार: उत्तराखंड कल यानी 9 नवंबर को 25 साल को हो जाएगा. राज्य स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि इन 24 सालों में उत्तराखंड में अनेकों उतार-चढ़ाव देखे हैं. अभी भी कई काम होने बाकी हैं. वहीं, उत्तराखंड क्रांति दल का कहना है कि प्रदेश के जिन नौजवानों ने पढ़ लिखकर रोजगार का सपना देखा था, उन नौजवानों को बीजेपी ने चौराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है.
कांग्रेस और बीजेपी पर बरसे त्रिवेंद्र पंवार: यूकेडी के संरक्षक त्रिवेंद्र पंवार ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी ने नौजवानों के सपनों को चकनाचूर कर उनके सामने 'आगे कुआं पीछे' खाई वाली स्थिति लाकर खड़ी कर दी है. रोजगार नहीं मिलने से प्रदेश का बेरोजगार नौजवान नशे के दलदल में समाता जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य को राष्ट्रीय दलों के नेताओं ने बारी-बारी से लूटने का काम किया. उत्तराखंड में महिलाओं के प्रति अपराधों में वृद्धि हुई है और राज्य के गांवों से पलायन बदस्तूर जारी है. ऐसे में यूकेडी का स्पष्ट मानना है कि उत्तराखंड राज्य का सर्वांगीण विकास वही सोच सकता है, जिसने इस राज्य को बनाने के लिए 42 शहादतें दी हों.
करन माहरा ने कही ये बात: वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज भी राज्य के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं. प्रदेश की महिलाओं और युवा पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित एवं आशाजनक बनाना विशेष चुनौतियों में शामिल है. प्रथम निर्वाचित कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री रहे एनडी तिवारी के नेतृत्व में राज्य में विभागों का ढांचा तैयार कर विकास की बुनियाद रखी गई थी, लेकिन आज भी राज्य के सामने पर्वतीय क्षेत्रों से हो रहे पलायन को रोकने की बड़ी चुनौती है.
इसके लिए ठोस और प्रभावी प्रयासों की जरूरत है, लेकिन बीजेपी सरकारों ने अपने कार्यकाल में जनता से किए वादों को निभाने की जगह सत्ता और धनबल का प्रयोग किया. विपक्षी दलों ने प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त की संस्कृति शुरू की. उन्होंने महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार, बेरोजगारी, सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों, कानून व्यवस्था की स्थिति, प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाल स्थिति को लेकर भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया है.
खूबसूरत पेंटिंग से सजा कोटद्वार: उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस को लेकर कोटद्वार शहर में तैयारियां जोरों पर है. कोटद्वार में राज्य स्थापना दिवस एक अनोखे तरीके से मनाने का संकल्प लिया गया है. जिसके तहत कोटद्वार में पेंटिंग प्रतियोगिता कराई जा रही है. जिसके तहत मुख्य चौराहों, तीलू रौतेली चौक, श्री सिद्ध बली मंदिर मार्ग, सिम्मलचौड़ न्यायालय परिसर चौक में उत्तराखंड संस्कृति से प्रतिभूति पेंटिंग पिरोई गई है.
पेंटिंग के मुख्य आकर्षण का केंद्र उत्तराखंड के देवस्थान, ॐ पर्वत, पारंपरिक महिला वेशभूषा, अलौकिक वाद्य यंत्र, ढोल दमाऊ, मशकबीन की खूबसूरत पेंटिंग पर्यटकों और स्थानीय लोगों को मोहित कर रही है. इसके अलावा मुख्य चौराहों पर विश्व प्रसिद्ध नंदा राजजात यात्रा, गढ़वाल-कुमाऊं की पारंपरिक पहनावा और जीवन शैली को पेंटिंग के माध्यम से उकेरा गया है. वाल पेंटिंग में कोटद्वार के 30 प्रतिभागियों ने आवेदन किया, जिसमें से 15 प्रतिभागियों की ओर से मनमोहक पेंटिंगों को उकेरा जा रहा है.
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