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दिल्ली में स्वच्छता के प्रति ठोस कदम, मेयर शैली ओबेरॉय ने की उच्च स्तरीय बैठक - SHELLY OBEROI HELD MEETING

स्वच्छता अभियान को सुदृढ़ करना और दिल्ली को त्योहारों से पहले एक साफ-सुथरी छवि प्रदान करने के उद्देश्य से मेयर शैली ओबेरॉय ने बैठक की

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 12, 2024, 5:51 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया, जिसमें विशेष स्वच्छता अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई और कंस्ट्रक्शन एवं डेमोलिशन (सीएंडडी) कचरे के प्रबंधन में आ रही प्रमुख चुनौतियों का समाधान तलाशा गया. इस बैठक में एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी, जैसे कि अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस, जितेंद्र यादव, प्रमुख अभियंताश्री केपी सिंह और सभी जोनल डीसी शामिल हुए.

विशेष स्वच्छता अभियान की सराहना: बैठक का उद्देश्य आगामी त्योहारों के मद्देनजर दिल्ली को साफ़ और स्वच्छ रखना था. मेयर डॉ. ओबेरॉय ने विशेष स्वच्छता अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, लेकिन साथ ही उन्होंने विभिन्न स्थानों पर अनधिकृत रूप से कचरा फेंकने की समस्या और पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के सड़कों से कचरा संग्रहण में चुनौतियों पर भी चिंता व्यक्त की.

मेयर ने एमसीडी और अन्य नागरिक एजेंसियों के बीच समन्वय में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण कुछ क्षेत्रों में मलबा और कचरा हटाने में देरी हो रही है, इसलिए हमें सभी उपायुक्तों को दिशा-निर्देश देने की आवश्यकता है, ताकि कचरा संग्रहण और प्रबंधन पर कड़ी निगरानी रखी जा सके.”

लापरवाही की स्थिति में जेई एसआई जिम्मेदार: उन्होंने विशेष रूप से यह निर्देश दिया कि किसी भी लापरवाही की स्थिति में जेई (जूनियर इंजीनियर) और एसआई (सफाई निरीक्षक) को जवाबदेह ठहराया जाएगा. पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नियमित प्रमाणन प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा और सब कुछ की जांच के लिए एक मॉनिटरिंग सिस्टम का निर्माण किया जाएगा.

यह भी पढ़ें- दिल्ली के रघुबीर नगर में चला MCD का बुलडोजर, रोड से हटाया गया अतिक्रमण

बैठक में पार्कों के रखरखाव पर भी चर्चा हुई. डॉ. ओबेरॉय ने बताया कि पार्कों के रखरखाव के लिए निविदाएं अंतिम चरणों में हैं. करोल बाग वह पहला जोन होगा, जहां निजी एजेंसियों के माध्यम से पार्कों का रखरखाव प्रारंभ किया जाएगा. भविष्य में, यह प्रक्रिया अन्य जोनों में भी लागू की जाएगी. एक अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा पीडब्ल्यूडी द्वारा रखरखाव की जाने वाली सड़कों का कचरा संग्रहण और सड़क रखरखाव था. उपायुक्तों ने जानकारी दी कि एमसीडी इस मामले को हल करने के लिए पीडब्ल्यूडी के साथ सक्रिय रूप से फॉलो-अप कर रहा है.

मेयर ने आश्वासन दिया कि वह व्यक्तिगत रूप से पीडब्ल्यूडी के साथ इस मामले को उठाएंगी, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि सड़कों की नियमित सफाई हो रही है। इसके अतिरिक्त, मेयर ने बताया कि चांदनी चौक क्षेत्र में सीएसआर पहल के तहत गहन सफाई का काम किया जा रहा है, जिससे इलाके की स्वच्छता सुनिश्चित होगी.

यह भी पढ़ें- दिल्ली की सरकारी स्कूलों में होगी भर्तियां, LG ने पीजीटी शिक्षकों के 200 पदों के सृजन को दी मंजूरी

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया, जिसमें विशेष स्वच्छता अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई और कंस्ट्रक्शन एवं डेमोलिशन (सीएंडडी) कचरे के प्रबंधन में आ रही प्रमुख चुनौतियों का समाधान तलाशा गया. इस बैठक में एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी, जैसे कि अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस, जितेंद्र यादव, प्रमुख अभियंताश्री केपी सिंह और सभी जोनल डीसी शामिल हुए.

विशेष स्वच्छता अभियान की सराहना: बैठक का उद्देश्य आगामी त्योहारों के मद्देनजर दिल्ली को साफ़ और स्वच्छ रखना था. मेयर डॉ. ओबेरॉय ने विशेष स्वच्छता अभियान के तहत किए जा रहे प्रयासों की सराहना की, लेकिन साथ ही उन्होंने विभिन्न स्थानों पर अनधिकृत रूप से कचरा फेंकने की समस्या और पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के सड़कों से कचरा संग्रहण में चुनौतियों पर भी चिंता व्यक्त की.

मेयर ने एमसीडी और अन्य नागरिक एजेंसियों के बीच समन्वय में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा, “सफाई कर्मचारियों की कमी के कारण कुछ क्षेत्रों में मलबा और कचरा हटाने में देरी हो रही है, इसलिए हमें सभी उपायुक्तों को दिशा-निर्देश देने की आवश्यकता है, ताकि कचरा संग्रहण और प्रबंधन पर कड़ी निगरानी रखी जा सके.”

लापरवाही की स्थिति में जेई एसआई जिम्मेदार: उन्होंने विशेष रूप से यह निर्देश दिया कि किसी भी लापरवाही की स्थिति में जेई (जूनियर इंजीनियर) और एसआई (सफाई निरीक्षक) को जवाबदेह ठहराया जाएगा. पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नियमित प्रमाणन प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा और सब कुछ की जांच के लिए एक मॉनिटरिंग सिस्टम का निर्माण किया जाएगा.

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बैठक में पार्कों के रखरखाव पर भी चर्चा हुई. डॉ. ओबेरॉय ने बताया कि पार्कों के रखरखाव के लिए निविदाएं अंतिम चरणों में हैं. करोल बाग वह पहला जोन होगा, जहां निजी एजेंसियों के माध्यम से पार्कों का रखरखाव प्रारंभ किया जाएगा. भविष्य में, यह प्रक्रिया अन्य जोनों में भी लागू की जाएगी. एक अन्य महत्वपूर्ण मुद्दा पीडब्ल्यूडी द्वारा रखरखाव की जाने वाली सड़कों का कचरा संग्रहण और सड़क रखरखाव था. उपायुक्तों ने जानकारी दी कि एमसीडी इस मामले को हल करने के लिए पीडब्ल्यूडी के साथ सक्रिय रूप से फॉलो-अप कर रहा है.

मेयर ने आश्वासन दिया कि वह व्यक्तिगत रूप से पीडब्ल्यूडी के साथ इस मामले को उठाएंगी, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि सड़कों की नियमित सफाई हो रही है। इसके अतिरिक्त, मेयर ने बताया कि चांदनी चौक क्षेत्र में सीएसआर पहल के तहत गहन सफाई का काम किया जा रहा है, जिससे इलाके की स्वच्छता सुनिश्चित होगी.

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