कोरिया : छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में शिक्षा व्यवस्था पिछले कुछ महीनों से चरमराई हुई है. जिसकी सबसे बड़ी वजह शिक्षकों के काम में लापरवाही है.इस बात की शिकायत जब कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने शिक्षकों की कार्यशैली को लेकर कड़ा ऐतराज जताया.साथ ही साथ कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने तीन शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया.
क्यों शिक्षकों पर हुई कार्रवाई : ये नोटिस 4 जनवरी 2025 को आयोजित समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने, परीक्षा पे चर्चा के पंजीयन में कमी, अपार आईडी का रजिस्ट्रेशन कम होने और अर्धवार्षिक परीक्षा परिणाम असंतोषजनक पाए जाने पर जारी किया गया है. कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने कहा कि प्रशासन शिक्षा व्यवस्था को मजबूत और पारदर्शी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. कलेक्टर ने शिक्षकों से शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में पूर्ण सहयोग करने और छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए ईमानदारी से कार्य करने की अपील की है.
शिक्षा, स्वास्थ्य, आवास, पेयजल जैसी बुनियादी आवश्यकताओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.ऐसे कृत्य करने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी- चंदन त्रिपाठी , कलेक्टर
किन शिक्षकों को जारी हुआ नोटिस : जिन शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है. उनमें विवेकानंद कंवर, प्रभारी प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल सिंघोर, प्रदीप तिर्की, प्रभारी प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल रजौली और विवेकानंद कंवर शामिल हैं.कलेक्टर के मुताबिक ये शिक्षकों की ओर से उच्च कार्यालय के आदेशों की अवहेलना और शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही को दर्शाता है.
तीन दिनों में देना होगा जवाब : नोटिस के अनुसार शिक्षकों का यह कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 का उल्लंघन है. कलेक्टर ने शिक्षकों को निर्देश दिया है कि वे तीन दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें. स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाए जाने की स्थिति में उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी.
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