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धनबाद में कोयला मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू, ओबी डंब को अधिकारी भी मानते हैं रिस्की

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Feb 11, 2024, 3:18 PM IST

Updated : Feb 11, 2024, 8:04 PM IST

Coal Ministry Additional Secretary visited Dhanbad. धनबाद में कोयला मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू का कोलियरी दौरा हुआ. उन्होंने अपनी टीम के साथ जमुनिया और न्यू मधुबन कोल वाशरी का निरीक्षण किया. इसके साथ ही उन्होंने ओबी डंब को लेकर होने वाली झड़प पर चिंता जताई.

Coal Ministry Additional Secretary M Nagaraju visited colliery of Dhanbad
कोयला मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू ने धनबाद का दौरा किया
कोयला मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू का धनबाद दौरा

धनबादः जिला में बीसीसीएल कोयला उत्पादन में नए कीर्तिमान बना रही है. लेकिन कोयले की ओबी को बीसीसीएल प्रबंधन परियोजना के समीप या घनी आबादी क्षेत्रो में डंप कर रही है. जिससे स्थानीय लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बीसीसीएल आउटसोर्सिंग प्रबंधन ओबी को रैयतों के मर्जी के खिलाफ भी रैयती जमीन पर ओबी को डंप कर रही है. जिससे की कई बार जगह जगह हिंसक झड़प की घटना हो जा रही है.

हाल के दिनों में एटी देवप्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा रैयती जमीन पर बिना मुआवजा, नियोजन के ओबी डंप किये जाने पर हंसक झड़प की घटना हुई थी. आउटसोर्सिंग कंपनी पर रैयती ने बमबाजी गोलीबारी कर आंदोलन को कुचलने का आरोप लगाया था. बीसीसीएल अगर ओबी और रैयती जमीन के विवाद को नहीं सुलझाती है तो बड़ी हिंसक झड़प होने की आशंका है. वहीं ओबी डंपिंग को लेकर अपने दौरे के दौरान धनबाद में कोयला मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू ने कहा कि ओबी टू सैंड रिस्की होता है, लोगों को ओबी या अन्य कार्यक्षेत्रों के नजदीक नहीं जाना चाहिए.

कोयला मंत्रालय के अपर सचिव एम नागराजू, कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद ने बीसीसीएल ब्लॉक टू क्षेत्र के हाइवाल माइनिंग टेक्नोलॉजी व हाइवाल मशीन एवं न्यू मधुबन कोल वाशरी का निरीक्षण कर जायजा लिया. इस दौरान बीसीसीएल के सीएमडी समीरण दत्ता, डीटी संजय कुमार सिंह, जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सालकर एवं ब्लॉक टू क्षेत्र के जीएम चितरंजन कुमार, डब्लूसीडी के जीएम स्वरूप कुमार दत्ता समेत अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे.

कोयला मंत्रालय के अपर सचिव एम नागराजू सर्वप्रथम जमुनिया माइंस के व्यू पॉइंट से डेको आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा संचालित हाइवाल मशीन का अवलोकन करते हुए क्षेत्रीय अधिकारियों से हाइवाल माइनिंग टेक्नोलॉजी से संबंधित विस्तृत जानकारी ली. इसके बाद कोयला मंत्रालय के अपर सचिव एम नागराजू, कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम दास में न्यू मधुबन कोल वाशरी पहुंचे. उन्होंने वाशरी का अवलोकन करते हुए प्रशासनिक भवन में वाशरी के अधिकारियों से वाशरी की विस्तृत जानकारी ली. वाशरी के अधिकारियों ने मैप के जरिए वाशरी की नई तकनीक की जानकारी दी.

बीसीसीएल के सीएमडी समीरण दत्ता ने कहा कि न्यू मधुबन कोल वाशरी देश के सबसे अच्छा व तकनीकी रूप से उन्नत एवं विकसित वाशरी है. देश के स्टील प्लांट को वाशिंग कोल सप्लाई किया जाएगा. आत्मनिर्भर भारत के दिशा में बीसीसीएल कार्य कर रही है. हाइवाल तकनीक का निरक्षण और न्यू मधुबन कोल वाशरी का कोल सचिव ने निरक्षण किया है. जिससे वह बहुत संतुष्ट हुए हैं. वहीं कोल मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू ने कहा कि बीसीसीएल ब्लॉक दो के डेको में हाइवाल नई तकनीक, न्यू मधुबन कोल वाशरी का निरक्षण किये हैं. इस दिशा में बीसीसीएल बेहतर कार्य कर रही है.

वहीं ओबी की समस्या पर एम नागराजू ने कहा कि औबी वैसे अपने आपमें हानिकारक नहीं होता है लेकिन अस्थिर हो तो स्लाइड होने का खतरा रहता है. हमलोग एक माइन क्लोजर प्लान पर काम कर रहे हैं, जिसके जरिए हम ओबी की समस्या का समाधान निकालेंगे. ओबी टू सैंड रिस्की होता है और ये सबके समझ में आना आवश्यक है, लोगों को ओबी या अन्य कार्यक्षेत्रों के नजदीक नहीं जाना चाहिए. अन्य जगहों पर भी हमने ओबी टू सैंड किया है और यहां भी ओबी टू सैंड लगाने जा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- कोयला मंत्रालय के अपर सचिव पहुंचे धनबाद, बेलगड़िया में मल्टी स्किल डेवलपमेंट सेंटर का किया उद्घाटन, विस्थापितों को रोजगार से जोड़ने की कवायद

इसे भी पढे़ं- कोल इंडिया का सौर ऊर्जा की तरफ बड़ा कदम, अगले तीन वर्षों में 2 गीगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य

इसे भी पढ़ें- हिलटॉप आउटसोर्सिंग कोल माइंस के खिलाफ प्रदर्शन, ओबी डंप करने के विरोध में सड़क पर उतरे ग्रामीण

कोयला मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू का धनबाद दौरा

धनबादः जिला में बीसीसीएल कोयला उत्पादन में नए कीर्तिमान बना रही है. लेकिन कोयले की ओबी को बीसीसीएल प्रबंधन परियोजना के समीप या घनी आबादी क्षेत्रो में डंप कर रही है. जिससे स्थानीय लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बीसीसीएल आउटसोर्सिंग प्रबंधन ओबी को रैयतों के मर्जी के खिलाफ भी रैयती जमीन पर ओबी को डंप कर रही है. जिससे की कई बार जगह जगह हिंसक झड़प की घटना हो जा रही है.

हाल के दिनों में एटी देवप्रभा आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा रैयती जमीन पर बिना मुआवजा, नियोजन के ओबी डंप किये जाने पर हंसक झड़प की घटना हुई थी. आउटसोर्सिंग कंपनी पर रैयती ने बमबाजी गोलीबारी कर आंदोलन को कुचलने का आरोप लगाया था. बीसीसीएल अगर ओबी और रैयती जमीन के विवाद को नहीं सुलझाती है तो बड़ी हिंसक झड़प होने की आशंका है. वहीं ओबी डंपिंग को लेकर अपने दौरे के दौरान धनबाद में कोयला मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू ने कहा कि ओबी टू सैंड रिस्की होता है, लोगों को ओबी या अन्य कार्यक्षेत्रों के नजदीक नहीं जाना चाहिए.

कोयला मंत्रालय के अपर सचिव एम नागराजू, कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम प्रसाद ने बीसीसीएल ब्लॉक टू क्षेत्र के हाइवाल माइनिंग टेक्नोलॉजी व हाइवाल मशीन एवं न्यू मधुबन कोल वाशरी का निरीक्षण कर जायजा लिया. इस दौरान बीसीसीएल के सीएमडी समीरण दत्ता, डीटी संजय कुमार सिंह, जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सालकर एवं ब्लॉक टू क्षेत्र के जीएम चितरंजन कुमार, डब्लूसीडी के जीएम स्वरूप कुमार दत्ता समेत अन्य विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहे.

कोयला मंत्रालय के अपर सचिव एम नागराजू सर्वप्रथम जमुनिया माइंस के व्यू पॉइंट से डेको आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा संचालित हाइवाल मशीन का अवलोकन करते हुए क्षेत्रीय अधिकारियों से हाइवाल माइनिंग टेक्नोलॉजी से संबंधित विस्तृत जानकारी ली. इसके बाद कोयला मंत्रालय के अपर सचिव एम नागराजू, कोल इंडिया के चेयरमैन पीएम दास में न्यू मधुबन कोल वाशरी पहुंचे. उन्होंने वाशरी का अवलोकन करते हुए प्रशासनिक भवन में वाशरी के अधिकारियों से वाशरी की विस्तृत जानकारी ली. वाशरी के अधिकारियों ने मैप के जरिए वाशरी की नई तकनीक की जानकारी दी.

बीसीसीएल के सीएमडी समीरण दत्ता ने कहा कि न्यू मधुबन कोल वाशरी देश के सबसे अच्छा व तकनीकी रूप से उन्नत एवं विकसित वाशरी है. देश के स्टील प्लांट को वाशिंग कोल सप्लाई किया जाएगा. आत्मनिर्भर भारत के दिशा में बीसीसीएल कार्य कर रही है. हाइवाल तकनीक का निरक्षण और न्यू मधुबन कोल वाशरी का कोल सचिव ने निरक्षण किया है. जिससे वह बहुत संतुष्ट हुए हैं. वहीं कोल मंत्रालय अपर सचिव एम नागराजू ने कहा कि बीसीसीएल ब्लॉक दो के डेको में हाइवाल नई तकनीक, न्यू मधुबन कोल वाशरी का निरक्षण किये हैं. इस दिशा में बीसीसीएल बेहतर कार्य कर रही है.

वहीं ओबी की समस्या पर एम नागराजू ने कहा कि औबी वैसे अपने आपमें हानिकारक नहीं होता है लेकिन अस्थिर हो तो स्लाइड होने का खतरा रहता है. हमलोग एक माइन क्लोजर प्लान पर काम कर रहे हैं, जिसके जरिए हम ओबी की समस्या का समाधान निकालेंगे. ओबी टू सैंड रिस्की होता है और ये सबके समझ में आना आवश्यक है, लोगों को ओबी या अन्य कार्यक्षेत्रों के नजदीक नहीं जाना चाहिए. अन्य जगहों पर भी हमने ओबी टू सैंड किया है और यहां भी ओबी टू सैंड लगाने जा रहे हैं.

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Last Updated : Feb 11, 2024, 8:04 PM IST
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