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दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद देहरादून में सख्ती, मानसून के दौरान बाढ़ और जलभराव वाले क्षेत्रों में बंद होंगे कोचिंग संस्थान - Dehradun Coaching institutes

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 9, 2024, 5:35 PM IST

Coaching institutes will closed during monsoon in Dehradun डीएम सोनिका ने आज अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की, जिसमें उन्होंने जलभराव और बाढ़ वाले क्षेत्र में चल रहे कोचिंग संस्थानों को मानसून में बंद करने के निर्देश दिए हैं. पढ़ें पूरी खबर..

DEHRADUN COACHING INSTITUTES
डीएम सोनिका ने अधिकारियों के साथ की बैठक (photo-ETV Bharat)

देहरादून: दिल्ली कोचिंग हादसे में तीन छात्रों की मौत के बाद देहरादून जिला प्रशासन ने कोचिंग संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. जिलाधिकारी सोनिका ने वर्चुअली बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने राजधानी में जलभराव और बाढ़ वाले क्षेत्र में चल रहे कोचिंग संस्थान मानसून के दौरान बंद करने के निर्देश दिए. साथ ही ऐसे कोचिंग सेंटर और भवन, जिनके बेसमेंट में अलग-अलग प्रकार की गतिविधियां संचालित होती है, उन्हें चिन्हित करने के निर्देश दिए.

बेसमेंट कोचिंग संस्थानों के खिलाफ होगी कार्रवाई:डीएम सोनिका ने बच्चों के भविष्य और मेहनत को ध्यान में रखते हुए जनपद में संचालित कोचिंग सेंटर और मॉल के बेसमेंट में लोगों की गतिविधि न हो इसका पालन करवाने और एडीएम प्रशासन को मॉनिटिरिंग करने के निर्देश दिए. साथ ही मानसून और संभावित अतिवृष्टि के मद्देनजर कोई अप्रिय घटना घटित न हो, इसके लिए बेसमेंट कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

कोचिंग सेंटर की सूची उपलब्ध कराएगा शिक्षा विभाग: एमडीडीए, फायर, नगर निगम और नगर निकाय सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण है, इसलिए विभाग आपसी समन्वय से कार्य करते हुए भवन मानक और अन्य सभी व्यवस्थाओं का परीक्षण कर लें. शिक्षा विभाग को कोचिंग सेंटर की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं. वहीं, शासन की ओर से जिला स्तर पर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया. जिसमें नगर आयुक्त और जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी,जिला अग्निशमन अधिकारी और एसएसपी की ओर से नामित अधिकारी सदस्य बनाए गए हैं.

अधिकारी इन बिंदुओं पर करेंगे जांच: कोचिंग संस्थानों में निबंधन की स्थिति, सुरक्षा मानकों, भवन निर्माण और विकास उपविधि का कितना पालन, फायर एक्जिट व्यवस्था,प्रवेश- निकास के इंतजाम और आकस्मिक स्थिति से निपटने के उपायों की जांच होगी.

दून के अधिक जलभराव वाले क्षेत्र: बलवीर रोड,इंदर रोड,आनंद विहार,मोहित नगर,रीठा मंडी, प्रकाश विहार,साकेत कॉलोनी,राजीव नगर,करनपुर रोड,इंदिरा कॉलोनी,सालावाला रोड,यमुना कॉलोनी,त्यागी रोड,रेस कोर्स,अघोईवाला,कारगी,मयूर विहार,अलकनंदा एंक्लेव, चमन पूरी,अमन विहार, पार्क रोड,कोलागढ़ रोड,केनाल रोड, ,इंदिरा गांधी मार्ग,वनस्थली,राजीव नगर,केशव विहार,कालिदास रोड,लक्ष्मी रोड,गांधी रोड, गोविंदगढ़ और महारानीबाग क्षेत्रों में जलभराव की समस्या रहती है.

कोचिंग सेंटर का निरीक्षण करेंगे एसडीएम: जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि उत्तराखंड शासन द्वारा संज्ञान लेते हुए राज्य में संचालित अलग-अलग कोचिंग सेंटर और ऐसे भवन, जिनके बेसमेंट में अलग-अलग प्रकार की मानवीय गतिविधियां संचालित हो रही हैं, उनकी जांच कराने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि नगर मजिस्ट्रेट और सभी एसडीएम को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ शहर में संचालित कोचिंग सेंटर का निरीक्षण करते हुए अपने-अपने क्षेत्र में संचालित कोचिंग सेंटर पर शासन द्वारा दिए गए बिन्दुओं पर जांच कर आख्या भेजने के निर्देश दिए गए हैं.

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देहरादून: दिल्ली कोचिंग हादसे में तीन छात्रों की मौत के बाद देहरादून जिला प्रशासन ने कोचिंग संस्थानों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है. जिलाधिकारी सोनिका ने वर्चुअली बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने राजधानी में जलभराव और बाढ़ वाले क्षेत्र में चल रहे कोचिंग संस्थान मानसून के दौरान बंद करने के निर्देश दिए. साथ ही ऐसे कोचिंग सेंटर और भवन, जिनके बेसमेंट में अलग-अलग प्रकार की गतिविधियां संचालित होती है, उन्हें चिन्हित करने के निर्देश दिए.

बेसमेंट कोचिंग संस्थानों के खिलाफ होगी कार्रवाई:डीएम सोनिका ने बच्चों के भविष्य और मेहनत को ध्यान में रखते हुए जनपद में संचालित कोचिंग सेंटर और मॉल के बेसमेंट में लोगों की गतिविधि न हो इसका पालन करवाने और एडीएम प्रशासन को मॉनिटिरिंग करने के निर्देश दिए. साथ ही मानसून और संभावित अतिवृष्टि के मद्देनजर कोई अप्रिय घटना घटित न हो, इसके लिए बेसमेंट कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

कोचिंग सेंटर की सूची उपलब्ध कराएगा शिक्षा विभाग: एमडीडीए, फायर, नगर निगम और नगर निकाय सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण है, इसलिए विभाग आपसी समन्वय से कार्य करते हुए भवन मानक और अन्य सभी व्यवस्थाओं का परीक्षण कर लें. शिक्षा विभाग को कोचिंग सेंटर की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए हैं. वहीं, शासन की ओर से जिला स्तर पर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया. जिसमें नगर आयुक्त और जिलाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी,जिला अग्निशमन अधिकारी और एसएसपी की ओर से नामित अधिकारी सदस्य बनाए गए हैं.

अधिकारी इन बिंदुओं पर करेंगे जांच: कोचिंग संस्थानों में निबंधन की स्थिति, सुरक्षा मानकों, भवन निर्माण और विकास उपविधि का कितना पालन, फायर एक्जिट व्यवस्था,प्रवेश- निकास के इंतजाम और आकस्मिक स्थिति से निपटने के उपायों की जांच होगी.

दून के अधिक जलभराव वाले क्षेत्र: बलवीर रोड,इंदर रोड,आनंद विहार,मोहित नगर,रीठा मंडी, प्रकाश विहार,साकेत कॉलोनी,राजीव नगर,करनपुर रोड,इंदिरा कॉलोनी,सालावाला रोड,यमुना कॉलोनी,त्यागी रोड,रेस कोर्स,अघोईवाला,कारगी,मयूर विहार,अलकनंदा एंक्लेव, चमन पूरी,अमन विहार, पार्क रोड,कोलागढ़ रोड,केनाल रोड, ,इंदिरा गांधी मार्ग,वनस्थली,राजीव नगर,केशव विहार,कालिदास रोड,लक्ष्मी रोड,गांधी रोड, गोविंदगढ़ और महारानीबाग क्षेत्रों में जलभराव की समस्या रहती है.

कोचिंग सेंटर का निरीक्षण करेंगे एसडीएम: जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि उत्तराखंड शासन द्वारा संज्ञान लेते हुए राज्य में संचालित अलग-अलग कोचिंग सेंटर और ऐसे भवन, जिनके बेसमेंट में अलग-अलग प्रकार की मानवीय गतिविधियां संचालित हो रही हैं, उनकी जांच कराने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि नगर मजिस्ट्रेट और सभी एसडीएम को संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ शहर में संचालित कोचिंग सेंटर का निरीक्षण करते हुए अपने-अपने क्षेत्र में संचालित कोचिंग सेंटर पर शासन द्वारा दिए गए बिन्दुओं पर जांच कर आख्या भेजने के निर्देश दिए गए हैं.

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