लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ और आगरा समेत पूरे राज्य में गुरुवार से सीएनजी के दामों में वृद्धि हो गई. कॉमर्शियल वाहन चालकों पर इसका बड़ा असर पड़ेगा. क्योंकि, लखनऊ में लगभग सभी टैक्सियां सीएनजी से ही चलती हैं.
माना जा रहा है कि सीएनजी के दामों में वृद्धि होने से टैक्सी संचालक किराए में भी वृद्धि की मांग कर सकते हैं. जिसका खामियाजा आम जनता को ही उठाना पड़ेगा. फिलहाल लखनऊ में लगभग 80 हजार सीएनजी वाहन हैं. सीएनजी में वृद्धि होने से आम जनमानस को महंगाई का तड़का लगा सकता है.
त्योहार का सीजन और उपचुनाव का मतदान होते ही यूपी को लोगों को सीएनजी गैस के दामों में ₹2.75 की वृद्धि झेलनी पड़ेगी. गुरुवार से लखनऊ तथा आगरा में अब सीएनजी पेट्रोल से महंगी हो गई.
ग्रीन गैस लिमिटेड के एजीएम मार्केटिंग प्रवीण सिंह ने बताया कि गुरुवार सुबह 6:00 बजे से लखनऊ तथा आगरा में सीएनजी की कीमतों में वृद्धि का निर्णय लिया गया है. लखनऊ तथा आगरा में सीएनजी की नई कीमत 96.75 रुपए प्रति किलो हो गई है. जबकि, पेट्रोल के दाम 95 रुपए के आसपास हैं. इससे पूर्व लखनऊ तथा आगरा में सीएनजी का मूल्य 94 रुपए प्रति किलो था.
प्रवीण सिंह ने बताया कि घरेलू प्राकृतिक गैस का कोटा घटने से कीमतें बढ़ाई गई हैं. सरकार ने शहरी रिटेलर के लिए नेचुरल गैस की सप्लाई में 20 प्रतिशत की कटौती की है. इस कटौती का असर तेल की कीमतों पर भी देखने को मिल सकता है. इस कटौती के कारण सीएनजी के दामों में वृद्धि हुई है.
सीएनजी में हुई वृद्धि के बाद पीएनजी उपभोक्ताओं को भी मूल वृद्धि का डर सताने लगा है. प्रदेश की जनता पहले ही महंगाई की मार से त्रस्त है. सीएनजी के दामों में वृद्धि होने से आम जनमानस को खासी दिक्कतें होने की संभावना बढ़ गई है.
उपचुनाव के मतदान के अगले ही दिन सीएनजी के दामों में 2.75 रुपए वृद्धि होने पर विपक्षी पार्टियों को सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. उपचुनाव तक सरकार द्वारा सीएनजी के मूल्य में वृद्धि नहीं की गई थी. वहीं उपचुनाव होने के अगले ही दिन दामों में वृद्धि कर दी गई है.
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