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महाकुंभ की महातैयारियों का सीएम योगी ने लिया जायजा, अखाड़ा परिषद की बैठक में शाही स्नान और पेशवाई शब्द बदलने पर बनी सहमति - CM Yogi in Prayagraj

प्रयागराज पहुंचे सीएम योगी ने की गंगा पूजन, अखाड़ा परिषद की बैठक में हुए शामिल, महाकुंभ का प्रतीक चिन्ह, बेवसाइट, ऐप किया जारी

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महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर सीएम योगी ने की समीक्षा बैठक (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 6, 2024, 5:07 PM IST

Updated : Oct 6, 2024, 10:53 PM IST

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के लिए चल रहे महातैयारियों का जायजा लेने सीएम योगी रविवार को प्रयागराज पहुंचे. जहां उन्होंने दर्शन पूजन के साथ साथ विकास कार्यों का भी जायजा लिया वहीं साधु संतों के साथ बैठकर उनके साथ संवाद भी किया. इसके बाद उन्होंने महाकुंभ का प्रतीक चिन्ह जारी किया उसके साथ ही महाकुंभ की वेबसाइट और मोबाइल ऐप भी लांच किया.

संगमनगरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज मेला प्राधिकरण के पास परेड मैदान में हेलीकॉप्टर से पहुंचे. जहां से सीएम योगी सीधे संगम तट पर गए और वहां पर मुख्यमंत्री वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान के साथ त्रिवेणी संगम पर गंगा पूजन करके और मां गंगा की आरती उतारी.

गांगा पूजन करते सीएम योगी (Video Credit; ETV Bharat)

संगम पर गंगा पूजन करने के बाद सीएम योगी लेटे हनुमान मंदिर में भी दर्शन पूजन किया है और उनसे प्रदेश की सुख संमृद्धि की कामना की.

हनुमान मंदिर के बाद परेड मैदान में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़े 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ सीएम योगी ने बैठक की. इस बैठक में अखाड़े के साधु संतों ने महाकुंभ के कार्यो से जुड़े सुझावों के साथ ही महाकुम्भ के शाही स्नान और पेशवाई का नाम बदले जाने का प्रस्ताव भी सीएम योगी के सामने रखा गया. जिस पर सीएम योगी ने भी सहमति जताई है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पूरी ने बताते हुए कहा कि, सीएम योगी ने भी गुलामी के प्रतीकों वाले नाम को हटाये जाने पर सहमति जताई है. लेकिन इसके लिए उन्होंने अखाड़ों से इस मुद्दे पर एक बार और सभी अखाड़ों से बैठक कर प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा है. सीएम योगी की रजामंदी मिलने के बाद 2025 के महाकुंभ में शाही स्नान और पेशवाई का नाम बदले जाने की संभावना बढ़ गई है.

अखाड़ा परिषद की बैठक के बाद सीएम योगी प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सभागार में महाकुंभ का प्रतीक चिन्ह जारी किया उसके साथ ही महाकुंभ की वेबसाइट और मोबाइल ऐप को भी लांच किया.

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को 6 घंटे से ज्यादा समय तक संगम नगरी प्रयागराज में रहे. इस दौरान सीएम योगी महाकुंभ मेले से जुड़े कार्यों की समीक्षा बैठक भी ली. इसके साथ ही सीएम योगी मेला क्षेत्र के अलावा शहर में महाकुंभ को देखते हुए किया जा रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करने भी किया. सीएम के दौरे के दौरान पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और कैबिनेट स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद रहे. जबकि सीएम की समीक्षा बैठक के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या में भी मौजूद रहे. इसके साथ ही यूपी के डीजीपी और मुख्य सचिव के अलावा कुंभ से जुड़े सभी विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें:यूपी के 16 शक्तिपीठ स्थलों पर 'शक्ति महोत्सव' कराएगी योगी सरकार, सप्तमी-अष्टमी महिला कलाकारों की होंगी भक्तिमय प्रस्तुतियां

प्रयागराज: महाकुंभ 2025 के लिए चल रहे महातैयारियों का जायजा लेने सीएम योगी रविवार को प्रयागराज पहुंचे. जहां उन्होंने दर्शन पूजन के साथ साथ विकास कार्यों का भी जायजा लिया वहीं साधु संतों के साथ बैठकर उनके साथ संवाद भी किया. इसके बाद उन्होंने महाकुंभ का प्रतीक चिन्ह जारी किया उसके साथ ही महाकुंभ की वेबसाइट और मोबाइल ऐप भी लांच किया.

संगमनगरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज मेला प्राधिकरण के पास परेड मैदान में हेलीकॉप्टर से पहुंचे. जहां से सीएम योगी सीधे संगम तट पर गए और वहां पर मुख्यमंत्री वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान के साथ त्रिवेणी संगम पर गंगा पूजन करके और मां गंगा की आरती उतारी.

गांगा पूजन करते सीएम योगी (Video Credit; ETV Bharat)

संगम पर गंगा पूजन करने के बाद सीएम योगी लेटे हनुमान मंदिर में भी दर्शन पूजन किया है और उनसे प्रदेश की सुख संमृद्धि की कामना की.

हनुमान मंदिर के बाद परेड मैदान में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से जुड़े 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों के साथ सीएम योगी ने बैठक की. इस बैठक में अखाड़े के साधु संतों ने महाकुंभ के कार्यो से जुड़े सुझावों के साथ ही महाकुम्भ के शाही स्नान और पेशवाई का नाम बदले जाने का प्रस्ताव भी सीएम योगी के सामने रखा गया. जिस पर सीएम योगी ने भी सहमति जताई है. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पूरी ने बताते हुए कहा कि, सीएम योगी ने भी गुलामी के प्रतीकों वाले नाम को हटाये जाने पर सहमति जताई है. लेकिन इसके लिए उन्होंने अखाड़ों से इस मुद्दे पर एक बार और सभी अखाड़ों से बैठक कर प्रस्ताव तैयार कर भेजने को कहा है. सीएम योगी की रजामंदी मिलने के बाद 2025 के महाकुंभ में शाही स्नान और पेशवाई का नाम बदले जाने की संभावना बढ़ गई है.

अखाड़ा परिषद की बैठक के बाद सीएम योगी प्रयागराज मेला प्राधिकरण के सभागार में महाकुंभ का प्रतीक चिन्ह जारी किया उसके साथ ही महाकुंभ की वेबसाइट और मोबाइल ऐप को भी लांच किया.

बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को 6 घंटे से ज्यादा समय तक संगम नगरी प्रयागराज में रहे. इस दौरान सीएम योगी महाकुंभ मेले से जुड़े कार्यों की समीक्षा बैठक भी ली. इसके साथ ही सीएम योगी मेला क्षेत्र के अलावा शहर में महाकुंभ को देखते हुए किया जा रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करने भी किया. सीएम के दौरे के दौरान पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और कैबिनेट स्वतंत्रदेव सिंह भी मौजूद रहे. जबकि सीएम की समीक्षा बैठक के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या में भी मौजूद रहे. इसके साथ ही यूपी के डीजीपी और मुख्य सचिव के अलावा कुंभ से जुड़े सभी विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें:यूपी के 16 शक्तिपीठ स्थलों पर 'शक्ति महोत्सव' कराएगी योगी सरकार, सप्तमी-अष्टमी महिला कलाकारों की होंगी भक्तिमय प्रस्तुतियां

Last Updated : Oct 6, 2024, 10:53 PM IST
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