लखनऊ: गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत यति नसिंहानंद के बयान पर देश भर में मचे हंगामे के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ का बयान सामने आया है. मुख्यमंत्री ने सोमवार को मुख्य सचिव, डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह समेत अन्य अफसरों के साथ बैठक करते हुए कहा कि किसी भी जाति, मत-मजहब या संप्रदाय से जुड़े हुए ईष्ट देवी-देवता, महापुरुषों अथवा साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी स्वीकार्य नहीं है. लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मत, संप्रदाय की आस्था का सम्मान होना चाहिए. महापुरुषों के प्रति प्रत्येक नागरिक के मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए, लेकिन इसके लिए बाध्य नहीं किया सकता और जबरन किसी पर थोपा भी नहीं जा सकता. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़, महापुरुषों, देवी-देवता, संप्रदाय आदि की आस्था के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कानून के दायरे में लाकर कठोरता पूर्वक सजा दिलवाई जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़-फोड़ और आगजनी स्वीकार नहीं है, जो कोई ऐसा दुस्साहस करेगा, उसे उसकी कीमत चुकानी होगी.
किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े ईष्ट, देवी-देवताओं, महापुरुषों और साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, किंतु विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 7, 2024
कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता…