इटावा : मैनपुरी में भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट मांगने के लिए जसवंतनगर विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रामलीला मैदान में जनसभा की. सीएम योगी ने भाजपा से मैनपुरी लोकसभा प्रत्याशी ठाकुर जयवीर सिंह के समर्थन में विशाल जनसभा की. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुझे तरस तो बेचारे शिवपाल सिंह यादव पर आता है. वह तो केवल जैसे सत्यनारायण कथा में जजमान एक होता है वह कथा सुनता है और बाद में अन्य लोगों को चूर्ण वितरण कर दिया जाता है तो यह केवल चूर्ण खाने वाले व्यक्ति रह गए हैं.
उन्होंने कहा कि कभी नेताजी मुलायम सिंह के मुख्य सिपहसालार हुआ करते थे, पूरे प्रदेश में तूती बोलती थी और आज क्या हालत है. यदि कहीं कोई कार्यक्रम हो रहा है तो उनको बैठने के लिए सोफा तक नहीं मिलता, मिलता है तो उसका हत्था मिलता है, उन्हें बैठने के लिए.
इसे लेकर सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि ज्ञानी मुख्यमंत्री महोदय, भगवान सत्यनारायण की कथा के पश्चात चूरन नहीं प्रसाद वितरित होता है. पवित्र प्रसाद को चूरन कहना करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का अपमान है. जहां तक चूरन खाने वाले व्यक्ति का सवाल है, आपको पता होना चाहिए कि इस चूरन खाने वाले ने बहुतों का हाजमा दुरुस्त किया है.
उन्होंने कहा कि मैं कहता हूं यह वीर भूमि है. चूर्ण मत खाइए, भारतीय जनता पार्टी के द्वारा सत्ता में सहभागी बनकर विकसित भारत और आत्मनिर्मित भारत संकल्पना को साकार करने के लिए कार्य करिए. इस दौरान उन्होंने कहा कि कल मैं एक समाजवाद की नेत्री का बयान पढ़ रहा था.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नारा देती है कि हम गरीबी हटाएंगे, क्या इनका गरीबी हटाने का नारा आज का है क्या? 54 वर्ष पहले इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था, उनके बाद उनका पोता भी वही नारा दे रहा है कि हम गरीबी हटाएंगे. कांग्रेस ने तो 65 वर्षों तक शासन किया है तब तो यह कुछ कर नहीं पाए और आज गरीबी हटाओ की बात याद आ रही है.
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सत्ता थी तो गरीब भूखा मरता था. किसान आत्महत्या करता था. बेटियां और व्यापारी असुरक्षित थे. उन्होंने कहा कि मैं बयान पढ़ रहा था. कह रहे थे पीएम मोदी ने कहा है कि माता और बहनों के मंगलसूत्र पर भी संकट आने वाला है. हिंदुस्तान की संस्कृति है, शिष्टाचार है, परंपरा है. हमारी माता बहनें स्त्री धन के रूप में जेवर को अपने यहां संभाल कर रखती हैं.
उन्होंने कहा कि यह संस्कृति भारत में है वह आपको कहीं भी देखने को नहीं मिलती है, हर परिवार में एक तोला सोना से लेकर 1 किलो सोना तक मिल जाएगा क्योंकि वही उसकी अमानत होती है. क्योंकि वही उसका संस्कार होता है, क्योंकि यही चीज वह अपनी अगली पीढ़ी को विरासत में देती है, अपनी बहू को देती है, अपनी बेटी को देती है.
उन्होंने कहा कि हम भी पूछना चाहते हैं इस समाजवादी पार्टी की नेत्री से की राम भक्तों का लहू इन समाजवादी पार्टी सरकार में अयोध्या में बहाया गया था. नौजवानों की विधवाओं का क्या हुआ होगा, उनके मंगलसूत्र का क्या हुआ होगा? हम प्रश्न पूछ रहे हैं और एक प्रश्न आपको भी पूछना चाहिए कल्याण सिंह ने अपना पूरा जीवन उत्तर प्रदेश के विकास के लिए श्री राम जन्मभूमि के लिए समर्पित किया था.
उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह की मृत्यु पर मैं स्वयं उनके पैतृक गांव में आया था. सैफई में आकर मैंने स्वयं उनको श्रद्धांजलि अर्पित की थी. उनके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कुछ ना कुछ सेवा ही तो थी, मैं आया था और मेरी पार्टी के लोग भी आए थे. प्रधानमंत्री ने शोक व्यक्त किया था.
उन्होंने कहा कि स्व. कल्याण सिंह की मृत्यु पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और समाजवादी पार्टी की तरफ से किसी ने शोक संवेदना व्यक्त नहीं की थी. कल्याण सिंह के साथ इस प्रकार का भेदभाव किया था समाजवादी पार्टी ने. अभी आप लोगों ने देखा होगा कि एक माफिया मरा था. माफिया के लिए फातिया पढ़ने के लिए समाजवादी पार्टी के लोग कैसे विधवा विलाप कर रहे थे.