गोरखपुर: गोरखपुर से लखनऊ- वाराणसी आने जाने के लिए राप्ती नदी को पार करके जाना होता है. गोरखपुर में सुगम यातायात की व्यवस्था को लेकर राप्ती नदी पर एक साथ डबल टू लेन पुल का निर्माण काम जल्द शुरू हो सकता है.
योगी सरकार इसकी स्वीकृति लोकसभा चुनाव से पहले दे चुकी है. अब इसकी वित्तीय स्वीकृति के साथ करीब 78 करोड़ की पहली धनराशि भी जारी हो गई है. पुल का निर्माण 223 करोड़ रुपये से होगा. अब सीएम के हाथों इसके शिलान्यास की तैयारी है. इसके लिये सेतु निगम ने तैयारी शुरू कर दी है.
इस पुल के निर्माण से पहले शहर में जाने-आने के लिए सिक्स लेन की सड़क और ओवर ब्रिज का भी निर्माण शुरू हो चुका है. इसके साथ नदी पर डबल टू लेन का निर्माण भी जरूरी था. अभी तक इस पर वर्षों पुराने टू लेन के पुल से आवागमन होता है, लेकिन इन दो पुलों के बन जाने से लोगों की राह आसान होगी और जाम भी नहीं लगेगा.
राप्ती नदी पर राजघाट के पास एक अपस्ट्रीम पुल का निर्माण होगा, जिस पर करीब 104 करोड़ रुपये खर्च होंगे, तो डाउनस्ट्रीम पुल के निर्माण पर करीब 117 करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान है. दोनों पुलों के निर्माण के लिए अलग-अलग वित्तीय स्वीकृति और धनराशि जारी की गई है.
सेतु निगम की परियोजना प्रबंधक एके सिंह ने बताया है कि दोनों पुल के निर्माण की जद में आ रहे जमीन और मकान के मुआवजा के भुगतान के लिए करीब 67 करोड़ खर्च आएगा, तो निर्माण के लिए अधिगृहित की जाने वाली जमीन पर कुल 87 करोड़ का प्रावधान किया गया है.
उन्होंने कहा कि जो रुपये शासन से प्राप्त हुए हैं. उसके तहत पुल निर्माण में आने वाले हाइट टेंशन तारों को पहले हटाया जाएगा. इसके साथ ही मुख्यमंत्री से इसके शिलान्यास को कराने के साथ बारिश के बाद पिलर निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
एके सिंह ने बताया कि सिक्स लेन की सड़क और ओवर ब्रिज के निर्माण की शुरुआत के साथ राप्ती नदी पर इन पुलों का निर्माण जरूरी था. इसके लिए योगी सरकार ने वर्ष 2024 में स्वीकृति प्रदान की. इसके निर्माण का समय अब आ चुका है. इसीलिए शिलान्यास से संबंधित प्रस्ताव को तैयार कर जिला प्रशासन को उपलब्ध करा दिया गया है. जैसे ही मुख्यमंत्री का इसके शिलान्यास के समय तय होता है. इस प्रोजेक्ट के धरातल पर उतरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि इसका निर्माण गोरखपुर शहर वासियों के लिए जितना फायदेमंद होगा उतना ही, लखनऊ, बनारस, बिहार और पूर्वोत्तर के राज्यों को जाने वाले लोगों और वाहनों को भी सुविधा मिलेगी. राप्ती नदी ही गोरखपुर शहर में प्रवेश का प्रमुख बिंदु है. जिस पर टू लेने के दो पुल वर्तमान में संचालित हैं, लेकिन सिक्स लेन की सड़क के साथ नए पूलों का निर्माण जरूरी था.
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