अयोध्या: लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर रामनगरी पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि सीएम योगी का यह दौरा उपचुनाव को लेकर है. इसके साथ ही अयोध्या में नाबालिग से गैंग रेप मामले को देखते हुए सीएम योगी का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सीएम योगी इस दौरे के दौरान नाराज साधु-संतों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर फीडबैक लेंगे.
अयोध्या में प्रभु श्री रामलला का दर्शन-पूजन करते #UPCM @myogiadityanath pic.twitter.com/VE5zhqHTnG
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राम कथा पार्क स्थित हेलीपैड पर दोपहर को सीएम का हेलीकाप्टर उतारने के बाद जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया. इसके बाद सीएम का काफिला रामपथ के रास्ते हनुमान गढ़ी पहुंचा. जहां गर्भगृह में विराजमान बजरंगबली की सीएम योगी ने आरती उतारी. इस दौरान पुजारी राजू दास सहित अन्य संतों से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हनुमान गढ़ी से निकाल कर राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे, जहां ट्रस्ट के द्वारा उनका स्वागत किया गया. इसके बाद राम मंदिर में रामलला का दर्शन-पूजन किया.
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सीएम के आने पर लोगों को घरों में कर दिया जाता है कैद, साधु-संत खून के आंसू रो रहेः रामविलास दास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या आगमन से पहले भाजपा के पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के सलाह पर ही मुख्यमंत्री कार्य करते हैं. उनके आने से अयोध्या में बंदिशें बढ़ जाती है. यहां रहने वाले लोग भी आधार कार्ड और पहचान पत्र दिखाने के बाद भी घर नहीं पहुंच पाते हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में बीजेपी के हार का प्रमुख कारण जिला प्रशासन है. जिला प्रशासन ने बीजेपी को हराने के लिए पैसे लेकर काम किए हैं. डॉ. रामविलास वेदांती ने कहा कि मुख्यमंत्री आईएएस अधिकारियों की सलाह पर चलते .हैं मुख्यमंत्री ने कभी अयोध्या के साधु संतों से या मुझसे कभी कोई राय नहीं ली. अयोध्या में बंदिशें के कारण अनाज नहीं पहुंच पा रहा है. आश्रमों का संचालन सुचारु नहीं हो पा रहा है. यहां के साधु संत खून के आंसू रो रहे हैं. अपना परिचय देने के बावजूद डीएम ने कहा कि यहां आने की क्या जरूरत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के अयोध्या आने से तो सारे रास्ते बंद कर दिए जाते हैं. बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है. ज्यादा बोलने पर पुलिस लाठी चलाती है. हम लोग आश्रम और घरों में बंद रहते हैं. डर के मारे हम बाहर नहीं निकलते की कहां पर कौन रोक दे. बताते चलें कि बीते दिनों हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी अयोध्या में बीजेपी की हार का ठीकरा जिला प्रशासन के सिर पर फोड़ा था.
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