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लोकसभा चुनाव हार के बाद पहली बार CM योगी पहुंचे अयोध्या, हनुमान गढ़ी में पूजन के बाद रामलला की उतारी आरती - CM Yogi Ayodhya Visit - CM YOGI AYODHYA VISIT

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामनगरी अयोध्या दौरे पर पहुंचे हैं. इस दौरान सीएम ने हनुमान गढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन पूजन किया.

रामलला की आरती उतारते सीएम योगी.
रामलला की आरती उतारते सीएम योगी. (Photo Credit; UP Government)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 6, 2024, 5:10 PM IST

Updated : Aug 6, 2024, 6:29 PM IST

अयोध्या: लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर रामनगरी पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि सीएम योगी का यह दौरा उपचुनाव को लेकर है. इसके साथ ही अयोध्या में नाबालिग से गैंग रेप मामले को देखते हुए सीएम योगी का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सीएम योगी इस दौरे के दौरान नाराज साधु-संतों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर फीडबैक लेंगे.

राम कथा पार्क स्थित हेलीपैड पर दोपहर को सीएम का हेलीकाप्टर उतारने के बाद जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया. इसके बाद सीएम का काफिला रामपथ के रास्ते हनुमान गढ़ी पहुंचा. जहां गर्भगृह में विराजमान बजरंगबली की सीएम योगी ने आरती उतारी. इस दौरान पुजारी राजू दास सहित अन्य संतों से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हनुमान गढ़ी से निकाल कर राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे, जहां ट्रस्ट के द्वारा उनका स्वागत किया गया. इसके बाद राम मंदिर में रामलला का दर्शन-पूजन किया.

दर्शन पूजन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में चल रहे विकास के कार्यों समीक्षा करेंगे. माह के बाद दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. इस दौरान अयोध्या में कई परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किया जाना है. जिसको लेकर सीएम खुद तैयारी में जुड़ गए हैं. पूर्व में बैठक के दौरान दीपोत्सव के कार्यक्रम संबंधित व्यवस्थाओं को तैयार करने की जानकारी दी थी. वहीं अब कौन-कौन से कार्यों को पूरा किया जाना है, जिनका लोकार्पण किया जा सकेगा, इस पर समीक्षा करेंगे.अयोध्या में दो दिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देर शाम संतों के साथ भी बैठक करेंगे. बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव को लेकर संतों में भी काफी नाराजगी रही है. सरयू तट स्थित सरयू अतिथि गृह में संतों के साथ बैठक बुलाई गई है. जिसमें प्रमुख लगभग 15 संत महंतों को बुलाया गया. वहीं दूसरे दिन राम मंदिर आंदोलन के प्रेयता दिवंगत महंत रामचंद्र दास परमहंस की पुण्यतिथि पर दिगंबर अखाड़ा में अनावरण करेंगे और फिर अयोध्या अंबेडकर नगर के लिए रवाना होंगे.

सीएम के आने पर लोगों को घरों में कर दिया जाता है कैद, साधु-संत खून के आंसू रो रहेः रामविलास दास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या आगमन से पहले भाजपा के पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के सलाह पर ही मुख्यमंत्री कार्य करते हैं. उनके आने से अयोध्या में बंदिशें बढ़ जाती है. यहां रहने वाले लोग भी आधार कार्ड और पहचान पत्र दिखाने के बाद भी घर नहीं पहुंच पाते हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में बीजेपी के हार का प्रमुख कारण जिला प्रशासन है. जिला प्रशासन ने बीजेपी को हराने के लिए पैसे लेकर काम किए हैं. डॉ. रामविलास वेदांती ने कहा कि मुख्यमंत्री आईएएस अधिकारियों की सलाह पर चलते .हैं मुख्यमंत्री ने कभी अयोध्या के साधु संतों से या मुझसे कभी कोई राय नहीं ली. अयोध्या में बंदिशें के कारण अनाज नहीं पहुंच पा रहा है. आश्रमों का संचालन सुचारु नहीं हो पा रहा है. यहां के साधु संत खून के आंसू रो रहे हैं. अपना परिचय देने के बावजूद डीएम ने कहा कि यहां आने की क्या जरूरत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के अयोध्या आने से तो सारे रास्ते बंद कर दिए जाते हैं. बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है. ज्यादा बोलने पर पुलिस लाठी चलाती है. हम लोग आश्रम और घरों में बंद रहते हैं. डर के मारे हम बाहर नहीं निकलते की कहां पर कौन रोक दे. बताते चलें कि बीते दिनों हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी अयोध्या में बीजेपी की हार का ठीकरा जिला प्रशासन के सिर पर फोड़ा था.

इसे भी पढ़ें-WATCH: तेवर वाले CM योगी को आया बच्ची पर प्यार, दुलारते हुए बोले, डरती है क्या?

अयोध्या: लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहली बार मंगलवार को दो दिवसीय दौरे पर रामनगरी पहुंचे हैं. माना जा रहा है कि सीएम योगी का यह दौरा उपचुनाव को लेकर है. इसके साथ ही अयोध्या में नाबालिग से गैंग रेप मामले को देखते हुए सीएम योगी का यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. सीएम योगी इस दौरे के दौरान नाराज साधु-संतों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर फीडबैक लेंगे.

राम कथा पार्क स्थित हेलीपैड पर दोपहर को सीएम का हेलीकाप्टर उतारने के बाद जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया. इसके बाद सीएम का काफिला रामपथ के रास्ते हनुमान गढ़ी पहुंचा. जहां गर्भगृह में विराजमान बजरंगबली की सीएम योगी ने आरती उतारी. इस दौरान पुजारी राजू दास सहित अन्य संतों से भी मुलाकात की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हनुमान गढ़ी से निकाल कर राम जन्मभूमि परिसर पहुंचे, जहां ट्रस्ट के द्वारा उनका स्वागत किया गया. इसके बाद राम मंदिर में रामलला का दर्शन-पूजन किया.

दर्शन पूजन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में चल रहे विकास के कार्यों समीक्षा करेंगे. माह के बाद दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. इस दौरान अयोध्या में कई परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किया जाना है. जिसको लेकर सीएम खुद तैयारी में जुड़ गए हैं. पूर्व में बैठक के दौरान दीपोत्सव के कार्यक्रम संबंधित व्यवस्थाओं को तैयार करने की जानकारी दी थी. वहीं अब कौन-कौन से कार्यों को पूरा किया जाना है, जिनका लोकार्पण किया जा सकेगा, इस पर समीक्षा करेंगे.अयोध्या में दो दिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देर शाम संतों के साथ भी बैठक करेंगे. बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव को लेकर संतों में भी काफी नाराजगी रही है. सरयू तट स्थित सरयू अतिथि गृह में संतों के साथ बैठक बुलाई गई है. जिसमें प्रमुख लगभग 15 संत महंतों को बुलाया गया. वहीं दूसरे दिन राम मंदिर आंदोलन के प्रेयता दिवंगत महंत रामचंद्र दास परमहंस की पुण्यतिथि पर दिगंबर अखाड़ा में अनावरण करेंगे और फिर अयोध्या अंबेडकर नगर के लिए रवाना होंगे.

सीएम के आने पर लोगों को घरों में कर दिया जाता है कैद, साधु-संत खून के आंसू रो रहेः रामविलास दास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या आगमन से पहले भाजपा के पूर्व सांसद डॉ रामविलास दास वेदांती जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के सलाह पर ही मुख्यमंत्री कार्य करते हैं. उनके आने से अयोध्या में बंदिशें बढ़ जाती है. यहां रहने वाले लोग भी आधार कार्ड और पहचान पत्र दिखाने के बाद भी घर नहीं पहुंच पाते हैं. उन्होंने कहा कि अयोध्या में बीजेपी के हार का प्रमुख कारण जिला प्रशासन है. जिला प्रशासन ने बीजेपी को हराने के लिए पैसे लेकर काम किए हैं. डॉ. रामविलास वेदांती ने कहा कि मुख्यमंत्री आईएएस अधिकारियों की सलाह पर चलते .हैं मुख्यमंत्री ने कभी अयोध्या के साधु संतों से या मुझसे कभी कोई राय नहीं ली. अयोध्या में बंदिशें के कारण अनाज नहीं पहुंच पा रहा है. आश्रमों का संचालन सुचारु नहीं हो पा रहा है. यहां के साधु संत खून के आंसू रो रहे हैं. अपना परिचय देने के बावजूद डीएम ने कहा कि यहां आने की क्या जरूरत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के अयोध्या आने से तो सारे रास्ते बंद कर दिए जाते हैं. बच्चों को स्कूल जाने में दिक्कत होती है. ज्यादा बोलने पर पुलिस लाठी चलाती है. हम लोग आश्रम और घरों में बंद रहते हैं. डर के मारे हम बाहर नहीं निकलते की कहां पर कौन रोक दे. बताते चलें कि बीते दिनों हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी अयोध्या में बीजेपी की हार का ठीकरा जिला प्रशासन के सिर पर फोड़ा था.

इसे भी पढ़ें-WATCH: तेवर वाले CM योगी को आया बच्ची पर प्यार, दुलारते हुए बोले, डरती है क्या?

Last Updated : Aug 6, 2024, 6:29 PM IST
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