लखनऊ: यूपी में बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के लोगों को बड़ी सौगात दी है. अब प्रदेश के सभी 75 जिलों में साइबर क्राइम थाने होंगे. इसके लिए बुधवार को सीएम ने 57 साइबर क्राइम थाने और सभी 1523 थानों में साइबर सेल की सौगात दी है.
सीएम ने 3114 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. इसमें पुलिस बैरेक, थाने, मेडिकल कक्ष और भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाने शामिल हैं. इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने पुलिस तो बना दी. लेकिन, पुलिस लाइन के रूप में उनकी आत्मा उन्हें दी ही नहीं. हमारी सरकार ने कई जिलों में पुलिस लाइन बनवाई. इसके अलावा जो पीएसी दंगाइयों की काल थी, उसे ही पूर्व की सरकारों ने खत्म कर दिया था.
बुधवार को लोकभवन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 3 हजार 114 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि के 64 निर्माण कार्यों का शिलान्यास और 188 करोड़ 77 लाख रुपये की धनराशि से बनाए गए थाना व पुलिस चौकियों के प्रशासनिक और आवासीय भवनों, हाॅस्टल, बैरक व विवेचना कक्ष, पुलिस हॉस्टल, एटीएस फील्ड यूनिट कार्यालय समेत कुल 84 निर्माण कार्याों का लोकार्पण किया. इसके अलावा प्रयागराज और कुशीनगर में 2 पर्यटक थानों का भी शुभांरम्भ किया गया.
राज्य में बढ़ते साइबर क्राइम की गंभीरता को देखते हुए सीएम योगी ने 57 जिलों में साइबर क्राइम पुलिस थाने का शुभारंभ किया. अभी तक सिर्फ 18 मंडलों में ही साइबर क्राइम थाने थे. सीएम ने राज्य के सभी 1523 पुलिस थानों में साइबर सेल, 18 मंडलों में भ्रष्टाचार निवारण संगठन थाने और 8 जिलों में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की इकाइयों का भी शुभांरम्भ किया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभी तक साइबर क्राइम से पीड़ित व्यक्ति को मंडल स्तरीय साइबर थाने पर जाना पड़ता था. लेकिन, अब वह अपने करीब के थाने में मौजूद साइबर सेल में जाकर शिकायत दर्ज करा सकेगा. वहीं, उसी जिले में साइबर क्राइम थाने में उसकी विवेचना की जा सकेगी.
सीएम योगी ने 4 पुलिस लाइन, 4 पीएसी वाहिनी, 2 यूपी एसटीएफ, 21 पुलिस थाना और 33 पुलिस थानों पर मेडिकल कक्ष का शिलान्यास किया. वहीं, 3 थाना प्रशासनिक भवन, 6 थाना आवासीय भवन, 3 पुलिस चौकी प्रशासनिक भवन, 54 थानों पर हॉस्टल, बैरक व विवेचना कक्ष, 6 पुलिस लाइन में पुरुष हॉस्टल, 5 एटीएस फील्ड यूनिट कार्यालय का लोकार्पण किया गया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मनुष्य में आत्मा ना हो तो वह मनुष्य नहीं होता. ऐसे में यदि पुलिस हो और उसके पास पुलिस लाइन न हो तो वह कैसे काम कर सकती है. पूर्व की सरकारों ने पुलिस को उसकी आत्मा ही नहीं दी थी. अब हमारी सरकार उन्हें आत्मा देते हुए पुलिस लाइन का निर्माण करवा रही है. वहीं, सीएम ने कहा कि पीएसी दंगाइयों का काल होती है, इसी पीएसी के जवान दंगाइयों पर काल बन कर टूटे है. लेकिन, पूर्व की सरकारों ने इसी पीएसी की कई वाहिनी ही खत्म कर दी थीं, जिसे हमने फिर से शुरू किया.
हर पीएसी वाहिनी में खोले जाएंगे ट्रेनिंग सेंटर
सीएम योगी ने कहा कि यूपी पुलिस के गठन से लेकर वर्ष 2017 तक उत्तर प्रदेश में पुलिस में भर्ती होने वाले जवानों के लिए ट्रेनिंग सेंटर की बहुत कमी थी. ऐसे में उन्हें वर्षों ट्रेनिंग के लिए इंतजार करना पड़ता था. इसके बाद उन्हें तैनाती मिल पाती थी. लेकिन, हमने ट्रेनिंग सेंटर की क्षमता को दोगुना किया है. इतना ही नहीं भविष्य में हर पीएसी वाहिनी में एक ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करेंगे, जिससे अन्य राज्यों की पुलिस भी हमारे यहां ट्रेनिंग के लिए आएगी.
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