फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में मरीजों के लिए जानलेवा बनीं फर्जी क्लीनिकों पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. फिरोजाबाद की 4 क्लीनिकों को सील कर दिया गया. सील की गई क्लीनिकों समेत 6 को नोटिस जारी कर उनसे रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया है. बगैर रजिस्ट्रेशन के क्लिनिक चलाने और मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने की शिकायतें मिलने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने यह सख्त कदम उठाया है.
फिरोजाबाद में ऐसी तमाम फर्जी क्लीनिक चल रही हैं जिन पर इलाज करने वाले तथाकथित डॉक्टरों के पास न कोई डिप्लोमा है और ना ही किसी तरह की अधिकृत डिग्री. बावजूद इसके यह डॉक्टर गंभीर बीमारियों का इलाज कर देते हैं, जिससे मरीजों की जान खतरे में पड़ जाती है.
इन क्लीनिकों पर इलाज कराने वालों की जान तक चली जाती है और पिछले दिनों ऐसे ही तमाम घटनाएं प्रकाश में आई थीं. पिछले दिनों फिरोजाबाद के पूर्व सांसद चंद्रसेन जादौन ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था और उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इसमें स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत की भी आशंका जतायी थी.
सीएमओ दफ्तर से मिली जानकारी के अनुसार जसराना तहसील इलाके के फरिहा इलाके में फर्जी क्लीनिकों के संचालन की शिकायत मिलने के बाद सीएमओ के आदेश के बाद 4 क्लीनिकों को सील कर दिया गया है. कई तथाकथित डॉक्टरों को नोटिस भी थमाए गए हैं. एक क्लीनिक तो ऐसी मिली जो मकान के अंडरग्राउंड में चल रही थी जिसमें ऑपरेशन का सामान भी मिला है.
एसीएमओ डॉ. बीड़ी अग्रवाल ने बताया कि डॉ. सुभाष निवासी मीतपुरा,डॉ. प्रमोद निवासी कस्बा फरिहा जिनका क्लीनिक बेसमेंट में चल रहा था, डॉ. अवनीश कुमार निवासी बलीपुर तपस्या, डॉ. सुनीता निवासी नगला बंशी के क्लीनिक को सील कर दिया गया है जबकि डॉ. विकास शर्मा निवासी बघेल कॉलोनी थाना उत्तर,डॉ.प्रदीप कुमार निवासी नगला कांस समेत सील किए गए क्लीनिक के सभी डॉक्टरों को कागजात दिखाने के लिए नोटिस भी जारी किया गया है.
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