बस्तर: सीएम विष्णुदेव साय ने अपने बस्तर दौरे में जवानों के कैंप पहुंचकर उनका हौंसला बढ़ाया. जगदलपुर में बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में शामिल होने के बाद सीएम साय सीधे सेड़वा स्थित सीआरपीएफ कैंप पहुंचे और जवानों से मिले. इस दौरान सीएम ने उनके साथ डिनर किया और फिर जवानों के आग्रह पर उसी कैंप में रुक भी गए. कैंप के अंदर जवानों के साथ रात बिताने वाले सीएम साय छत्तीसगढ़ के पहले सीएम हैं. ETV भारत की टीम उसी कैंप में पहुंची जहां सीएम रुके हुए थे. उन जवानों से मिले जिन्हें सीएम ने खाना परोसा था. और जिनसे सीएम ने बात की थी.
18 नवंबर को जवानों के बीच गए गए थे सीएम: 18 नवंबर की शाम सीएम विष्णुदेव साय बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक खत्म करने के बाद सीधे इसी कैंप में पहुंच गए. सीएम साय ने बाद में खुद कहा कि उनकी बड़ी इच्छा थी जवानों से मिलने की.इस दौरान महिला कमांडो प्रमिका ने बताया की सीएम ने मोबाइल फोन से प्रमिका की मां से बात की.सीएम ने कहा कि आपके घर आएंगे तो आप चापड़ा चटनी खिलाओगे. जिसके जवाब में महिला कमांडो की मां ने कहा कि अवश्य खिलाएंगे.
महिला कमांडो ने बताया कि सीएम को हमेशा टीवी पर ही देखा करते थे. लेकिन पहली बार इतनी नजदीक से देखें. उनसे बातचीत की. सीएम जैसे बड़े व्यक्ति जवान और उनके परिवार के विषय मे हालचाल जाना. जिससे वो खुद गर्वान्वित महसूस की. सीएम ने अच्छी तरह के ड्यूटी करने की सलाह दी - प्रमिका, महिला कमांडो
दूसरी महिला कमांडो कमला ने कहा कि जैसे ही सीएम साहब कैम्प पहुंचे. वैसे ही उत्साह का माहौल बन गया था. ऐसा महसूस हो रहा था मानो शादी कैम्प में हो रहा है.
सीएम ने जवानों के साथ खाना खाया और उन्हें खाना भी परोसा. ऐसा बहुत कम या पहली बार हुआ कि कोई सीएम कैम्प आये. कैम्प में जवानों को खाना खिलाया और रुके - कमला, महिला कमांडो
जवानों ने सीएम से मुलाकात को यादगार बताया: वहीं पुरूष जवान संजय राव ने बताया कि जैसे ही जवानों को जानकारी लगी कि सीएम उनके कैम्प आ रहे हैं. तत्काल उन्होंने तैयारियां शुरू की. मैदान को सजाया गया. जितनी जल्दी हो सके उतना पोजेटिव एफर्ट लगाया गया. और जवानों से रूबरू हुए. जवान ने बताया कि 22 साल के सेवाकाल में पहली बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री को इतने नजदीक से देखा. पहली बार यह भी देखा कि किसी प्रदेश के मुख्यमंत्री सीआरपीएफ कैम्प में आये हो और जवानों से सहज और सरल तरीके से बातचीत की.
ऐसा माहौल और ऐसा अनुभव दिल से काफी अच्छा महसूस हुआ. सीएम ने जवानों से कहा कि जो गोली की भाषा समझता है उसे गोली से समझाएं. और जो बोली की भाषा समझता है उसे बोली से समझाएं. जिस नियत से CRPF भी लगातार कार्य कर रही है. इसके अलावा ड्यूटी के दौरान आने वाली समस्याओं से भी सीएम को अवगत करवाया गया. जिसका शांतिपूर्ण और बेहतर जवान सीएम के द्वारा जवानों और अधिकारियों को मिला - संजय राव, पुरुष कमांडो
जवानों से पहली बार मिले सीएम साय: दरअसल पिछले 11 महीनों में नक्सल मोर्चे पर जवानों को कई बड़ी सफलता मिली है. ऐसे में जवानों का हौंसला बढ़ाने सीएम साय सेड़वा स्थित बस्तरिया बटालियन के कैंप पहुंचे थे. इस दौरान सीएम साय ने जवानों से ऑपरेशन के संबंध में भी चर्चा की. नक्सलियों से जवानों की पिछले 11 महीनों में 90 से अधिक बार मुठभेड़ हुई है. इन मुठभेड़ों में 197 से अधिक नक्सली मारे गए हैं. वहीं जवानों ने नक्सलियों के इलाकों में 20 से अधिक नए सुरक्षाबलों के कैंप स्थापित किए हैं. यही वजह है कि जवानों की हौसला अफजाई करने सीएम साय जवानों के बीच पहुंचे.
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