देहरादून: उत्तराखंड चारधाम की यात्रा मई महीने से शुरू होने जा रही है. 10 मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ-साथ चारधाम की यात्रा शुरू हो जाएगी. जिसके चलते उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को अभी से ही मुकम्मल करने की कवायद में जुट गई है. इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में सचिवालय में चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर बैठक की गई. मीटिंग में अधिकारियों को चारधाम यात्रा की तैयारी और मॉनिटरिंग के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं.
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने धामों में यातायात प्रबंधन के सुगम संचालन को लेकर एसपी/ एडिशनल एसपी रैंक के आधिकारियों को नियुक्त करने के साथ-साथ सभी अधिकारियों और विभागों को आपसी समन्वय बनाकर काम करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि पिछले सालों की यात्रा के दौरान जो कमियां और समस्याएं सामने आई हैं, उससे सबक लेते हुए इस साल चार धाम यात्रा के दौरान उन कमियों और समस्याओं को दूर किया जाए. साथ ही यात्रा के सभी पैदल मार्गों और संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी लगाया जाएं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यात्रियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों के हितों को भी ध्यान में रखते हुए काम किया जाए. शासन स्तर से धामों की लाइव मॉनिटरिंग और आपदा कंट्रोल रूम का बेहतर ढंग से संचालन किया जाए. उन्होंने कहा कि मौसम के पूर्वानुमान की सूचना यात्रियों तक समय से पहुंचे, इसके लिए यात्रियों के मोबाइल नंबर पर अलर्ट मैसेज भेजने की व्यवस्था और यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्लास्टिक फ्री चारधाम करने के लिए मिशन मोड पर काम किया जाए. यात्रा शुरू होने से पहले ही चारों धामों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था, पैदल मार्गों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था के साथ-साथ यात्रा मार्ग पर सुचारू पेयजल आपूर्ति व्यवस्था की जाए. उन्होंने कहा कि चारधाम मार्गों का सुधारीकरण यात्रा से पहले ही कर लिया जाए. जिन स्थानों पर अधिकतर मार्ग खराब होते हैं. ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर जेसीबी की पर्याप्त व्यवस्था की जाए, ताकि यात्रा के दौरान अगर कोई भी मार्ग बंद होता है, तो उसे तत्काल खोले जाने की व्यवस्था हो.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को चारधाम यात्रा के लिए बसों और टैक्सियों की आवश्यकता का आंकलन कर पहले ही व्यवस्था करने और यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं का विस्तार जल्द से जल्द किए जाने के निर्देश दिए. साथ ही चारधाम यात्रा मार्गों पर अस्थाई चिकित्सा केन्द्रों में चिकित्सा और जरूरी स्टाफ की तैनाती के साथ-साथ जीवनरक्षक दवाई, उपकरण, पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर और एंबुलेंस और एयर एंबुलेंस की व्यवस्था यात्रा शुरू होने से पहले करने के भी निर्देश दिए हैं. इसके अलावा घोडे खच्चरों को होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए पैदल मार्गों पर पशुचिकित्सकों की तैनाती की जाए.
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में एक वृहद बैठक की गई है. बैठक में मुख्य रूप से चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर तमाम जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं, ताकि चार धाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो. उन्होंने कहा कि साल 2023 में चारधाम की यात्रा के दौरान 56 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने धामों के दर्शन किए थे. लिहाजा इस साल श्रद्धालुओं के आने का आंकड़ा बढ़ने की संभावना है.
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