पटना: सीएम नीतीश कुमार शनिवार को एक बार फिर से पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल संवाद करेंगे. लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण की वोटिंग 7 मई होनी है. जदयू के तरफ से पूरी ताकत लगाई जा रही है. इससे पहले मुख्यमंत्री 14 अप्रैल को भी पार्टी कार्यालय से वर्चुअल संवाद कर चुके हैं. मुख्यमंत्री के साथ आज भी पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे.
तीसरे चरण में जदयू की 3 सीट पर वोटिंगः लोकसभा चुनाव के दो चरण समाप्त हो चुके हैं. बिहार में 40 में से 9 सीटों पर चुनाव हो चुका है. इनमें से जदयू के 5 सीट है. तीसरे चरण की तैयारी हो रही है. तीसरे चरण में भी बिहार में पांच लोकसभा सीटों मधेपुरा, अररिया, सुपौल, झंझारपुर और खगड़िया में चुनाव होना है. इसमें से जदयू के तीन लोकसभा सीट मधेपुरा, झंझारपुर, सुपौल है.
सहयोगी दल भाजपा का करेंगे सहयोगः मधेपुरा से दिनेश चंद्र यादव चुनाव लड़ रहे हैं. झंझारपुर से रामप्रीत मंडल और सुपौल से दिलेश्वर कामत चुनाव मैदान में हैं. 2019 में भी तीनों चुनाव लड़े थे और जीते भी थे. पार्टी की ओर से इन्हें फिर से मौका दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के तीनों उम्मीदवार को जीताने के लिए वर्चुअल संवाद करेंगे साथ ही अपने सहयोगी दलों बीजेपी के अररिया से तो लोजपा के खगड़िया के उम्मीदवार के लिए भी पूरी ताकत से सहयोग देने का निर्देश देंगे.
वर्चुअल संवाद के बाद जनसभा करेंगे सीएमः मुख्यमंत्री पहले चरण में केवल चार जन सभा की थी. दूसरे चरण में पांच सीट जदयू का था इसलिए मधेपुरा में कैंप बनाकर 11 जनसभा की. भागलपुर, सीमांचल में रोड शो भी किया. इस बार भी जदयू के तीन महत्वपूर्ण सीट हैं. मुख्यमंत्री कई जनसभा करेंगे और उससे पहले आज वर्चुअल संवाद भी कर रहे हैं.
16 सीट पर चुनाव लड़ रही जदयूः बिहार में लोकसभा का चुनाव सात चरणों में होना है. जदयू को इस बार एनडीए में 16 सीट मिला है. भाजपा 17 सीट पर चुनाव लड़ रही है. चिराग पासवान की पार्टी 5 सीट, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी एक सीट और हम पार्टी से जीतन राम मांझी एक सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
पिछले चुनाव में एनडीए को 39 सीट मिले थेः 2019 में एनडीए को 40 में से 39 सीट पर जीत मिली थी. इसलिए इस बार भी एनडीए के तरफ से 2019 के प्रदर्शन को बरकरार रखने और उसे बेहतर करने की कोशिश हो रही है. बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री भी लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं तो दूसरी तरफ सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेताओं के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अपनी ताकत लगा रहे हैं.