पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. प्रदेश के कई जिलों में हालात बद से बदतर हो गए हैं. राजधानी पटना की बात करें तो मोकामा में गंगा नदी में लगातार हो रही वृद्धि से निचले इलाकों में हाहाकार मच गया है.
सीएम नीतीश ने लिया बाढ़ का जायजा: जुलाई में भी बाढ़ के हालात से लोग त्रस्त थे, तब सीएम ने हवाई सर्वेक्षण किया था. एक बार फिर से नीतीश बाढ़ से उपजे हालात को देखने के लिए निकले हैं . बाढ़ अनुमंडलीय प्रखंड के बरहपुर, कन्हायपुर, हाथीदह, मरांची, कसहा दियारा समेत कई गांवों में गंगा का पानी गांव में घुस जाने से कोहराम मच गया है. गंगा का पानी गांव में घुसने की सूचना मिलते ही बरहपुर, कसहा दियारा गांव में जल संसाधन विभाग की टीम ने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया. विभागीय अधिकारियों ने गंगा नदी में हो रहे कटाव को रोकने की कवायद तेज कर दी है.
फसल डूबे.. मवेशियों को नहीं मिल रहा चारा: कई एकड़ में लगे मक्के की फसल बाढ़ की भेंट चढ़ गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा. कसहा दियारा और जंजीरा दियारा में बाढ़ से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. विभागीय अधिकारी लगातार स्थिति पर अपनी नजर बनाए हुए हैं.
सड़क किनारे रैन बसेरा: वहीं मोकामा पूर्वी जिला पार्षद कुमार नवनीत हिमांशु ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राहत पैकेज की मांग की. गांव के लोग पलायन कर सड़क किनारे रैन बसेरा बनाए हुए हैं, जो अनुमंडलीय प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
"मोकामा पश्चिम के कई गांव के लोग पलायन कर गए हैं. मवेशी को लेकर सभी चले गए हैं. सरकार को इन सभी के लिए कुछ व्यवस्था करनी चाहिए. पशुओं का आहार सबसे बड़ी चिंचा का विषय बना हुआ है."- कुमार नवनीत हिमांशु, जिला पार्षद, मोकामा
एक महिला की मौत: वहीं दानापुर दियारा में एक महिला की पानी में डूबकर मौत हो गई है. मामला मानस पंचायत का है, जहां तीन दिन पहले एक युवक के डूबने से मौत हो गई थी. वहीं पंचायत के 62 पट्टी स्थित चक्की मिल से आटा लेकर के आने के दौरान 44 वर्षीय राजमती कुंवर नाम की महिला का पैर फिसल गया और पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई.
ग्रामीणों ने लगाया लापरवाही का आरोप: ग्रामीणों का कहना है कि घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी गई, लेकिन अभी तक पुलिस प्रशासन की तरफ से कोई भी प्रशासनिक मदद नहीं मिली है. ग्रामीण खुद ही महिला को तलाश रहे हैं. महिला का शव अभी तक नहीं मिला है. बताया जाता है की घटना बीते शाम की है.
पड़ोसी राज्यों में भारी बारिश का असर: बता दें कि पड़ोसी राज्यों में हुई भारी बारिश का असर लगातार बिहार पर पड़ रहा है. गंगा अभी भी उफान पर है पिछले कई दिनों से पटना में गंगा अधिकांश जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. गंगा के साथ गंडक, बूढ़ी गंडक और पुनपुन नदी भी इस साल अपने रिकॉर्ड स्तर पर बह रही है.
एनएच पर भी पहुंचा पानी: नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण कई जगह बाढ़ की स्थिति है. एनएच पर भी पानी आ गया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है. जिला प्रशासन की ओर से दियारा इलाके के कई स्कूलों को बंद भी किया गया है.
गंगा में अभी भी जलस्तर बढ़ने के संकेत: बिहार में भले ही पिछले कुछ दिनों से बारिश नहीं हो रही है, लेकिन उसके बावजूद बिहार की प्रमुख नदियों के साथ सहायक नदियां भी उफान पर है. केंद्रीय जल आयोग और बिहार जल संसाधन विभाग के अनुसार गंगा नदी का जलस्तर अभी भी कई स्थानों पर राइजिंग ट्रेंड में है.
खतरे के निशान से ऊपर है गंगा: शुक्रवार सुबह पटना के मनेर में गंगा का जलस्तर 53.29 मीटर पर पहुंच गया है, जबकि यहां डेंजर लेवल 52 मीटर है यानी एक मीटर 29 सेंटीमीटर गंगा खतरे के निशान से यहां ऊपर बह रही है. वहीं पटना के दीघा घाट में डेंजर लेवल 50.45 मीटर है जबकि गंगा का अभी जलस्तर 51.5 मीटर है . पटना के गांधी घाट में गंगा का डेंजर लेवल 48.60 मीटर है जबकि अभी गंगा 50.28 मीटर पर बह रही है.
इन जिलों में भी खतरे की घंटी: वहीं हाथीदह में गंगा का डेंजर लेवल 41.70 मीटर है, जबकि अभी गंगा का जलस्तर 43.27 मीटर पर पहुंच गया है. मुंगेर में गंगा का डेंजर लेवल 26.50 मीटर है लेकिन अभी गंगा का जलस्तर 39.57 मीटर पर पहुंच गया है. वहीं पुनपुन नदी अरवल और पटना में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
सारण सबसे ज्यादा प्रभावित: गंगा और घाघरा का जलस्तर बढ़ने का सबसे ज्यादा असर सारण में दिख रहा है. एनएच 31 पर पानी आ गया है. जेपी की जन्मस्थली सिताब दियारा और भिखारी ठाकुर के गांव कुतुबपुर का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. वैशाली के पांच प्रखंड गंगा और गंडक से प्रभावित है. वहीं भागलपुर और मुंगेर में भी गंगा का प्रकोप देखने को मिल रहा है.
वार्ड सीटों को हर संभव मदद का सीएम का निर्देश: गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण सबसे खराब स्थिति दियारा इलाकों की है. पटना जिले के अथमलगोला प्रखंड में रामनगरी करारी कछार पंचायत का वार्ड नंबर 1 से वार्ड नंबर 12 तक बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़, बख्तियारपुर और मोकामा का दियारा इलाका में कई स्थानों से संपर्क टूट गया है.
अलर्ट मोड पर अभियंता और अधिकारी: जिला प्रशासन के अनुसार आवागमन के लिए नाव उपलब्ध कराया गया है. वहीं पटना के बिंद टोला भी डूब गया है. मुख्यमंत्री के स्तर से जिला प्रशासन को बाढ़ प्रभावित लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया गया है. वही जल संसाधन विभाग ने अभियंताओं और अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश भेज दिया है.
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