रांची: छठ के मौके पर राजधानी रांची सहित राज्यभर में लाखों श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देकर सुख समृद्धि की कामना की. इस मौके पर राजधानी रांची के राजभवन समीप नक्षत्र वन छठ तालाब में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर राज्य की खुशहाली की कामना की. उन्होंने कहा कि हमलोग हमेशा भगवान से मांगते ही हैं, उन्हें देने का काम नहीं करते. मैने छठी मैया से प्रार्थना की है मुझे इतनी शक्ति दें जो राज्य की जनता के लिए और भी बेहतर ढंग से काम कर सकूं.
रांची एसएसपी चंदन सिन्हा सहित हजारों श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ्य
छठ के मौके पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए राजधानी रांची के विभिन्न जलाशयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही. सूर्यास्त से ठीक पहले पारंपरिक रूप से भगवान भास्कर को अर्घ्य देने का शिलशिला शुरू हुआ. इस मौके पर रांची एसएसपी चंदन सिन्हा परिवार के साथ छठ करते दिखे. उन्होंने छठी मैया से रांची को अपराधमुक्त बनाने के लिए शक्ति देने की कामना की. इस अवसर पर छठ के पारंपरिक गीतों से गुंजता छठ घाट की रौनक ही कुछ और था. निर्जला व्रत कर रही छठव्रती और उनके परिवार के सदस्य छठ घाट पर आराधना में लगे रहे.
उदयकालीन अर्घ्य के साथ छठ महापर्व का होगा समापन
छठ ही एक ऐसा पर्व है जिसमें अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के साथ साथ उदयकालीन सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है. धार्मिक आस्था के साथ साथ इसके प्रति समर्पण इस पर्व को महापर्व की संज्ञा दी है. शुक्रवार को इस महापर्व के चौथे दिन उदयकालीन सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. रांची में सूर्योदय सुबह 5 बजकर 29 मिनट पर है. उदयकालीन अर्घ्य के साथ इस पर्व का समापन होगा. इस तरह से छठव्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत पारण के साथ समाप्त होता है. पारण के लिए घर के लोग पवनैतिन के लिए तरह तरह के खाद्य सामग्री तैयार करते हैं.
ये भी पढ़ें:
झारखंड में छठ पूजा: भक्तों ने अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य
देवघर में बिखरी छठ की छटा, व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य