रांची: पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेताओं में से एक रहे चंपाई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपना पूरा ध्यान कोल्हान पर लगा दिया है. यही वजह है कि पिछले दिनों अपने आवास पर सरायकेला खरसावां के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने वाले पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को सोहराई भवन में कोल्हान और पलामू प्रमंडल के सभी जिलों के प्रखंड स्तर तक के पदाधिकारी के साथ बैठक की.
झारखंड विधानसभा चुनाव की तैयारी को केंद्र में रखकर बुलाई गयी इस बैठक में मंत्री दीपक बिरुआ, मंत्री रामदास सोरेन, सांसद जोबा मांझी, विधायक दशरथ गागराई, समीर मोहंती भी शामिल हुए. वैसे तो बैठक दो प्रमंडलों की थी लेकिन सर्वाधिक उपस्थिति कोल्हान प्रमंडल की ही दिखी. इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने तो मीडिया से बात नहीं की लेकिन उनके कैबिनेट सहयोगी मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी को विधानसभा चुनाव की तैयारियों में युद्ध स्तर पर जुट जाने का आह्वान किया है.
मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य में अस्थिरता फैला कर सत्ता पाने का सपना देख रहे लोगों को राज्य से बाहर करना है. आधी आबादी के सशक्तिकरण और उनके विकास के लिए सरकार कृत संकल्पित है और कई योजनाएं वर्तमान सरकार ने महिला विकास के लिए किया है. चंपाई सोरेन के जाने से पार्टी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, नेताओं का आना जाना लगा रहता है. इतिहास में बहुत सारे नेता झामुमो छोड़कर दूसरे दल में गए और फिर वापस आये तब हमने उनका सम्मान और स्वागत किया. मंत्री ने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि हम कितने मजबूत हैं.
समय समय पर भाजपा का मुद्दा बदलता रहता है, हमारा मुद्दा सिर्फ जनकल्याण
एक सवाल के जवाब में मंत्री दीपक बिरुआ ने कहा कि जनता पार्टी का समय-समय पर मुद्दा बदलता रहता है लेकिन जनता का मुद्दा नहीं बदलता. इसलिए झारखंड मुक्ति मोर्चा हमेशा जन सरोकारों से जुड़े हुए मुद्दे को उठती है और जन कल्याण ही हमारी प्राथमिकता में रहता है.
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