चंडीगढ़: सीएम फ्लाइंग की टीम ने गुरुवार को पंचकूला के सेक्टर-6 स्थित सिविल अस्पताल में छापामारी की. टीम के कर्मचारियों ने एंबुलेंस संबंधी कंट्रोल रूम की जांच करने समेत अस्पताल प्रबंधन से डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टाफ संबंधी रिकॉर्ड को कब्जे में लिया. साथ ही अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं की जांच भी की.
एंबुलेंस कंट्रोल रूम की मौजूदा स्थिति की जांच
सीएम फ्लाइंग टीम ने एंबुलेंस कंट्रोल रूम की मौजूदा व्यवस्था की जांच की. जिले में कुल 23 एंबुलेंस संचालित हैं, जबकि 4 एंबुलेंस को कंडम घोषित किया गया है. अभी और 4 एंबुलेंस को कंडम घोषित करने का तैयारी है. टीम द्वारा की गई जांच में एंबुलेंस में ऑक्सीजन और अन्य सुविधाएं सही पाई गई.
ओपीडी रिकॉर्ड की जांच और पूछताछ
फ्लाइंग स्क्वायड टीम ने ओपीडी की जांच भी की, जिसमें इमरजेंसी ओपीडी, एमडी मेडिसिन ओपीडी, सीनियर सिटीजन कॉर्नर ओपीडी, यूरोलॉजी ओपीडी, आर्थो व टीबी, साइकेट्रिस्ट, स्किन समेत अन्य रिकार्ड की जांच की. टीम द्वारा जांच करने पर सभी डॉक्टर अपनी ओपीडी में मिले. इसके अलावा नर्सिंग ऑफिसर, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संबंधी रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया.
एंबुलेंस सुविधा नहीं मिलने की शिकायत पर कार्रवाई
बताया गया कि सीएम फ्लाइंग टीम को सिविल अस्पताल-6 में मरीजों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने संबंधी शिकायतें मिल रही थी. सूचना थी कि 112 नंबर पर कॉल के बाद गंभीर हालत के मरीजों को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलती है. इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. दरअसल, सूचना थी कि एंबुलेंस कंट्रोल रूम में कई बार ईएमटी नहीं होने पर एंबुलेंस ड्राइवर ही कंट्रोल रूम में बैठते हैं. जांच टीम द्वारा कालका, पिंजौर, मोरनी और रायपुररानी की एंबुलेंस, पीएचसी, सीएचसी और पॉलीक्लीनिक का डाटा भी कब्जे में लिया गया है.
कुल पदों की संख्या और रिक्त पदों की जानकारी
जांच टीम को बताया गया कि ईएमटी के कुल 55 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से फिलहाल 11 पद रिक्त हैं. ड्राइवरों के कुल 70 पदों में से फिलहाल 15 पद खाली हैं. अस्पताल के स्टाफ संबंधी अन्य रिकॉर्ड बारे भी पूछताछ की गई और कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई.
एंबुलेंस सुविधा के बारे में फीडबैक
सीएम फ्लाइंग टीम ने एंबुलेंस सुविधा संबंधी फीडबैक के लिए मरीजों के संपर्क नंबर भी लिए. मरीजों से संपर्क कर एंबुलेंस सुविधा की मौजूदा स्थिति के बारे में पूछा जायेगा, ताकि स्पष्ट रूप से पता लग सके कि मरीजों तक एंबुलेंस सुविधा सही तरीके से पहुंच रही है या नहीं. पंचकूला सिविल अस्पताल के पीएमओ, डॉक्टर उमेश मोदी ने बताया कि सीएम फ्लाइंग टीम द्वारा जांच के दौरान मांगा गया रिकॉर्ड उपलब्ध कराया गया है. एंबलेंस, ड्राइवरों, एनएचएम व अन्य सीएचसी व पीएचसी संबंधी डाटा भी टीम को दिया गया है.