अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में सोमवार 4 नवंबर को हुए भीषण सड़क हादसे में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. वहीं कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. इस हादसे के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मृतकों को परिजनों को चार-चार लाख रुपए और घायलों को एक-एक लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है. वहीं सीएम धामी ने पौड़ी और अल्मोड़ा से संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन का सस्पेंड करने का निर्देश दिए हैं.
इसी के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी ने डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं कि गंभीर रूप से घायल लोगों को तत्काल एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स में भेजा जाएगा. जिसके बाद रामनगर हॉस्पिटल से तीन घायलों को एयरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स भेज गया. वहीं घटना स्थल पर राहत और बचाव का कार्य जारी है.
जनपद अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई बस दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख और घायलों को ₹1 लाख की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। आयुक्त कुमाऊं मंडल को घटना की जांच के लिए निर्देश दिए हैं। pic.twitter.com/F9J25bXBdV
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 4, 2024
जनपद अल्मोड़ा के मार्चुला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण बस दुर्घटना में यात्रियों के हताहत होने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। जिला प्रशासन को तेजी के साथ राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 4, 2024
घटनास्थल पर स्थानीय प्रशासन एवं SDRF की टीमें घायलों को निकालकर उपचार के लिए…
जानकारी के मुताबिक गढ़वाल मोटर ऑनर्स यूनियन लिमिटेड की बस गोलीखाल से रामनगर आ रही थी, तभी बीच रास्ते में अल्मोड़ा जिले के मारचूला में कूपी गांव के पास यात्री से भरी हुई बस गहरी खाई में गिर गई. इस हादसे में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. वहीं कई लोग गंभीर रूप से घायल है. घायलों को रामनगर और हल्द्वानी के सरकारी हॉस्पिटल के अलावा ऋषिकेश एस्म में भी भेजा गया है. एम्स से डॉक्टरों की टीम भी रामनगर आ रही है.
पढ़ें---
- उत्तराखंड में भीषण सड़क हादसा, अल्मोड़ा के सल्ट में गहरी खाई में गिरी यात्री बस, 30 से ज्यादा लोगों की मौत
- लाइव अल्मोड़ा सल्ट बस हादसे में मृतकों की संख्या पहुंची 30 से ज्यादा, पौड़ी-अल्मोड़ा से संबंधित एआरटीओ निलंबित, मुआवजे की घोषणा
- उत्तराखंड में नहीं थम रहे सड़क हादसे, 24 साल में 20 हजार से ज्यादा लोग गंवा चुके जान