जयपुर. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आमजन के आवागमन और स्वास्थ्य सुविधाओं का धरातल पर जायजा लेने के लिए जयपुर शहर के विभिन्न प्रोजेक्ट्स का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने निर्माण कार्यां और व्यवस्थाओं के संबंध में अधिकारियों से चर्चा की. साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. खास बात थी कि सीएम भजन लाल बिना किसी कंट्रोल रूम सूचना के इस औचक निरीक्षण पर निकले. सीएम के बिना पूर्व सूचना पर शहर में निकलने पर अलग अलग प्रोजेक्टों में काम कर रहे अधिकारी और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया.
यूं चला सीएम का कारवांः मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सबसे पहले अजमेर रोड स्थित हीरापुरा बस टर्मिनल पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया, उन्होंने अधिकारियों से प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तृत जानकारी ली. इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रियों के लिए पेयजल की उचित व्यवस्था, बैठने के लिए छायादार स्थान, सफाई व्यवस्था सहित विभिन्न मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि अगस्त माह से बसों का संचालन प्रारम्भ किया जा सके. मुख्यमंत्री ने जयपुर विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम के अधिकारियों को मानसून में भारी बारिश से होने वाली समस्याओं से बचाव के लिए पूर्व में ही माकूल व्यवस्था करने के निर्देश दिए, जिससे आमजन को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े.
इसके बाद सीएम भजन लाल ने मानसरोवर में जयपुर मेट्रो फेज 1-डी के तहत मानसरोवर से अजमेर रोड चौराहा तक मेट्रो विस्तार के प्रगतिरत निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुए शीघ्र इस प्रोजेक्ट को पूर्ण किया जाए. उन्होंने नवनिर्मित हीरापुरा बस टर्मिनल तक मेट्रो सुविधा के विस्तार के संबंध में चर्चा की, साथ ही, मेट्रो के फेज-2 के लिए रूट निर्धारित करने तथा डीपीआर बनाने के लिए टेण्डर शीघ्र किए जाने के संबंध में निर्देश दिए.
सांगानेर में बनेगा 300 बेड का अस्पतालः इसके बाद मुख्यमंत्री ने सांगानेर में खुली जेल का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने 300 बेडेड अस्पताल बनाने के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को एक सप्ताह में भूमि आवंटन की कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए. उन्होंने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस कार्य की शीघ्र डीपीआर तैयार करें, जिससे दीपावली से पहले निर्माण कार्य का शिलान्यास किया जा सके.
इसके बाद राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हैल्थ साइंस (आरयूएचएस) पहुंचे. यहां उन्होंने मॉडर्न डायग्नोस्टिक सेंटर, आईसीयू कॉम्प्लेक्स, आई ओटी यूनिट का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आरयूएचएस में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने, चिकित्सकों की नियुक्ति करने, मरीजों के परिजनों के ठहरने की उचित व्यवस्था करने के संबंध में निर्देश दिए. साथ ही, मुख्यमंत्री ने अस्पताल में भर्ती मरीजों से चिकित्सा सुविधाओं के बारे में फीडबैक भी लिया.इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव (मुख्यमंत्री) शिखर अग्रवाल, प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास एवं आवासन टी. रविकान्त आदि मौजूद रहे.
मुख्यमंत्री की खासियत 'आम जनता सर्वोपरी': बता दें कि इससे पहले भी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने आमजन की ट्रैफिक की समस्या को देखते हुए लालबत्तियों पर रुकने का लिया था, वहीं पुलिस थाना, रैन बसेरा और अस्पताल का भी औचक निरीक्षण किया था. इतना ही नहीं आमजन से सीधा संवाद कायम हो, इसको लेकर मानसरोवर सिटी पार्क और सेंट्रल पार्क में मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इसके अलावा वोकल फोर लोकल को बढ़ावा देने के लिए स्थनीय नाई की दुकान पर सेविंग कराई, ठेले पर गन्ने का जूस पीया और थड़ी पर चाय का लुत्फ लिया.
ड्रेनेज और सीवरेज मास्टर प्लान पर होगा कामः राजधानी में लगातार हो रही बारिश से कई जगह जल भराव की स्थिति बनने के बाद अब प्रशासन चेता है. प्रशासन ने अब ड्रेनेज मास्टर प्लान, नालों और सीवर का पानी सड़कों पर न आए इसे मद्देनजर रखते हुए सीवरेज मास्टर प्लान और वर्षा जल के संचयन के लिए वाटर हार्वेस्टिंग पर काम करने का मन बनाया है. एलएसजी सचिव ने इसकी जिम्मेदारी जेडीए को सौंपी है. जयपुर शहर के लिए अब एक दीर्घकालीन ड्रेनेज मास्टर प्लान बनाया जाएगा. प्रमुख शासन सचिव नगरीय विकास एवं आवासन विभाग टी रविकांत ने शनिवार को इस सम्बंध में जयपुर विकास प्राधिकरण को निर्देश दिए. मास्टर प्लान के अनुसार जेडीए, निगम और राजस्थान आवासन मण्डल के प्रत्येक वार्षिक बजट में ड्रेनेज सबंधित कार्यों का नियमित रूप समावेश करने और चरणबद्ध रूप से संपादन के निर्देश दिए गए. जिससे वर्षा के दौरान शहर में जगह-जगह वर्षा का जल एकत्रित होने की समस्या से निजात मिल सके.
सीवरेज मास्टर प्लान पर होगा काम : जयपुर शहर में जेडीए, निगम और अन्य संस्थाओं की ओर से सीवरेज का कार्य संपादन किया गया है. टी रविकांत ने कहा है कि सीवरेज लाइन का नियमित रख रखाव, भविष्य की डिमांड के आंकलन को शामिल करते हुए एक सीवरेज मास्टर प्लान बनाया जाना आवश्यक है. इसके लिए उन्होंने रूडसिको को सीवरेज मास्टर प्लान बनाए जाने के लिए भी निर्देशित किया.
क्षतिग्रस्त सड़कों का होगा उद्धारः इसके साथ ही जयपुर शहर में विभिन्न एजेन्सियों जैसे टोरेन्ट, पीएचईडी, आरवीपीएन की ओर से अपनी भूमिगत सर्विसेज के लिए सड़क खुदाई के कारण विभिन्न इलाकों में सड़कें क्षतिग्रस्त हो रही हैं. इसके साथ ही पानी एकत्रित होने से दुर्घटना का अंदेशा भी रहता है. ऐसे में आमजन से जुड़ी इस समस्या के निदान के लिए जयपुर विकास आयुक्त की अध्यक्षता में सभी विभागों के मुख्य अभियन्ता स्तर के अधिकारियों के साथ रूपरेखा तैयार करने के निर्देश भी दिए.