जयपुर. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग में सुशासन की पहल के तहत शनिवार को पूरे प्रदेश में पीएचईडी दफ्तर खुले और स्वच्छ एवं व्यवस्थित दफ्तर बनाने के लिए विशेष सफाई अभियान चलाया गया. तीन दिन के इस अभियान के पहले दिन अधिकारियों-कर्मचारियों ने श्रमदान कर अपना ऑफिस साफ एवं सुव्यवस्थित बनाने में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. विभाग के शासन सचिव डॉ समित शर्मा ने भी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ सफाई की.
पीएचईडी के शासन सचिव डॉ समित शर्मा खुद शनिवार को जल भवन पहुंचे और अधिकारियों के साथ स्वयं सफाई एवं श्रमदान में जुट गए. विभाग के मुखिया के नेतृत्व में जल भवन के प्रत्येक कमरे में अधिकारियों-कर्मचारियों ने खुद सफाई की. जल जीवन मिशन के एमडी बचनेश अग्रवाल, सभी चीफ इंजीनियर और विभागीय अधिकारी भी उनके साथ थे. सबसे पहले उपयोगी फर्नीचर एवं जरूरी सामान को छांटने का काम शुरू हुआ और नाकारा सामान, पुरानी फाइलें एवं कबाड़ का निस्तारण किया गया. इसके बाद ऑफिस को खाली कर उसकी सफाई एवं धुलाई की गई. अनेक स्थानों पर वाइटवॉश का काम भी हुआ. इस दौरान जो कक्ष साफ एवं सुव्यवस्थित मिले उनके कर्मचारियों-अधिकारियों को पीएचईडी के शासन सचिव समित शर्मा ने टॉफी देकर प्रशंसा की और उन्हें प्रोत्साहित किया.
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सफाई अभियान में जुटे कर्मचारियों की हौसला अफजाई करते हुए समित शर्मा ने कहा कि जिस ऑफिस में हम प्रतिदिन आठ घंटे से अधिक समय गुजारते हैं. वहां गंदगी और अव्यवस्था होगी, तो सकारात्मकता नहीं आएगी. साफ-सुथरे कार्यालय में कार्य करने में आनंद आता है और कर्मचारी की प्रोडक्टिविटी बढ़ती है. साथ ही, दफ्तर में मौजूद धूल कणों से अस्थमा आदि रोग होने का खतरा बना रहता है.
विशेष सफाई अभियान में कचरा व कबाड़ निस्तारण के बाद अब दीवारों, दरवाजों एवं फर्नीचर का आवश्यकतानुसार रंग-रोगन, रिपेयर एवं शौचालयों में हाईजीन पर जोर दिया जाएगा. अभियान के आखिर में ऑफिस को पुनः व्यवस्थित करने, लाल बस्तों में बंद पुरानी फाइलों को ऑनलाइन करने एवं अन्य आवश्यक कार्य किए जाएंगे. पीएचईडी शासन सचिव शर्मा ने अभियान के तहत प्रदेश के प्रत्येक कार्यालय में प्रतिदिन होने वाली सफाई एवं कार्यालय को व्यवस्थित बनाने के संबंध में पांच फोटो अपने नाम व कार्यालय के नाम के साथ विभागीय व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि अपने कार्यालय को साफ-सुथरा एवं व्यवस्थित बनाए रखने का दायित्व कार्यालयाध्यक्ष का है.
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विशेष सफाई अभियान में जल भवन के साथ-साथ प्रदेश के सभी अतिरिक्त मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता कार्यालयों, सभी विभागीय प्रयोगशालाओं, कनिष्ठ अभियंता चौकियों, फिल्टर प्लांट्स, पंप हाउस आदि पर अधिकारियों-कर्मचारियों ने श्रमदान कर अपने कार्यालय साफ एवं व्यवस्थित बनाने का कार्य पूरे उत्साह के साथ किया. डॉ शर्मा ने कहा कि अगले सप्ताह से विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कार्यालयों एवं प्रोजेक्ट साइट्स की विजिट करेंगे. उत्कृष्ट कार्य पाये जाने पर संबंधित कार्यालय के कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे. सभी 50 जिलों के जिला प्रभारी नियुक्त किए गए हैं, ये प्रभारी भी इसी माह फील्ड विजिट शुरू करेंगे.
समित शर्मा ने कहा कि कार्य स्थलों को सुव्यवस्थित करने के लिए विश्वभर में प्रचलित 5 एस एक सफल जापानी प्रणाली है ताकि अधिकारी एवं कार्मिक राजकार्य कुशलतापूर्वक, प्रभावी ढंग से कर देश के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे सकें. 5 एस का मतलब Sort (छांटना), Set in Order (क्रमवार करना), Shine (चमक), Standardize (मानकीकरण), Sustain (बनाए रखना) होता है.