पटना: बिहार के शिक्षा विभाग और राजभवन के बीच तकरार जारी है. यह टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा और अभी यह टकराव नई मोड़ पर आ खड़ी हो गई है. राज भवन ने विश्वविद्यालय के बैंक खाते को शिक्षा विभाग द्वारा फ्रीज करने और किसी भी प्रकार की निकासी पर लगाए गए रोक के आदेश को निरस्त कर दिया है. राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल चोंग्थू ने सभी संबंधित बैंकों के मैनेजर को इस संबंध में पत्र लिखा है. किसी बीच शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालय की वित्तीय मामलों की जांच करने की तैयारी शुरू कर दी है.
राजभवन और शिक्षा विभाग में टकराव जारी: उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी ने सभी विश्वविद्यालय के कुल सचिवों को निर्देश दिया है कि वेतन, बकाया वेतन, विभिन्न खर्च एवं खरीद के अंकेक्षण के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से जांच के लिए विश्वविद्यालय में पहुंचने वाली अंकेक्षण टीम को आवश्यक कागजात उपलब्ध कराएं. इन्हीं सबके बीच विश्वविद्यालय की लंबित परीक्षाओं को लेकर विभाग की बैठक में शामिल नहीं होने वाले विश्वविद्यालय के कुलपतियों, कुल सचिवों और परीक्षा नियंत्रकों पर शिक्षा विभाग ने केस दर्ज कराना भी शुरू कर दिया है.
कुलपतियों पर दर्ज एफआईआर: बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए बीएन मंडल मधेपुरा विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक पर शिक्षा विभाग की ओर से स्थानीय सदर थाना में केस दर्ज कराया गया है. इसके अलावा पूर्णिया विश्वविद्यालय, तिलका मांझी विश्वविद्यालय, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक के खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए वहां के डीईओ ने थाने में आवेदन भी कर दिया है.वहीं इसके अलावा भी कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के भी तीनों पदाधिकारी पर नवादा थाना में प्राथमिक की दर्ज की गई है. यह सब तमाम प्राथमिकी शिक्षा विभाग के उपनिदेशक दीपक कुमार के निर्देश पर की गई है.
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