इटावा : जिले व मैनपुरी के किन्नरों के दो गुट बुधवार को आपस मे भिड़ गए. विवाद में दोनों गुटों के तीन किन्नर घायल हो गए. कुछ किन्नर थाना के सामने प्रदर्शन करने लगे. थाना प्रभारी कपिल दुबे ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया. इनका पखवाड़े पहले भी झगड़ा हुआ था, पुलिस ने समझौता करा दिया था.
इटावा की इलाका मालिक कामिनी किन्नर ने बताया कि उन्होंने सैफई क्षेत्र में बधाई मांगने को अपना चेला बेला रानी को नियुक्ति कर रखा है. 11 जून को मैनपुरी जिले के किन्नर शिवानी व उसका साथी आशीष यादव अपने साथियों के साथ दबंगई के बल पर इस क्षेत्र में उझियानी गांव में बधाई मांगने पहुंचे थे. बेलारानी ने अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचकर रोका तो आरोपियों ने मारपीट कर दी. जिससे गोरी, बेलारानी और शिल्पी को चोटें आई थीं.
उन्होंने बताया कि बुधवार को पंचायत होनी थी, इसलिए मैनपुरी के करहल, सिरसागंज, कुसमरा के लगभग 24 किन्नर समझौता कराने सैफई आए और गेट पर खड़े होकर इटावा के किन्नरों का इंतजार कर रहे थे. आरोप है कि इसी बीच पांच छह गाड़ियों में लगभग 30 से 35 लोग जिसमें किन्नर व लड़के मौजूद थे. दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई, जिसमें दो किन्नर घायल हो गए. पुलिस के समझाने के बाद भी किन्नर शांत नहीं हुए. करीब चार घंटे तक काफी संख्या में थाने में बैठे रहे और एक दूसरे पर कार्रवाई की मांग करते रहे. देर शाम तक दोनों पक्षों में से किसी तहरीर नहीं दी. कुछ बुजुर्ग किन्नर दोनों पक्षों में समझौता कराने की पहल कर रहे थे.
थाना सैफई इंस्पेक्टर कपिल दुबे ने बताया कि किन्नरों में सीमा विवाद को लेकर विवाद हो गया था, लेकिन बाद में दोनों पक्षों को समझौता हो गया है.
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