सिरमौर/नाहन: देवभूमि हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चूड़धार के लिए अब हर कोई श्रद्धालु नहीं जा सकेगा. प्रशासन ने चोटी पर यात्रा करने के नियमों में बदलाव किया है. अब नए नियमों के तहत ही श्रद्धालु चूड़धार के लिए रवाना हो पाएंगे. नौहराधार के तहसीलदार एवं कार्यकारी दंडाधिकारी की तरफ से यात्रा के नए नियमों को लेकर ऑफिशियल नोटिफिकेशन बुधवार को ही जारी कर दी थी और जरूरी दिशा निर्देश जारी किए थे.
मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट जरूर
ये धार्मिक स्थल सिरमौर जिले में करीब 11,965 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. तहसीलदार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक चूड़धार यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ अब श्रद्धालुओं को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बनवाना भी अनिवार्य कर दिया है. यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन से करवाने से पहले श्रद्धालुओं को अपने स्वास्थ्य की जांच करवानी होगी. यात्रा से पूर्व श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य विभाग की ओर से 48 घंटे के भीतर जारी किया गया मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट के साथ-साथ आधार कार्ड, नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटो प्रति और मोबाइल नंबर समेत तहसील कार्यालय यानी चूड़ेश्वर सेवा समिति कार्यालय में अपना रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद इसकी सूचना नौहराधार पुलिस चौकी को देनी होगी. इसके बाद ही श्रद्धालु चूड़धार के लिए यात्रा शुरू कर सकते हैं.
आपातकालीन स्थिति के लिए नंबर जारी
तहसील कार्यालय की ओर से आपातकाल स्थिति से निपटने के लिए मोबाइल नंबर भी जारी कर दिए हैं. जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ स्वास्थ्य और पुलिसकर्मियों के नंबर शामिल किए हैं. इसके साथ-साथ 12 सदस्यीय बचाव कार्य दल के नाम और मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं. चूड़धार यात्रा के लिए किए गए बदलाव सूचना डीसी सिरमौर और एसडीएम संगडाह को भी भेजी गई है. तहसीलदार नौहराधार ने इसकी पुष्टि की है.
चूड़धार यात्रा के दौरान बिगड़ी है कईयों की तबीयत
गौरतलब है कि हाल ही में भारतीय मूल की दो विदेशी महिलाओं को एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टरों के माध्यम से तीसरी नामक स्थान से रेस्क्यू किया गया था. यात्रा के दौरान इनमें से एक महिला की तबीयत तीसरी नामक स्थान पर खराब हो गई थी. लिहाजा रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर की मदद ली गई. माना जा रहा है कि इसी के बाद स्थानीय प्रशासन की तरफ से श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर यह कदम उठाए गए हैं. इससे पहले भी चूड़धार यात्रा पर कई मामले ऐसे आ चुके हैं, जिसमें श्रद्धालुओं को रेस्क्यू किया गया है. अभी तक यात्रा के लिए किसी भी तरह का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया जा रहा था, लेकिन अब रजिस्ट्रेशन के साथ-साथ मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट को जरूरी कर दिया गया है.
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