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क्रिसमस: अलीगढ़ का 189 साल पुराना चर्च, मदर टेरेसा भी चर्च में आ चुकी... - CHRISTMAS 2024

नकवी पार्क का क्राइस्ट चर्च सबसे पुराना चर्च माना जाता. 1835 में विशप विल्सन ने की थी स्थापना.

क्राइस्ट चर्च
क्राइस्ट चर्च (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 12 hours ago

अलीगढ़: जिला में नकवी पार्क स्थित क्राइस्ट चर्च को उत्तर भारत का सबसे पुराना चर्च माना जाता है. इसका निर्माण 1835 में बिशप विल्सन ने कराया था. क्राइस्ट चर्च भारत की गुलामी की दास्तान से लेकर विकसित होते स्मार्ट सिटी अलीगढ़ के इस सफर का गवाह है.

अलीगढ़ शहर में कुल 8 चर्च हैं. इन सभी में क्राइस्ट चर्च ही एक मात्र चर्च है, जो 189 साल पुराना है और जहां पर इंग्लैंड के पादरी भी रहते थे. यहां रहकर वह लोगों को प्रभु यीशु का संदेश सुनाया करते थे. जब भारत को 1947 में आजादी मिल गई. इसके बाद भी इंग्लैंड के पादरी यहां रहे. भारत के आजाद होने के 13 साल (वर्ष 1960) तक वह यहां रहे. इसके बाद वह यहां से इंग्लैंड वापस लौट गए.


1835 में किसने करवाया निर्माण?: चर्चों का जनक कहे जाने वाले इंग्लैंड के बीशप विल्सन ने 1825 से 1845 तक लाहौर से कोलकाता तक कुल 20 चर्चों का निर्माण कराया था. जिसमें अलीगढ़ के नकली पार्क में स्थित क्राइस्ट चर्च भी शामिल है. जिसके निर्माण में फ्रांस और इटली से आए कारीगरों ने काम किया था. चर्च में रंग-बिरंगे शीशों में नक्काशी भी की गई थी, जो इंग्लैंड से भारत लाये गए थे.

क्राइस्ट चर्च उत्तर भारत का सबसे पुराना चर्च (Video Credit; ETV Bharat)

चर्च के आसपास सुंदर बगीचे है, जो इस क्षेत्र को और ज्यादा रमणीय बनाता है. आज यह चर्च नकवी पार्क के अंदर स्थित है. पार्क की हरियाली के बीच स्थित यह चर्च अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है.


1982 में मदर टेरेसा आई थी: मदर टेरेसा 1982 में अलीगढ़ आई थी इस दौरान वह थाना सिविल लाइन जमालपुर के एक अनाथालय में रुकी थी चर्च के पादरी को जब उनकी जानकारी हुई तो उन्होंने मदर टेरेसा को यहां आने का न्यौता भेजा था. चर्च के इतिहास को जानकर वह यहां पहुंची थी.


क्राइस्ट चर्च की इंचार्ज रनजीता दास ने बताया इस चर्च को उत्तर भारत का सब से पुराना चर्च माना जाता है. इस चर्च की अपनी एक खूबसूरती है अपनी अलग अहमियत है. यह हर रविवार के सात सप्ताह के दिनों में भी लोग प्राथना करने आते है.



उन्होंने बताया इस चर्च को बनाने में बढ़ाने में और इसके नवीनीकरण बहुत से लोगों का योगदान है. चर्च मेंबरों के दान के द्वारा ही इस चर्च की देखभाल की जाती है. इसको और सुंदर बनाने का कार्य किया जाता है और इस समय हम क्रिसमस की तैयारी में हैं. क्रिसमस को मनाने के लिए हम एक महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं. चर्च को डेकोरेट करते हैं और बहुत सारे ऐसे काम करते हैं, जो प्रभु यीशु को अच्छे लगते हैं.

क्रिसमस ईव के कार्यक्रमों में शामिल: अलीगढ़ की निवासी भक्त एलिजाबथ ने बताया मैं इस वक्त क्राइस्ट चर्च में हूं, जो तकरीबन 189 साल पुराना है. इसे अंग्रेजों ने बनवाया था, जहां पर बहुत बड़े-बड़े लोग भी आए हैं मैं भी यहां पर बचपन से आ रही हूं और आज इतनी बड़ी हो गई हूं. क्योंकि यहां पर हमें आना बहुत अच्छा लगता है और यहां पर आकर गर्व होता है.

चर्च का निर्माण में किन-किन लोगों का योगदान रहा और यहां पर कौन-कौन बड़े लोग आए थे. इसके बारे में चर्च के अंदर और बाहर दीवारों पर लगे पत्थरों पर अंग्रेजी भाषा में दर्ज है.

यह भी पढ़ें: क्रिसमस पर आज घर से निकलने से पहले देख लें लखनऊ का ये रूट डायवर्जन

यह भी पढ़ें: क्रिसमस: कानपुर के 5 ऐतिहासिक चर्च, हर साल 25 दिसंबर को दिखता शानदार नजारा








अलीगढ़: जिला में नकवी पार्क स्थित क्राइस्ट चर्च को उत्तर भारत का सबसे पुराना चर्च माना जाता है. इसका निर्माण 1835 में बिशप विल्सन ने कराया था. क्राइस्ट चर्च भारत की गुलामी की दास्तान से लेकर विकसित होते स्मार्ट सिटी अलीगढ़ के इस सफर का गवाह है.

अलीगढ़ शहर में कुल 8 चर्च हैं. इन सभी में क्राइस्ट चर्च ही एक मात्र चर्च है, जो 189 साल पुराना है और जहां पर इंग्लैंड के पादरी भी रहते थे. यहां रहकर वह लोगों को प्रभु यीशु का संदेश सुनाया करते थे. जब भारत को 1947 में आजादी मिल गई. इसके बाद भी इंग्लैंड के पादरी यहां रहे. भारत के आजाद होने के 13 साल (वर्ष 1960) तक वह यहां रहे. इसके बाद वह यहां से इंग्लैंड वापस लौट गए.


1835 में किसने करवाया निर्माण?: चर्चों का जनक कहे जाने वाले इंग्लैंड के बीशप विल्सन ने 1825 से 1845 तक लाहौर से कोलकाता तक कुल 20 चर्चों का निर्माण कराया था. जिसमें अलीगढ़ के नकली पार्क में स्थित क्राइस्ट चर्च भी शामिल है. जिसके निर्माण में फ्रांस और इटली से आए कारीगरों ने काम किया था. चर्च में रंग-बिरंगे शीशों में नक्काशी भी की गई थी, जो इंग्लैंड से भारत लाये गए थे.

क्राइस्ट चर्च उत्तर भारत का सबसे पुराना चर्च (Video Credit; ETV Bharat)

चर्च के आसपास सुंदर बगीचे है, जो इस क्षेत्र को और ज्यादा रमणीय बनाता है. आज यह चर्च नकवी पार्क के अंदर स्थित है. पार्क की हरियाली के बीच स्थित यह चर्च अपनी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है.


1982 में मदर टेरेसा आई थी: मदर टेरेसा 1982 में अलीगढ़ आई थी इस दौरान वह थाना सिविल लाइन जमालपुर के एक अनाथालय में रुकी थी चर्च के पादरी को जब उनकी जानकारी हुई तो उन्होंने मदर टेरेसा को यहां आने का न्यौता भेजा था. चर्च के इतिहास को जानकर वह यहां पहुंची थी.


क्राइस्ट चर्च की इंचार्ज रनजीता दास ने बताया इस चर्च को उत्तर भारत का सब से पुराना चर्च माना जाता है. इस चर्च की अपनी एक खूबसूरती है अपनी अलग अहमियत है. यह हर रविवार के सात सप्ताह के दिनों में भी लोग प्राथना करने आते है.



उन्होंने बताया इस चर्च को बनाने में बढ़ाने में और इसके नवीनीकरण बहुत से लोगों का योगदान है. चर्च मेंबरों के दान के द्वारा ही इस चर्च की देखभाल की जाती है. इसको और सुंदर बनाने का कार्य किया जाता है और इस समय हम क्रिसमस की तैयारी में हैं. क्रिसमस को मनाने के लिए हम एक महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर देते हैं. चर्च को डेकोरेट करते हैं और बहुत सारे ऐसे काम करते हैं, जो प्रभु यीशु को अच्छे लगते हैं.

क्रिसमस ईव के कार्यक्रमों में शामिल: अलीगढ़ की निवासी भक्त एलिजाबथ ने बताया मैं इस वक्त क्राइस्ट चर्च में हूं, जो तकरीबन 189 साल पुराना है. इसे अंग्रेजों ने बनवाया था, जहां पर बहुत बड़े-बड़े लोग भी आए हैं मैं भी यहां पर बचपन से आ रही हूं और आज इतनी बड़ी हो गई हूं. क्योंकि यहां पर हमें आना बहुत अच्छा लगता है और यहां पर आकर गर्व होता है.

चर्च का निर्माण में किन-किन लोगों का योगदान रहा और यहां पर कौन-कौन बड़े लोग आए थे. इसके बारे में चर्च के अंदर और बाहर दीवारों पर लगे पत्थरों पर अंग्रेजी भाषा में दर्ज है.

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