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कानून व्यवस्था के लिए सीएम ने अफसरों की लगाई क्लास; लापरवाह अधिकारियों को लगाई फटकार, कार्रवाई की दी चेतावनी - CM Yogi meeting

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को त्योहारों को लेकर वर्चुअल रूप से सभी जिलों के आलाधिकारियों के साथ समीक्षा की. इसके साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश.
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिए निर्देश. (Photo Credit; ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 13, 2024, 10:48 PM IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानून व्यवस्था को लेकर बड़ी बैठक की और शासन के बड़े अधिकारियों के साथ आगामी पर्व त्यौहार को लेकर दिशा निर्देश दिए. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त लहजे में कई अफसर को फटकार भी लगाई. जिसमें मेरठ मुरादाबाद आजमगढ़ मंडल के अफसर को खरी खोटी भी सुनाई और उन्हें हिदायत दी कि अगर जल्द ही कार्यशाली नहीं सुधारी गई तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ट्रांसफर पोस्टिंग के दौरान ऐसे अफसर को भी साइड लाइन किया जा सकता है, जो लगातार मनमानी कर रहे हैं और जनता की समस्याओं के प्रति लगातार लापरवाह बने हुए हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और व्यापक जनहित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि 16 जून को गंगा दशहरा, 17 जून को बकरीद, 18 जून को ज्येष्ठ माह का मंगल का पर्व और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन है. जबकि जुलाई माह में मोहर्रम और कांवड़ यात्रा जैसे पवित्र कार्यक्रम होने हैं. स्वाभाविक रूप से यह समय कानून-व्यवस्था की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है. शासन-प्रशासन को 24×7 एक्टिव मोड में रहने की आवश्यकता है.

अधिकारियों के साथ बैठक करते सीएम योगी.
अधिकारियों के साथ बैठक करते सीएम योगी. (Photo Credit; ETV BHARAT)

त्योहारों में अनावश्यक पॉवर कट न हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 15 से 22 जून तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाना चाहिए. गंगा दशहरा के दृष्टिगत गंगा नदी के घाटों की साफ-सफाई और साज-सज्जा की जानी चाहिए. स्नान कहां करना है, यह सुनिश्चित हो. सतर्कता के दृष्टिगत गोताखोरों, PAC के फ्लड यूनिट तथा NDRF व SDRF की तैनाती भी की जाए. कहा कि इस समय भीषण गर्मी का समय है, साथ ही पर्व-त्योहारों का आयोजन भी होना है. ऐसे में गांव, नगर, महानगर, कहीं भी रोस्टरिंग के नाम पर अनावश्यक 'पॉवर कट' न हो. ट्रांसफार्मर खराब होने अथवा फॉल्ट की समस्या का तेजी के साथ निस्तारण कराएं. आम जन की जरूरतों का ध्यान रखें.उन्होंने कहा कि पूर्व के अनुभव बताते हैं कि जहां स्थानीय प्रशासन ने संवादहीनता बनाए रखी, वहां अप्रिय घटना की स्थिति बनी. हमें इनसे सीख लेते हुए सतर्क रहना होगा. थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं. लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं. पीस कमेटी की बैठक कर लें. मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए. इसके अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी न हो. विवादित व संवेदनशील स्थलों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए. प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो. हर जिले में कुर्बानी के बाद अपशिष्ट के निस्तारण की व्यवस्थित कार्ययोजना होनी चाहिए.

सीएम ने जिलों के अधिकारियों के साथ वर्चुली बैठक की.
सीएम ने जिलों के अधिकारियों के साथ वर्चुली बैठक की. (Photo Credit; ETV BHARAT)

सड़क पर नमाज अदा करने वालों पर कार्रवाई करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि नमाज परंपरानुसार एक निर्धारित स्थल पर ही हों. सड़क मार्ग अवरुद्ध कर नमाज नहीं होनी चाहिए. आस्था का सम्मान करें किंतु किसी नई परंपरा को प्रोत्साहन न दें. वीडियोग्राफी कराएं, ड्रोन का इस्तेमाल किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहाहर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं. यदि कोई भी कानून हाथ में लेने का प्रयास करे, अराजक तत्वों पर नजर रखें, यदि कोई शांति व्यवस्था को खराब करने का प्रयास करता मिले तो उसके साथ पूरी कड़ाई की जाए. उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ माह के बड़ा मंगल पर भंडारा आयोजन की परंपरा रही है. आयोजकों को स्पष्ट रूप से बताया जाए कि प्रसाद खाकर अपशिष्ट सड़क किनारे न फेकें जाएं. डस्टबिन की उपलब्धता हर भंडारा स्थल पर होनी चाहिए. नगर निगम/नगर पालिका के माध्यम से अपशिष्ट का निस्तारण सुनिश्चित कराएं. सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध कड़ाई से लागू करें. पर्व और त्योहारों को 'अवेयरनेस' का माध्यम बनाना चाहिए.

संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए
सीएम ने कहा ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो. शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें. संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे. पीआरवी 112 एक्टिव रहे. अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए. सड़क आवागमन के लिए है, न कि अतिक्रमण के लिए. यातायात विभाग के साथ-साथ परिवहन विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी अवैध वसूली न हो. आम आदमी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. ऐसी शिकायतें मिलीं तो कार्रवाई होनी तय है. नगरों में पार्किंग की व्यवस्था को और सुदृढ़ करना होगा. स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या का स्थायी समाधान करे. यह सुनिश्चित करें कि कोई तय स्थान के बाहर दुकान न लगाए.


सीएम ने ये निर्देश भी दिए

  • वाहन सरकारी हो या कि प्राइवेट, प्रेशर हॉर्न अथवा हूटर नहीं बजना चाहिए. जहां लगा हो, तत्काल उतरवाएं. वीआईपी फ्लीट में सबसे आगे की गाड़ी में एक तय ध्वनि सीमा के साथ ही हूटर बजे. अन्य किसी वाहन में नहीं. इसे स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए कि यदि कहीं से भी प्रेशर हॉर्न अथवा हूटर बजने की सूचना मिली तो संबंधित थाना पर कार्रवाई होनी तय है. वीआईपी कल्चर को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा.
  • जिलों से आ रहीं शिकायतों और आवेदनों की समीक्षा की जा रही है. जिस क्षेत्र से अधिक शिकायतें मिल रहीं हैं, उसी अनुसार वहां के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी.
  • जनता दर्शन कार्यक्रम जिला, रेंज, ज़ोन स्तर भी तत्काल शुरू हो जाए. कौन सा अधिकारी किस दिन जहां जनसुनवाई करेगा, इसके बारे में जनता के बीच पहले से ही पहले से प्रसारित की जाए. लोगों की समस्याएं, अपेक्षाएं सुनें और एक तय समय सीमा के भीतर निस्तारण करें. उन्हें लटकाएं नहीं, समाधान दें. कॉमन मैन की संतुष्टि ही आपके काम का मानक है. आम आदमी का विश्वास जीतें.
  • हमारी कार्रवाई माफिया के खिलाफ है, गरीब के खिलाफ नहीं. यह कार्रवाई और तेज की जाए. हर गरीब, शोषित, पीड़ित और वंचित के हितों की रक्षा, हमारी जिम्मेदारी है। भूमाफ़िया हो या कोई अन्य माफिया सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी.
  • फील्ड में तैनात अधिकारियों को लेकर CUG फोन दिए गए हैं, जो जनता के लिए है. इसे 24×7 इसे चालू रखें. हर अधिकारी यह फोन स्वयं रिसीव करें. कभी कॉल रिसीव न कर सकें तो कॉल बैक करें. जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाये रखें. उनकी अपेक्षाओं- समस्याओं को सुनें. मेरिट के आधार पर उसका निराकरण करें.
  • सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. ब्लॉक हो या जिला मुख्यालय या फिर सचिवालय, कहीं भी किसी भी स्तर पर यदि अनैतिक लेन-देन की शिकायत प्राप्त हुई तो इसमें संलिप्त हर किसी के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है.
  • निवेश को आकर्षित करने के प्रयासों को जारी रखें। हर जिले की GDP और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के नए माध्यम सृजित करें। सरकारी परियोजनाओं/निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच करते रहें। जनप्रतिनिधियों को साथ ले जाएं, उनका मार्गदर्शन प्राप्त करें. गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करें.
  • योग, भारतीय मनीषा द्वारा विश्व मानवता को प्रदान किया गया वह अमूल्य उपहार है जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखता है। हमारे ऋषि मुनियों के इस प्रसाद से आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरी दुनिया को परिचित कराया है. इस वर्ष 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम "योग स्वयं एवं समाज के लिए" रखी गई है, जिससे योग के माध्यम से प्रत्येक परिवार को कल्याण एवं स्वास्थ्य प्राप्त हो सके.
  • योग दिवस के कार्यक्रम से सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सरकारी बोर्डों के अध्यक्ष/पदाधिकारी, स्वयंसेवी संस्थाओं, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं, योग संस्थानों, एनसीसी कैडेट, स्काउड एंड गाइड और एनएसएस स्वयंसेवकों को अनिवार्य रूप जोड़ा जाना चाहिए। अधिकाधिक जन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के महत्वपूर्ण आयोजन से जोड़ने के लिए जन जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जाएं.
  • अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक लोगों को योग का लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से 15 जून से 21 जून 2024 तक 'योग सप्ताह' के रूप में मनाया जाना चाहिए.
  • 21 जून के मुख्य समारोह को सभी ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में आयोजित किया जाए। अमृत सरोवर, ऐतिहासिक महत्व के स्थलों और सांस्कृतिक स्थलों में योगाभ्यास कराया जाना उचित होगा.आम जन की सुविधा और जागरूकता के लिए कॉमन योग प्रोटोकॉल के वीडियो भी प्रसारित किए जाने चाहिए। वार्ड स्तर भी योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए.
  • अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन सभी मंत्रीगण अपने प्रभार वाले जनपद में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करें. यहां ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष आदि सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रमों से जोड़ें.
  • निराश्रित गोआश्रय स्थलों के व्यवस्था सुधार में जिलाधिकारीगण स्वयं रुचि लें. यहां हरा चारा, पानी आदि की उपलब्धता हो, इसके लिए नगर विकास, पशुपालन विभाग की भी सहभागिता होनी चाहिए.

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लखनऊ: लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानून व्यवस्था को लेकर बड़ी बैठक की और शासन के बड़े अधिकारियों के साथ आगामी पर्व त्यौहार को लेकर दिशा निर्देश दिए. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त लहजे में कई अफसर को फटकार भी लगाई. जिसमें मेरठ मुरादाबाद आजमगढ़ मंडल के अफसर को खरी खोटी भी सुनाई और उन्हें हिदायत दी कि अगर जल्द ही कार्यशाली नहीं सुधारी गई तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ट्रांसफर पोस्टिंग के दौरान ऐसे अफसर को भी साइड लाइन किया जा सकता है, जो लगातार मनमानी कर रहे हैं और जनता की समस्याओं के प्रति लगातार लापरवाह बने हुए हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पुलिस कमिश्नरों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों व पुलिस कप्तानों द्वारा की जा रही तैयारियों की समीक्षा की और व्यापक जनहित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि 16 जून को गंगा दशहरा, 17 जून को बकरीद, 18 जून को ज्येष्ठ माह का मंगल का पर्व और 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन है. जबकि जुलाई माह में मोहर्रम और कांवड़ यात्रा जैसे पवित्र कार्यक्रम होने हैं. स्वाभाविक रूप से यह समय कानून-व्यवस्था की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है. शासन-प्रशासन को 24×7 एक्टिव मोड में रहने की आवश्यकता है.

अधिकारियों के साथ बैठक करते सीएम योगी.
अधिकारियों के साथ बैठक करते सीएम योगी. (Photo Credit; ETV BHARAT)

त्योहारों में अनावश्यक पॉवर कट न हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 15 से 22 जून तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाना चाहिए. गंगा दशहरा के दृष्टिगत गंगा नदी के घाटों की साफ-सफाई और साज-सज्जा की जानी चाहिए. स्नान कहां करना है, यह सुनिश्चित हो. सतर्कता के दृष्टिगत गोताखोरों, PAC के फ्लड यूनिट तथा NDRF व SDRF की तैनाती भी की जाए. कहा कि इस समय भीषण गर्मी का समय है, साथ ही पर्व-त्योहारों का आयोजन भी होना है. ऐसे में गांव, नगर, महानगर, कहीं भी रोस्टरिंग के नाम पर अनावश्यक 'पॉवर कट' न हो. ट्रांसफार्मर खराब होने अथवा फॉल्ट की समस्या का तेजी के साथ निस्तारण कराएं. आम जन की जरूरतों का ध्यान रखें.उन्होंने कहा कि पूर्व के अनुभव बताते हैं कि जहां स्थानीय प्रशासन ने संवादहीनता बनाए रखी, वहां अप्रिय घटना की स्थिति बनी. हमें इनसे सीख लेते हुए सतर्क रहना होगा. थाना, सर्किल, जिला, रेंज, जोन, मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ संवाद बनाएं. लोगों के लिए सकारात्मक संदेश जारी कराएं. पीस कमेटी की बैठक कर लें. मीडिया का सहयोग लें, ताकि शांति और सौहार्द का माहौल बना रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि बकरीद पर कुर्बानी के लिए स्थान का चिन्हांकन पहले से ही होना चाहिए. इसके अतिरिक्त कहीं और कुर्बानी न हो. विवादित व संवेदनशील स्थलों पर कुर्बानी नहीं होनी चाहिए. प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न हो. हर जिले में कुर्बानी के बाद अपशिष्ट के निस्तारण की व्यवस्थित कार्ययोजना होनी चाहिए.

सीएम ने जिलों के अधिकारियों के साथ वर्चुली बैठक की.
सीएम ने जिलों के अधिकारियों के साथ वर्चुली बैठक की. (Photo Credit; ETV BHARAT)

सड़क पर नमाज अदा करने वालों पर कार्रवाई करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि नमाज परंपरानुसार एक निर्धारित स्थल पर ही हों. सड़क मार्ग अवरुद्ध कर नमाज नहीं होनी चाहिए. आस्था का सम्मान करें किंतु किसी नई परंपरा को प्रोत्साहन न दें. वीडियोग्राफी कराएं, ड्रोन का इस्तेमाल किया जाए. मुख्यमंत्री ने कहाहर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच संपन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं. यदि कोई भी कानून हाथ में लेने का प्रयास करे, अराजक तत्वों पर नजर रखें, यदि कोई शांति व्यवस्था को खराब करने का प्रयास करता मिले तो उसके साथ पूरी कड़ाई की जाए. उन्होंने कहा कि ज्येष्ठ माह के बड़ा मंगल पर भंडारा आयोजन की परंपरा रही है. आयोजकों को स्पष्ट रूप से बताया जाए कि प्रसाद खाकर अपशिष्ट सड़क किनारे न फेकें जाएं. डस्टबिन की उपलब्धता हर भंडारा स्थल पर होनी चाहिए. नगर निगम/नगर पालिका के माध्यम से अपशिष्ट का निस्तारण सुनिश्चित कराएं. सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध कड़ाई से लागू करें. पर्व और त्योहारों को 'अवेयरनेस' का माध्यम बनाना चाहिए.

संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए
सीएम ने कहा ऐसी कोई घटना न हो, जिससे दूसरे धर्म के लोगों की भावनाएं आहत हो. शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें. संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे. पीआरवी 112 एक्टिव रहे. अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटा जाए. सड़क आवागमन के लिए है, न कि अतिक्रमण के लिए. यातायात विभाग के साथ-साथ परिवहन विभाग द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी अवैध वसूली न हो. आम आदमी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. ऐसी शिकायतें मिलीं तो कार्रवाई होनी तय है. नगरों में पार्किंग की व्यवस्था को और सुदृढ़ करना होगा. स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है कि अवैध टैक्सी स्टैंड की समस्या का स्थायी समाधान करे. यह सुनिश्चित करें कि कोई तय स्थान के बाहर दुकान न लगाए.


सीएम ने ये निर्देश भी दिए

  • वाहन सरकारी हो या कि प्राइवेट, प्रेशर हॉर्न अथवा हूटर नहीं बजना चाहिए. जहां लगा हो, तत्काल उतरवाएं. वीआईपी फ्लीट में सबसे आगे की गाड़ी में एक तय ध्वनि सीमा के साथ ही हूटर बजे. अन्य किसी वाहन में नहीं. इसे स्पष्ट रूप से समझ लेना चाहिए कि यदि कहीं से भी प्रेशर हॉर्न अथवा हूटर बजने की सूचना मिली तो संबंधित थाना पर कार्रवाई होनी तय है. वीआईपी कल्चर को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा.
  • जिलों से आ रहीं शिकायतों और आवेदनों की समीक्षा की जा रही है. जिस क्षेत्र से अधिक शिकायतें मिल रहीं हैं, उसी अनुसार वहां के अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी.
  • जनता दर्शन कार्यक्रम जिला, रेंज, ज़ोन स्तर भी तत्काल शुरू हो जाए. कौन सा अधिकारी किस दिन जहां जनसुनवाई करेगा, इसके बारे में जनता के बीच पहले से ही पहले से प्रसारित की जाए. लोगों की समस्याएं, अपेक्षाएं सुनें और एक तय समय सीमा के भीतर निस्तारण करें. उन्हें लटकाएं नहीं, समाधान दें. कॉमन मैन की संतुष्टि ही आपके काम का मानक है. आम आदमी का विश्वास जीतें.
  • हमारी कार्रवाई माफिया के खिलाफ है, गरीब के खिलाफ नहीं. यह कार्रवाई और तेज की जाए. हर गरीब, शोषित, पीड़ित और वंचित के हितों की रक्षा, हमारी जिम्मेदारी है। भूमाफ़िया हो या कोई अन्य माफिया सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी.
  • फील्ड में तैनात अधिकारियों को लेकर CUG फोन दिए गए हैं, जो जनता के लिए है. इसे 24×7 इसे चालू रखें. हर अधिकारी यह फोन स्वयं रिसीव करें. कभी कॉल रिसीव न कर सकें तो कॉल बैक करें. जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाये रखें. उनकी अपेक्षाओं- समस्याओं को सुनें. मेरिट के आधार पर उसका निराकरण करें.
  • सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. ब्लॉक हो या जिला मुख्यालय या फिर सचिवालय, कहीं भी किसी भी स्तर पर यदि अनैतिक लेन-देन की शिकायत प्राप्त हुई तो इसमें संलिप्त हर किसी के खिलाफ कार्रवाई होनी तय है.
  • निवेश को आकर्षित करने के प्रयासों को जारी रखें। हर जिले की GDP और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि के नए माध्यम सृजित करें। सरकारी परियोजनाओं/निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच करते रहें। जनप्रतिनिधियों को साथ ले जाएं, उनका मार्गदर्शन प्राप्त करें. गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करें.
  • योग, भारतीय मनीषा द्वारा विश्व मानवता को प्रदान किया गया वह अमूल्य उपहार है जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखता है। हमारे ऋषि मुनियों के इस प्रसाद से आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरी दुनिया को परिचित कराया है. इस वर्ष 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम "योग स्वयं एवं समाज के लिए" रखी गई है, जिससे योग के माध्यम से प्रत्येक परिवार को कल्याण एवं स्वास्थ्य प्राप्त हो सके.
  • योग दिवस के कार्यक्रम से सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, विभिन्न सरकारी बोर्डों के अध्यक्ष/पदाधिकारी, स्वयंसेवी संस्थाओं, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों, धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं, योग संस्थानों, एनसीसी कैडेट, स्काउड एंड गाइड और एनएसएस स्वयंसेवकों को अनिवार्य रूप जोड़ा जाना चाहिए। अधिकाधिक जन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के महत्वपूर्ण आयोजन से जोड़ने के लिए जन जागरूकता बढ़ाने के प्रयास किए जाएं.
  • अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर अधिक से अधिक लोगों को योग का लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से 15 जून से 21 जून 2024 तक 'योग सप्ताह' के रूप में मनाया जाना चाहिए.
  • 21 जून के मुख्य समारोह को सभी ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में आयोजित किया जाए। अमृत सरोवर, ऐतिहासिक महत्व के स्थलों और सांस्कृतिक स्थलों में योगाभ्यास कराया जाना उचित होगा.आम जन की सुविधा और जागरूकता के लिए कॉमन योग प्रोटोकॉल के वीडियो भी प्रसारित किए जाने चाहिए। वार्ड स्तर भी योगाभ्यास कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए.
  • अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के दिन सभी मंत्रीगण अपने प्रभार वाले जनपद में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग करें. यहां ब्लॉक प्रमुख, क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष आदि सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रमों से जोड़ें.
  • निराश्रित गोआश्रय स्थलों के व्यवस्था सुधार में जिलाधिकारीगण स्वयं रुचि लें. यहां हरा चारा, पानी आदि की उपलब्धता हो, इसके लिए नगर विकास, पशुपालन विभाग की भी सहभागिता होनी चाहिए.

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