जयपुर: महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से 'सशक्त नींव-उज्ज्वल भविष्य' की थीम पर आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. बिड़ला ऑडिटोरियम में गुरुवार को आयोजित हुए इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि महिलाएं हमारी आधी आबादी हैं और बच्चे हमारे भविष्य की नींव हैं. उनके विकास और सशक्तीकरण से ही हमारा देश-प्रदेश मजबूत होगा.
सीएम भजनलाल ने विभाग के कर्मचारियों से भी संवाद किया और योजनाओं के क्रियान्वयन पर बात की. उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों की आधारभूत सुविधाओं में सुधार के लिए भामाशाहों, एनजीओ और सीएसआर भागीदारों का सहयोग लें. साथ ही, भामाशाहों की सूची आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं कार्यालयों के बाहर लगाएं जिससे बाकी लोग भी प्रेरित हों.
आंगनबाड़ी केन्द्रों से 43 लाख बच्चे-महिलाएं लाभान्वित: मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लगभग 43 लाख बच्चों और महिलाओं को आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से पोषाहार उपलब्ध कराया जा रहा है. पोषाहार की गुणवत्ता के लिए ओटीपी आधारित प्राप्ति तथा चेहरे से पहचान जैसे नवाचार किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अमृत आहार योजना के माध्यम से बच्चों को अतिरिक्त पोषण के रूप में गर्म दूध उपलब्ध कराया जा रहा है. उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों को नियमित रूप से खोलने एवं बच्चों को निर्धारित समय सारिणी के अनुसार गतिविधियां कराए जाने के निर्देश दिए.
आज जयपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्मिकों के राज्य स्तरीय आमुखीकरण कार्यक्रम " सशक्त नींव, उज्ज्वल भविष्य" में सहभागिता करते हुए उपस्थित जनों को संबोधित किया।
— Bhajanlal Sharma (@BhajanlalBjp) January 23, 2025
इस अवसर पर हमारी सरकार द्वारा राजस्थान में महिला सशक्तीकरण, बाल विकास एवं पोषण सुरक्षा के क्षेत्र में किए गए… pic.twitter.com/FK15Q9fv8H
भामाशाहों को प्रेरित करें: उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों की ढांचागत सुविधाओं में सुधार के लिए जन सहयोग जरूरी है. इसके लिए अपने क्षेत्र के भामाशाहों, एनजीओ और सीएसआर भागीदारों का सहयोग लिया जाना चाहिए. दूसरों को प्रेरित करने के लिए भामाशाहों की सूची आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं कार्यालयों के बाहर लगाएं.
योजनाओं को पारदर्शिता से करें लागू: मुख्यमंत्री भजनलाल ने कहा कि सभी कार्मिक नवीनतम तकनीक एवं नवाचारों से खुद को अपडेट रखें. योजनाओं को पारदर्शिता से लागू करें. सीएम ने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इनमें महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र, वन स्टॉप सेन्टर, सखी केन्द्र, उद्यम प्रोत्साहन योजना, वर्क फ्रॉम होम योजना, शिक्षा सेतु योजना, अमृता हाट योजना एवं मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह अनुदान योजना शामिल हैं. महिला हेल्प लाइन नंबर 181 का भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. उन्होंने कहा कि काली बाई भील उड़ान योजना को पूर्ण पारदर्शिता से लागू कर पात्र लाभार्थी किशोरियों को समय पर सेनेटरी पैड उपलब्ध कराए जाएं.