छिंदवाड़ा। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान कबीर दास ऊइके का अंतिम संस्कार छिंदवाड़ा जिले के उनके गांव पुलपुल में राजकीय सम्मान के साथ किया गया. कबीर दास CRPF में कांस्टेबल के पद पर तैनात थे. गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर नागपुर के रास्ते गांव लाया गया. ये खबर पाते ही उनके अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. सीआरपीएफ डीआईजी नीतू सिंह, आईजी सुखबीर सिंह सोढ़ी के साथ शहीद के घर पहुंचीं. नीतू शहीद की पत्नी ममता को समझाने लगीं तो वह मानने को तैयार नहीं हुईं. ममता की हालत देखकर डीआईजी भी अपने आंसू नहीं रोक सकीं.
ग्रामीणों ने वीर शहीद पर की फूलों की बारिश
सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर लोगों ने फूलों की बारिश कर शहीद जवान को अंतिम विदाई दी. इस दौरान शहीद की पत्नी और मां सहित परिजनों का हाल बेहाल रहा. लेकिन उन्हें उनकी शहादत पर गर्व भी है. शहीद के परिवार में पत्नी, मां के अलावा एक भाई और 2 बहनें हैं. शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही ग्रामीणों का सैलाब उमड़ पड़ा. जवान बेटे का शव सामने देखकर मां बेहोश हो गईं और पत्नी मानने को तैयार नहीं थी कि उनका पति अब इस दुनिया में नहीं रहा.
शुक्रवार को सीएम पहुंचेंगे, देंगे आर्थिक मदद
बता दें कि मंगलवार रात 8 बजे जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के हीरानगर स्थित सैदा सुखल गांव में आतंकी हमला हुआ था. सीआरपीएफ के कॉन्स्टेबल कबीर दास गोली लगने से घायल हो गए थे. बुधवार सुबह इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली थी. वहीं, मध्य प्रदेश सरकार की मंत्री संपत्तियां ऊइके ने बताया "मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव शुक्रवार को शहीद के परिजनों से मिलने उनके गांव आएंगे. इस दौरान सरकार की तरफ से दी जाने वाली आर्थिक सहायता का चेक भी उन्हें सौंपेंगे."