छिन्दवाड़ा. जिस लोकसभा सीट को लेकर कमलनाथ (Kamalnath) और कांग्रेस को गुमान रहता है कि उसे कोई छीन नहीं सकता अब उसे लेकर कमलनाथ को खुद डर सताने लगा है. शायद यही वजह है कि अब कमलनाथ अपने कार्यकर्ताओं को ये कहते नजर आ रहे हैं कि 'बीजेपी बहुत आक्रामक है, हमें उसका डटकर मुकाबला करना होगा.' इसी बीच ये भी चर्चा जोरों पर है कि कल तक कमलनाथ के बीजेपी में जाने के चर्चे थे, पर अब उनकी बीजेपी में एंट्री नहीं होने से उन्हें छिंदवाड़ा सीट पर खतरा नजर आने लगा है.
मंच से ये बोले कमलनाथ
मध्य प्रदेश की एकमात्र कांग्रेस की कब्जे वाली सीट छिंदवाड़ा को जीतने के लिए बीजेपी भी पूरा जोर लगाने के मूड में है. ऐसे में बीजेपी की रणनीति के आगे कमलनाथ खुद को कहीं न कहीं कमजोर महसूस कर रहे होंगे. यही वजह कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में भरे मंच से कार्यकर्ताओं को कहा, ये चुनौती हमारे सामने है, भारतीय जनता पार्टी पूरी मजबूती से आक्रामक है. पर डरिएगा मत, बस 6 हफ्तों की बात है.
बीजेपी कर रही बूथ माइक्रो मैनेजमेंट
भले ही फिलहाल लोकसभा चुनाव की घोषणा नहीं हुई है लेकिन छिंदवाड़ा जिले में चुनावी नजारे देखने को मिलने लगे हैं. भाजपा यहां 29वीं लोकसभा सीट भी अपने कब्जे में करने के लिए तैयारी कर रही है, जिसके चलते बूथ लेवल के कार्यकर्ता से लेकर प्रधानमंत्री तक छिंदवाड़ा के वोट बैंक में नजर गड़ाए बैठे हैं. पिछले दिनों ग्वालियर दौरे पर आए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि बूथ स्तर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीजेपी में शामिल कराया जाए ताकि हर बूथ में बीजेपी जीत सके.
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बीजेपी के सामने कमजोर पड़े कमलनाथ
44 सालों से छिंदवाड़ा की राजनीति कर रहे कमलनाथ अपने बेटे सांसद नकुलनाथ को दूसरी बार लोकसभा में भेजने के लिए 78 साल की उम्र में जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. वे छिंदवाड़ा के गांव-गांव में जाकर जनसभाएं कर रहे हैं. हालांकि, कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में उन्होंने खुद स्वीकार किया है कि बीजेपी का चुनाव प्रचार बेहद आक्रामक और तेज है लेकिन इससे कार्यकर्ता घबराएं नहीं. कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विश्वनाथ ऑक्टे ने कहा, ' भाजपा के पास 10 साल की केंद्र सरकार है और 22 सालों से मध्य प्रदेश में इसके बाद भी अगर उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बीजेपी ज्वाइन कर कर चुनाव जीतना पड़ेगा तो समझा जा सकता है कि उनका विकास किस कदर हुआ है'